413 लोगों को झारखण्ड आंदोलनकारी के रुप में मिली मान्यता, CM हेमन्त सोरेन ने दी स्वीकृति
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कुल 413 आंदोलनकारी को चिन्हित करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। चिन्हित सभी आंदोलनकारियों को अनुमान्यता के आधार पर झारखण्ड आंदोलनकारी के रूप में अधिसूचित किया गया है। मालूम हो कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर आंदोलकारियों को चिन्हित करने की प्रक्रिया गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी की गई है। आने वाले दिनों में अन्य पात्रों को भी आंदोलकारियों के रुप में चिह्नित किया जाएगा।
चिह्नित आंदोलनकारियों में सर्वाधिक देवघर से
झारखण्ड निर्माण को लेकर चले संघर्ष में शामिल चिह्नित आंदोलनकारियों में बोकारो के 20, देवघर के 132, धनबाद के 12, गिरिडीह के 43, गोड्डा के 19, गुमला के 33, हजारीबाग के 23, कोडरमा के 13, लातेहार के 02, लोहरदगा के 29, रामगढ़ के 08, रांची के 47, साहेबगंज के 10 और सरायकेला के 22 आंदोलनकारी शामिल हैं।
आंदोलनकारियों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते रहें हैं CM हेमन्त सोरेन
2019 में सत्ता में आने के बाद, सरकार गठित होते ही मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन आंदोलनकारियों के संघर्ष को सम्मान देने के प्रति संजीदा रहें हैं। यही वजह है कि पूर्व में मुख्यमंत्री ने आंदोलनकारी चिह्नितकरण आयोग के पुनर्गठन, आंदोलनकारी अथवा उनके आश्रितों को मासिक पेंशन और अन्य सुविधाएं देने को लेकर निर्णय लिया है।
झारखण्ड/वनांचल अलग राज्य के गठन के लिए चिह्नित पांच आंदोलनकारियों के मृत्योपरांत उनके आश्रितों को लाभ देने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी। मुख्यमंत्री ने झारखण्ड/ वनांचल एवं जेपी आंदोलनकारी चिह्नितकरण आय़ोग से प्राप्त 13वीं संपुष्ट सूची को भी पूर्व में स्वीकृति दी है। मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है आंदोलन के अंतिम पंक्ति में शामिल रहे पात्र आंदोलनकारी को लाभ दिया जाए।