डा. नेहा ने BJP MLA ढुलू की लगाई क्लास, पानी पीने पर मजबूर हुए विधायक, IMA ने ढुलू की सारी मांगे ठुकराई
अपनी आदत से लाचार पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का चहेता एवं बाघमारा का भाजपा विधायक ढुलू महतो एक बार फिर अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ कतरास के चौधरी नर्सिंग होम में आ धमका और वहां उपस्थित डा. नेहा व उनके परिवार के लोगों के साथ बदतमीजी करने की कोशिश की। जिस पर डा. नेहा ने बाघमारा के भाजपा विधायक की जमकर क्लास ली और कहा कि वे अपने व्यवहार में सुधार लाएं, डाक्टर से बातचीत करने की तमीज सीखें।
डा. नेहा और उनके परिवार को अंगूली दिखाकर बात कर रहे भाजपा विधायक ढुलू को उम्मीद नहीं थी कि इस बार उनके खिलाफ उलटा दांव पड़ जायेगा। डा. नेहा ने ढुलू को कहा कि वह नेता बन सकती है, विधायक बन सकती है, सांसद बन सकती है, पर क्या ढुलू डाक्टर बन पायेगा? जवाब दें, और जब ऐसा संभव नहीं, तब उसकी हिम्मत कैसे हुई, कि वह उसके तथा उसके परिवार के साथ बदतमीजी से पेश आये?
डा. नेहा ने कहा, ढुलू के गुंडागर्दी व बदतमीजी के आगे वह झूकनेवाली नहीं
भाजपा विधायक ढुलू, चौधरी नर्सिंग होम में आकर नर्सिंग होम पर हराधन की पत्नी की इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर, नर्सिंग होम से पैसे की बात करने आया था। डा. नेहा झा ने कहा कि किसी भी मरीज की इलाज में कॉम्लिकेशन होना अलग बात हैं, पर उस मरीज के इलाज में लापरवाही का आरोप डाक्टर पर लगाकर, डाक्टर का भयादोहन करना गलत बात है। डा. नेहा झा ने कहा कि ढुलू जितना भी ताकत लगा लें, उसकी गुंडागर्दी के आगे वह झूकनेवाली नहीं हैं। वह अच्छी तरह समझ जाये।
जैसे ही भाजपा विधायक ढुलू की डा. नेहा झा ने क्लास लेनी शुरु की। वहां उनके समर्थक हक्के-बक्के रह गये। उनको लगता था कि ढुलू और उनके समर्थकों के आते ही चौधरी नर्सिंग होम में कार्यरत डा. धीरज और डा. नेहा डर से कांपते नजर आयेंगे, पर हुआ यहां उलटा। विधायक ढुलू ही कांपता नजर आया और वहां से उठकर एक बगल की दुकान में पानी पीने लगा। जिस पर वहीं खड़े एक व्यक्ति ने बड़ी ही धीरे से रस ले लिया कि आज विधायक जी का डाक्टर साहिबा ने ऐसा क्लास लिया कि बेचारे की कंठ ही सुख गई, अब जनाब अपना कंठ पानी से तर कर रहे हैं।
अपने MLA ढुलू का पानी उतरता देख, हताशा में ढुलू समर्थकों ने विजय झा मुर्दाबाद का नारा लगाया
भारी हंगामा कर रहे ढुलू और उसके समर्थकों को यह आशा नहीं थी कि ऐसा दिन भी देखने को मिलेगा। भाजपा विधायक ढुलू के इस अपमान से बौखलाये, उसके समर्थकों ने विजय झा मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे, जबकि चौधरी नर्सिंग होम में हराधन की पत्नी के इलाज से विजय झा का कोई मतलब नहीं, चूंकि विजय झा, चौधरी नर्सिंग होम यानी इनके मालिक वीएन चौधरी के समधी है, और विजय झा ने ढुलू की हालत खराब कर रखी है।
उन्हें उनकी हरकतों के कारण कानून का भय दिखाना शुरु किया हैं, तो ढुलू के समर्थकों ने विजय झा मुर्दाबाद का नारा लगाना शुरु किया। विजय झा मुर्दाबाद के नारे लगाने से ही पता लग जाता है कि ढुलू हराधन की पत्नी को न्याय दिलाना चाहता है या अपनी राजनीति गोटी सेंकना चाह रहा है। जो राजनीतिक जानकार है, वे बताते है कि अब ढुलू की राजनीति ढलान पर हैं, ज्यादा चालाकी दिखायेंगे तो फिर जायेंगे, क्योंकि अब राज्य मे उनकी सरकार भी नहीं कि उन्हें कोई बचा लेगा।
इसी बीच इतने हंगामें के बाद, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डा. ए के सिंह, आइएमए के जिलाध्यक्ष डा. पी के सिंह, आइएमए सचिव डा. सुशील कुमार से भाजपा विधायक ढुलू की अंतिम बातचीत हुई। जिसमें ढुलू ने आइएमए से मांग की कि डा. नेहा और उनके सारे परिवार जो डाक्टर है, उन्हें आइएमए से निकाला जाये, डा. नेहा और उनके परिवार जो डाक्टर हैं वे विधायक से माफी मांगे, तथा डा. धीरज लिखित में दे कि मरीज पर आगे जो भी खर्च होगा, चौधरी नर्सिंग होम वहन करेगा।
इंडियन मेडिकल ऐसोसिएशन ने ढुलू की सारी मांगे ठुकराई, तथा प्रशासन से चिकित्सकों को सुरक्षा देने की मांग की
आइएमए ने भाजपा विधायक ढुलू की सारी मांगे अस्वीकार कर दी और कहा कि ढुलू की सारी मांगे अव्यवहारिक हैं, इसलिए कोई मांगे स्वीकार नहीं की जायेगी, जिला प्रशासन चिकित्सकों को सुरक्षा दें, सहयोग करें ताकि चिकित्सक मरीजों को बेहतर सेवा दे सकें। रही बात मरीज के इलाज की तो उसकी इलाज का जिम्मा आइएमए का होगा, उसकी इलाज के लिए दुनिया के जितने भी अच्छे डाक्टर हैं, मुहैया करा दी जायेगी, पर ढुलू के कहने पर कि उसके इलाज पर जितने पैसे खर्च होंगे, वह चौधरी नर्सिंग होम वहन करेगा, ये बात पचने के लायक नहीं।
राजनीतिक पंडितों का मानना है कि दरअसल ढुलू, चौधरी नर्सिंग होम का घेराव करवाकर विजय झा पर दबाव बनवाना चाहता है कि विजय झा उन्हें कानून का भय नहीं दिखाये, उसे बाघमारा में कुछ भी करने का छूट दे दें, जैसा कि वह चाहता है। जो लोग विजय झा को जानते है, वे बताते है कि ढुलू और विजय झा में आकाश-जमीन का अंतर है। विजय झा समाजसेवी है तो ढुलू क्या है? पूरा धनबाद जानता है, रही बात चुनाव जीतने की, तो वो कैसे जीता जाता है, या वे इस बार जीते हैं, उन्हें खुद पता है।