शर्मनाक, झारखण्ड में सत्ता व पावर का दुरुपयोग, हेमन्त सोरेन के हेलिकॉप्टर को सिसई जाने से रोका गया
गजब का लोकतंत्र है, गजब का चुनाव है, जब हारने लगो, जनता की नब्ज समझ जाओ,तो अपने विरोधियों को उनकी सभा करने में बाधक बनने का काम करो और बहाना बना दो कि आज प्रधानमंत्री का कार्यक्रम है, इसलिए आपकी हेलिकॉप्टर को उड़ने नहीं दिया जायेगा, आपको अपने समयानुसार चुनावी सभा नहीं करने दी जायेगी, यानी चुनावी सभा करने का विशेषाधिकार पहले भाजपा को हैं, उसके बाद ही किसी अन्य दल को।
बताया जाता है कि देश में आदर्श आचार संहिता लागू हैं, पर कैसा हैं, उसका नजारा आज झारखण्ड में देखने को मिला। इसी साल बंगाल में लोकसभा चुनाव के दौरान जब भाजपाई नेताओं को चुनावी सभा करने की इजाजत वहां की प्रशासन नहीं देती थी, तो यहीं भाजपा के नेता बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ आग उलगते थे, उन्हें भला-बुरा कहने से नहीं चूकते थे, पर आज जब वे यही काम झारखण्ड में करने लगे तो उनका दीदा लगता है, मर चुका है।
कमाल है, इस देश में हर को अपने स्तर पर चुनाव प्रचार करने की इजाजत है, पर जरा देखिये सत्ता व पावर की धमक ने क्या कर रखा है, आज सिसई में हेमन्त सोरेन की चुनावी सभा होनी थी, पर हेमन्त सोरेन को सिसई जाने से रोक दिया गया, क्योंकि तमाड़ में अपनी चुनावी सभा खत्म करने के बाद, वे जैसे ही हेलिकॉप्टर से सिसई जाने के लिए मूव किये, उन्हें बताया गया कि उनके हेलिकॉप्टर को उड़ने की इजाजत नहीं, क्योंकि फिलहाल VIP मूवमेंट चल रहा है।
फिर क्या था, हेलिकॉप्टर को उड़ने की इजाजत नहीं मिलने से हेमन्त सोरेन को सारा खेल समझ में आ गया, उन्होंने स्थानीय प्रशासन से टकराना उचित नहीं समझा, क्योंकि वे जानते हैं कि टकराने का फायदा भाजपा उठायेगी, और तरह-तरह की धाराएं लगाकर उन्हें फंसाने का काम किया जायेगा, उन्होंने भाजपा की चाल को वहीं ध्वस्त करने की योजना बनाई और वहीं से सिसई की जनता को संबोधित करने का कार्य प्रारम्भ किया।
हेमन्त सोरेन ने बताया कि वे सिसई आना चाहते हैं, पर उनकी हेलिकॉप्टर को प्रशासन उड़ने नहीं दे रहा। अगर वे जोर डालेंगे तो हो सकता है कि ये लोग हेलिकॉप्टर को कब्जे में कर लें, तथा उनके पायलट का लाइसेंस रद्द कर दें। वे आगे कहते है कि वे बहुत दुखी है, क्योंकि सिसई नहीं पहुंच पा रहे। उन्होंने जनता से प्रार्थना की कि वे भाजपा द्वारा सत्ता के पावर का किये जा रहे दुरुपयोग को समझने की कोशिश करें। जान-बूझकर उनके कार्यक्रमों में बाधा डालने की कोशिश ये रघुवर सरकार करा रही हैं।
ताकि झामुमो और महागठबंधन को जो सफलता मिल रही हैं, वो सफलता न मिल सकें, पर शायद रघुवर सरकार को मालूम नहीं कि जब जनता जगती हैं तो फिर क्या होता है? वे कहते है कि वे हेलिकॉप्टर में बैठे हैं, पर उन्हें जाने नहीं दिया जा रहा, गजब की रणनीति इन भाजपाइयों ने बनाई है, भाजपा के इस चाल को समझने की जरुरत है। वे आगे कहते है कि चूंकि प्रथम चरण के चुनाव में भाजपा को एक भी सीट नहीं मिलने जा रहा है, इसलिए अब वह इस तरह के हथकंडे अपना रही है।
इसलिए आप सभी से अनुरोध है कि आप गांव-गांव में इस बात को पहुंचाइये कि किस प्रकार झामुमो के कार्यक्रम में रोड़ा अटकाने का प्रयास भाजपा सरकार कर रही हैं, और जिसके लिए जमकर सरकारी तंत्र व सत्ता के पावर का दुरुपयोग किया जा रहा हैं। हेमन्त सोरेन साफ कहते है कि आज का दिन वाकई लोकतंत्र के लिए काला दिन है। आज मुझे VIP मूव्मेंट कह कर सिसई में चुनावी सभा करने जाने की इजाज़त नहीं दी गयी।
येन – केन प्रकारेन मुझे रोकने के लिए यह तानाशाह सरकार हर घटिया हथकंडा अपनाने पर तुली हुई है। सारे परमिशन लेने के बावजूद आज मुझे सिसई में सभा करने जाने से रोक दिया गया। चाहे जो कर ले अब यह तानाशाह ठगुबर दाग की सरकार – बदलाव अब झारखंड में आकर रहेगा। क्योंकि “एक लौ जल उठी है, हर इंसान में। हर दरिया तब्दील हो गया है सैलाब में। अब तो बदलाव आ कर ही रहेगा। ठान ली है हर इन्क़लाबी दिल ने।”