अभावों के बीच भी मानवता की सेवा कर रहे समस्त कोरोना वॉरियर्स को अभिनन्दन, कांग्रेस इस संकट में देश के साथ – सोनिया गांधी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण के लगभग डेढ़ घंटे पूर्व कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने देशवासियों को संबोधित किया। अपने संबोधन में सोनिया गांधी ने किसी की आलोचना नहीं की, बल्कि कोरोना महामारी से लड़ रहे, डाक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों, सफाईकर्मियों, पुलिस पदाधिकारियों एवं अन्य सामाजिक संगठनों का उत्साहवर्द्धन किया।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि नाना प्रकार के अभावों के बीच भी डाक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों, सफाईकर्मियों द्वारा कोरोना पीड़ितों की सेवा के लिए 24 घंटे सेवा में जूड़े रहना, उनकी अभूतपूर्व देशभक्ति को प्रदर्शित करता है। उन्होंने इसके लिए सभी का अभिनन्दन किया, साथ ही देशवासियों से इन सभी को सहयोग करने का भी अनुरोध किया।
सोनिया गांधी ने लॉकडाउन के दौरान हो रही समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि इससे घबराने की जरुरत नहीं, बल्कि इसमें धैर्य रखते हुए, स्वयं को कोरोना से बचाने के लिए जुट जाना है। उन्होंने सभी से सोशल डिस्टेन्सिंग अपनाने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में जिस प्रकार सारा देश एकताबद्ध होकर इस महामारी से लड़ रहा हैं, वो प्रशंसनीय है।
उन्होंने कहा कि भले ही उनकी पार्टी सत्ता में रहे या विपक्ष में, पर वो अपना कर्तव्य भूली नहीं हैं, उनके कार्यकर्ता हर जगह उपलब्ध हैं, तथा मानवता की सेवा में जूटे हैं। भारत की संस्कृति भी हमें इस बात के लिए प्रेरित करती हैं कि हम सभी की सेवा में जुट जाये। उन्होंने सभी देशवासियों से अपील की कि उन्हें कभी भी, कही भी किसी चीज की जरुरत या सहयोग की आवश्यकता हो, वे कांग्रेसी कार्यकर्ता या कांग्रेस कार्यालय से सम्पर्क करें, उनके कार्यकर्ता उनकी सेवा से पीछे नहीं हटेंगे।
सोनिया गांधी ने इस अवसर पर अपने भाषण में कई बार अभावों का जिक्र किया, पर किसी की आलोचना से परहेज किया, बल्कि इसके ठीक विपरीत उनका पूरा भाषण देश के नागरिकों और कोरोना वारियर्स के उत्साहवर्द्धन तक ही सिमटा रहा, जिसकी सर्वत्र प्रशंसा हो रही हैं। बुद्धिजीवियों का कहना है कि संकट की इस घड़ी में कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी का यह संदेश निश्चय ही भारत को इस संकट से निकालने में बहुत बड़ा योगदान करेगा।