हेमन्त जी संभालिये राज्य को, नहीं तो आपके एक गलत निर्णय से, कही आपके इमेज और राज्य को धक्का न लग जाये
हेमन्त जी, सचमुच राज्य को संभालिये। आपके एक गलत निर्णय से, कही आपके इमेज और राज्य को धक्का लग गया, तो जनता खुद को माफ नहीं करेगी, क्योंकि राज्य की जनता और युवाओं ने बहुत ही ज्यादा आप पर विश्वास किया और आपने जो कहा, वो आपके हाथों में थमा दिया। कांग्रेस को जनता पसन्द आज भी नहीं करती, पर आपके कहने पर उसे अपने माथे पर बिठा लिया और उसे 16 सीटें थमा दी।
उसके बावजूद जरा उस कांग्रेस का रंग-ढंग देखिये, वो आपको ही उठक-बैठक कराने में लग गई, और इसे कराने में प्रदीप यादव, बंधु तिर्की तथा बाबू लाल मरांडी जैसे लोगों ने कांग्रेस और भाजपा का साथ देना शुरु कर दिया, हालांकि ये झारखण्ड का दुर्भाग्य रहा है कि इस मिट्टी से जुड़े नेताओं ने ज्यादातर मौके पर झारखण्ड के साथ दगा किया और अपने हित के लिए अपनी पार्टी तक को दांव पर लगा दी।
जिसकी यहां एक लंबी फेहरिस्त है, परंतु कुछ ऐसे भी निर्णय है जिससे आपके इमेज को धक्का लगने की शुरुआत हम कह सकते हैं, जिस पर ध्यान देने की जरुरत है, ऐसे भी आप जनता की बातों को श्रेय देते हैं, यह मैं जानता हूं और अगर जनता की बातों को आपने सही मायनों में अपने जेहन में उतारना अभी से शुरु कर दिया, तो लीजिये आनेवाले समय में आपकी राजनीतिक ताकत निःसंदेह बढ़ेगी, इसमें कोई किन्तु-परन्तु नहीं हैं।
आप इसे जानिये, आपके सत्ता में आते ही, वे सारे गंदे लोग सक्रिय हो गये, जो किसी न किसी प्रकार से आप से सटकर अपना हित साधना चाहते हैं, और अगर ऐसे लोग सक्रिय हो गये, तो निःसंदेह फिर से आपके सत्ता में आने का गौरव आपको मिल ही जायेगा, इस पर हमें संदेह हैं। आपके सत्ता में आते ही गोपाल जी तिवारी जैसे लोगों को फिर सक्रिय होना तथा अब तक किसी भी ईमानदार आइएएस या आइपीएस को सम्माजनक स्थान नहीं मिलना, जनता के बीच गलत संदेह पैदा कर रहा हैं, इस पर जितना जल्दी आप निर्णय ले, उतना ही अच्छा है।
रही बात कांग्रेस की, तो यह सुनिश्चित है कि आपको वह ठीक ढंग से काम नहीं करने देगी, जो भी आप अच्छा करेंगे, वह उसका श्रेय लेने की कोशिश करेगी और जो भी कुछ गलत होगा, उसकी जिम्मेदारी आप पर थोप देगी, पर निश्चिंत रहिये जनता कांग्रेस की बातों में आ जायेगी, ऐसा नहीं हैं, क्योंकि कांग्रेस ने शुरुआत में ही, अपना वो गंदा चेहरा दिखा दी कि जनता को विश्वास हो चला है कि हेमन्त सोरेन के कामों में भाजपा कम, पर कांग्रेस ज्यादा विरोध दर्ज करायेगी।
अभी हाल ही में पश्चिमी सिंहभूम के गुदड़ी प्रखण्ड में सात युवकों की हुई नृशंस हत्या और लोहरदगा में तथाकथित अल्पसंख्यक समुदाय के गुंडों द्वारा की गई गुंडागर्दी व आगजनी बता रहा है कि राज्य में लॉ एंड आर्डर की क्या स्थिति हैं? ऐसे में यहां कड़ा स्टेप लेने की जरुरत है, यहां तो मैं देख रहा हूं कि जिस पत्र को पुलिस विभाग का पुलिस महानिरीक्षक अभियान गोपनीय बताता है, वह पत्र आम जनता के हाथों में वह भी थोक भाव में पहुंच जाता है।
ऐसे में पुलिस विभाग से जुड़े सारे पदाधिकारियों पर कड़े कार्रवाई करने की जरुरत है, जो अपने काम को ठीक ढंग से नहीं कर पा रहे। ये जो केवल थाना प्रभारियों को निलंबित करने की परम्परा जो चल रही हैं, उस पर रोक लगाकर जब तक बड़े-बड़े पुलिस पदाधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी, राज्य में लॉ एंड आर्डर ठीक नहीं होगा, अगर इसके लिए पुलिस महानिदेशक को भी बदलने की जरुरत पड़े तो इसमें भी देर नहीं होनी चाहिए, क्योंकि लोहरदगा और प. सिंहभूम की घटना ने पूरे राज्य के सम्मान पर बट्टा लगाने की कोशिश की है। आगे आपकी इच्छा।
समय रहते साधिए,न तो ई लोग डूबा के ही दम लेगा..