नेता प्रतिपक्ष के लिए नीलकंठ का दावा मजबूत, पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने सीपी सिंह को इसके लिए किया आगे
सदन में नेता प्रतिपक्ष कौन होगा? इसके लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने कैंपेन चलाना शुरु कर दिया है। रांची महानगर के भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोशल साइट पर इसके लिए अभियान चला रखा है। उनका कहना है कि सीपी सिंह लगातार छठी बार रांची से विधायक बने हैं। वे विधानसभाध्यक्ष के साथ-साथ नगर विकास विभाग मंत्रालय भी संभाल चुके हैं, इसलिए उनका दावा काफी ज्यादा मजबूत है।
भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि संगठन उनकी भी सुनें। इनका कहना है कि आगामी विधानसभा में विपक्ष के अपने विधायक दल के नेता बन, सीपी सिंह नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में रहे, ये सारे भारतीय जनता पार्टी रांची महानगर के कार्यकर्ताओं की दिली इच्छा है। ऐसे भी सीपी सिंह रांची में भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच अन्य नेताओं की अपेक्षा काफी लोकप्रिय हैं।
इतने लोकप्रिय की जब ये घर-घर रघुवर अभियान चलाने को तैयार हुए, तब कई भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके इस अभियान में शामिल होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उस वक्त कहा था कि सीपी सिंह, राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास से भी ज्यादा अपने इलाके में लोकप्रिय हैं, उन्हें ऐसे अभियान से दूर रहना चाहिए।
जबकि राजनीतिक पंडितों को कहना है कि भाजपा के सेहत के लिए अच्छा होगा कि वो नीलकंठ सिंह मुंडा को नेता प्रतिपक्ष बनाएं, क्योंकि ये भी लगातार पांचवी बार विधायक बने हैं, साथ ही संसदीय कार्य मंत्री, ग्रामीण विकास मंत्रालय भी संभाल चुके हैं, सीपी सिंह से हालांकि ये जूनियर हैं।
फिर भी झारखण्ड के राजनीतिक इतिहास और भूगोल को देखते हुए भाजपा की बेहतरी के लिए नीलकंठ सिंह मुंडा ही नेता प्रतिपक्ष के लिए ठीक रहेंगे। ऐसे भी सदन में भाजपा में अर्जुन मुंडा, रघुवर दास के बाद सर्वमान्य नेता नीलकंठ सिंह मुंडा ही हैं, जिन पर किसी को कोई आपत्ति नहीं हो सकती है।