CMO द्वारा मांगे गये स्पष्टीकरण का विनायक क्लीनिक ने दिया जवाब, कहा उनके क्लीनिक ने कोई गलतियां नहीं की
पिछले दिनों एक परिवार के साथ हुए हृदय विदारक घटना को लेकर राज्य सरकार सजग हुई है। राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के आदेशानुसार, रांची के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने रांची के हरमू हाउसिंग कॉलोनी स्थित विनायक क्लीनिक एवं मेटरनिटी सेन्टर के प्रबंधक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
उक्त मेटरनिटी सेन्टर ने भी कारण बताओ नोटिस का जवाब देकर, अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है, उक्त मेटरनिटी सेन्टर का कहना है कि उसने कोई ऐसी गलती नहीं की, जिसको लेकर उसे कोई गलत ठहरा दें, जिस दिन इस मेटरनिटी सेन्टर को कारण बताओ नोटिस जारी हुआ, ठीक उसी दिन मेटरनिटी सेन्टर ने अपनी बात मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी तक पहुंचा दी।
मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने विनायक क्लीनिक एवं मेटरनिटी सेन्टर के प्रबंधक को भेजे पत्र में लिखा है कि एक मरीज (गर्भवती महिला) का इलाज आपके क्लीनिक पर हुआ था, परन्तु इलाज में लापरवाही बरती गई है। अतः अपना स्पष्टीकरण अविलम्ब दें कि क्यों नहीं क्लीनिक एस्टीबलिसमेंट एक्ट के अनुसार आपके क्लीनिक का पंजीकरण निरस्त कर दिया जाये। यह पत्र 06 मई को जारी की गई है।
इधर विनायक क्लीनिक एवं मेटरनिटी सेन्टर के प्रशासक डा. ओम प्रकाश सिंह ने मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी रांची डा. बी बी प्रसाद को अपना स्पष्टीकरण संप्रेषित कर दिया है। अपने स्पष्टीकरण में डा. ओम प्रकाश सिंह ने लिखा है कि दिनांक तीन मई की संध्या सात बजे एक गर्भवती महिला हरमू स्थित उनके क्लीनिक पर आई। यहां पर उपस्थित महिला चिकित्सक द्वारा उसकी जांच की गई।
जांचोपरांत महिला चिकित्सक को गर्भ में पल रहे बच्चे का धड़कन नहीं मिला, एवं उक्त महिला का रक्तचाप 240/140 रिकार्ड किया गया। साथ ही साथ रक्तस्राव हो रहा था, अतः महिला चिकित्सक ने शीघ्रातिशीघ्र रिम्स रांची ले जाने का उनके परिजनों को सुझाव दिया, चूकि इस क्लिनिक में गंभीर अवस्था के मरीजों की उपचार सुविधा नहीं हैं।
अतः उक्त मरीज के साथ उनकी बहन जो स्वास्थ्य विभाग के सीएचओ के पद पर कार्यरत है, उन्हें मरीज के गंभीर स्थिति से अवगत कराते हुए तत्काल रिम्स रांची जाने का सलाह दिया गया। जिस पर उन्होंने अपनी सहमति भी दी। प्रशासक ने आगे लिखा है कि कोविड 19 काल में उनके क्लीनिक में मरीजों का उपचार उपस्थिति चिकित्सकों द्वारा लगातार किया जा रहा है एवं कोई लापरवाही नहीं बरती जा रही है। इसलिए क्लीनिक का पंजीकरण रद्द नहीं किया जाय।
सही बात है इस क्लिनिक में मैंने हाल में इलाज कराया हैं।यह क्लिनिक इलाज से मना नही कर रही , जहां कोई ना लिया इस क्लिनिक ने मेरे परिवार का इलाज किया।