हेमन्त को भाजपा के नन्हें-मुन्ने विधायकों के स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर देना चाहिए
झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को भाजपा के नन्हें-मुन्नें, प्यारे-दुलारे विधायकों के स्वास्थ्य की भी चिन्ता करनी चाहिए। जितना जल्द हो, झारखण्ड विधानसभा के बजट सत्र को शीघ्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर देनी चाहिए, क्योंकि सचमुच पूरे देश में कोरोना को लेकर स्थिति भयावह है, अगर खुदा न खास्ते झारखण्ड के इन नन्हे-मुन्नें, प्यारे-दुलारे विधायकों को कुछ हो गया, तो राज्य की जनता सचमुच झारखण्ड के मुख्यमंत्री को कभी माफ नहीं करेगी।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को चाहिए कोरोना वायरस से भाजपा के नन्हें-मुन्नें विधायकों को बचाने के लिए एक कमेटी बनाकर, उस कमेटी का अध्यक्ष बाबू लाल मरांडी को बना देना चाहिए, तथा समय-समय पर उनसे इन बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी लेते रहना चाहिए, तथा जनता को बताते रहना चाहिए कि भाजपा के सारे प्यारे-दुलारे विधायक स्वस्थ और कोरोना वायरस से मुक्त है।
ऐसे भी जब राज्य के मुख्यमंत्री राज्य के सभी स्कूलों-कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, सिनेमा हॉलों व पार्कों को बंद करने का आदेश दे दिये हैं, तो उन्हें विधानसभा पर भी कृपा कर ही देनी चाहिए। वर्तमान में जो विधानसभा चल रही हैं, वो भाजपाइयों की नजरों में विधानसभा थोड़े ही हैं, इनके लिए तो यह सैरगाह हैं,मस्ती करने की जगह हैं, तभी तो कोई ऐसा दिन नहीं, जिस दिन ये हंगामे न खड़े किये हो, पहले नेता प्रतिपक्ष के नाम पर हंगामा किया और अब सीएए तथा लोहरदगा हिंसा को लेकर बैठ गये।
कोरोना पर तो भाजपा विधायकों का बयान ही अजूबा है। कमाल है, मध्य प्रदेश में इनके भाजपाई राज्यपाल सदन बुलाकर शीघ्रातिशीघ्र बहुमत सिद्ध करने के लिए दबाव बना रहे हैं, जबकि कोरोना के नाम पर ही कमलनाथ सरकार ने विधानसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करवा दिया और झारखण्ड में देखिये, जब विधानसभा चल रही हैं, वहां भाजपा के ही विधायक सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का सरकार पर दबाव बना रहे हैं।
होना तो यह चाहिए था कि ये विपरीत परिस्थितियों में भी काम करते, और कोरोना से लोगों को लड़ने तथा स्वच्छता का संदेश देते, पर ये तो खुद भी बच्चों से भी बच्चे बनने का नाटक कर रहे हैं, इन्हें छुट्टियां चाहिए, बहुत हो चुका विधानसभा ये अब विधानसभा से मुक्ति चाहते है।
जरा देखिये न, मुद्दाविहीन भाजपाइयों ने आज सदन में किया क्या है? आज सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की मांग उठाई है, जिस पर सत्ताधारी दल भाजपाइयों को खुब लताड़ा तथा उसे मुद्दाविहीन विपक्ष कहकर उसका मजाक भी उड़ाया, पर भाजपा को इससे क्या मतलब?
भाजपा विधायक रणधीर सिंह का कहना था कि अन्य राज्यों में सदन स्थगित हो रहा है, ऐसे में झारखण्ड विधानसभा भी स्थगित हो जाना चाहिए, जबकि केदार हाजरा ने भी सदन को अनिश्चितकाल तक स्थगित करने की मांग दुहरा दी। अब जरा सोचिए, जिस दल में ऐसे-ऐसे विधायक/नेता हो, जहां मध्यप्रदेश में सदन बुलाकर बहुमत सिद्ध करने का आदेश भाजपाई राज्यपाल करते हो, उसी दल के विधायक झारखण्ड में कमलनाथ सरकार द्वारा ली गई निर्णय को यहां लागू करने के लिए जोर लगा रहे हैं। वाह री भाजपा और वाह री भाजपा की सोच।