अपनी बात

मानवीय मूल्यों को समर्पित पत्रकार सन्नी शरद, गरीब रिक्शावाला, मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और हमारा बर्थडे गिफ्ट

“मैं किसी से बेहतर करुं, क्या फर्क पड़ता है, मैं किसी का बेहतर करुं, बहुत फर्क पड़ता है” ये ध्येय वाक्य है, झारखण्ड के पत्थऱगामा इलाके से आनेवाले मानवीय मूल्यों से ओत-प्रोत एक पत्रकार सन्नी शरद का। पता नहीं क्यों, जब मैं इसे देखता हूं इसे देखते ही हमारे हृदय का द्वार आशीर्वाद देने के लिए स्वतः खुल जाता है। इसके फेसबुक वॉल, इसके द्वारा किये गये मानवीय मूल्यों से संबंधित कार्यों का बखूबी बयान करते हैं। इस बच्चे ने बहुत कम ही समय में अपने कार्यों से एक अलग पहचान बना ली है, हमें लगता है कि झारखण्ड से लेकर दिल्ली तक इस बच्चे ने अपनी प्रतिभा से वो पहचान बना ली है, जो शायद ही कोई बना पाये।

मेरा मानना है कि जीवन में तीन शब्दों का हमेशा से प्रभाव रहा है। पहला प्रारब्ध, दूसरी प्रार्थना और तीसरा प्रयास। जब मैं इस बच्चे को देखता हूं तो प्रारब्ध का अंदाजा लग जाता है, इसके जीवन में प्रार्थना तो है ही, और प्रयास में तो इसका जवाब नहीं, हालांकि कुछ जगहों पर इस बच्चे को काफी परेशानी झेलनी पड़ी है, पर हमें लगता है कि ईश्वर जो करता है, वो अच्छे के लिए करता है, ये परेशानियां भी आगे चलकर उसके लिए फूलों का हार साबित होगी, ऐसा हमें विश्वास है।

ऐसे तो सन्नी शरद हमेशा फोन मुझे करता है, और समय-समय पर हाल-चाल लेते रहता है, फेसबुक पर आज मेरा जन्मदिवस है, ऐसा जैसे ही उसे पता लगा, सन्नी का फोन आया, सर आपको हमारी ओर से जन्म दिन की शुभकामनाएं स्वीकार हो।  ऐसे भी मैं जानता था कि देर-सवेर और किसी का फोन आये या नहीं आये, पर कुछ लोग ऐसे हैं, जिनका फोन आना ही आना है, उन्हीं में से कुछ के नाम है – पत्रकार संजय रंजन, आध्यात्मिक व्यक्तित्व के धनी राजेश कृष्ण, अमित सिंह और सन्नी शरद।

सन्नी शरद ने कहा कि सर आज आपके जन्मदिन पर हमारी ओर से एक बर्थडे गिफ्ट। हमने पूछा क्या? उसने कहा कि जिन हजारीबाग के रिक्शाचालक राजकुमार रविदास की रिक्शा चोरी हो गई थी, उन राजकुमार रविदास जी को मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन अपने आवास पर बुलाए हैं और उन्हें नई रिक्शा देने जा रहे हैं, साथ ही उसकी भोजन की व्यवस्था करने की भी जिम्मेदारी उठाई है।

जैसे ही सन्नी ने यह बात कही, मेरा मन खिल उठा, सचमुच इससे सुंदर बर्थडे गिफ्ट, मेरे लिए और क्या हो सकती है। सन्नी ने अपने फेसबुक वॉल के माध्यम से ही बताया था कि एक पत्रकार अमिता अन्वी भी उस राजकुमार रविदास को रिक्शा देने के लिए हाथ बढ़ाई थी, पर ये काम बहुत जल्द हो गया। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने स्वयं संज्ञान लिया और राजकुमार रविदास को मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने सम्मान के साथ रिक्शा दिलवाई, जो काबिले तारीफ है और शायद यही कारण है कि मैं हमेशा से हेमन्त सोरेन के इस दयालुता का प्रशंसक रहा हूं।

हेमन्त सोरेन ने हमेशा से ही अपने झारखण्डियों के लिए एक विजन रखा है और वे विजन को साकार रुप देना चाहते हैं। यही कारण है कि आज पूरे देश में इनके विजन का डंका बज रहा हैं और हमें लगता है कि बजता भी रहेगा। ऐसे भी झारखण्ड में देखा जाय तो हेमन्त सोरेन का विपक्ष में कोई विकल्प भी नहीं, क्योंकि विपक्ष जिनको इनके विकल्प के रुप में पेश कर रहा हूं, उन्होंने स्वतः अपने विकल्प होने की छवि खो दी है, इसलिए आनेवाले कुछ सालों तक तो हेमन्त सोरेन को कोई छू भी नहीं सकता, अगर इसी प्रकार से वे काम करते रहे, झारखण्ड की जनता का बिना भेदभाव की सेवा करते रहें, जरुरतमंदों को उनकी जरुरत की चीजें बिना किसी रुकावट के पहुंचाते रहे तो समझ लीजिये इनके आगे-पीछे कोई नजर भी नहीं आयेगा।

आज राजकुमार रविदास जी प्रसन्न हैं, उनकी चोरी हो गई रिक्शा की जगह, नई रिक्शा उनके हाथों में हैं। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने उन्हें अपने हाथों से रिक्शा भेंट किया है, उनका स्वागत किया है, लोकतंत्र की यही तो खुबसुरती है, जब जनता बिना किसी भेदभाव के मुख्यमंत्री के आवास पर सम्मानित हो जाये, तो इससे बड़ी खुशी और क्या हो सकती है। सचमुच सन्नी आपने वो काम किया कि जिसकी प्रशंसा के लिए शब्द नहीं, सचमुच आपने मुझे आज मेरे जन्मदिन पर एक बहुत ही सुंदर बर्थडे गिफ्ट दिया है। इसे में जिंदगी भर याद रखुंगा।

जिंदगी भर याद इसलिए रखुंगा, क्योंकि मैंने आपके लिए कुछ नहीं किया और न ही किसी के लिए कुछ करने की स्थिति में हूं, क्योंकि पिछले तीन साल से घर में बैठा हूं, क्योंकि पूर्व की सरकार ने ऐसी स्थितियां हमारे सामने ला दी की, हमारे लिए बहुत बड़ा संकट है, एक तो झूठे केस में मुझे फंसा दिया गया है, जिसको मैं झेल रहा हूं, दूसरी ओर हमारी ऐसी आदत है कि उन आदतों को छोड़ भी नहीं सकता।

ये आदत तो हमारी जिंदगी के साथ ही जायेगी, उसके बाद भी आप मुझे याद किये, इतना सुंदर बर्थडे गिफ्ट दिये, जिसको लेकर आज मैं बहुत प्रसन्न हूं। राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को भी साधुवाद, कि उन्होंने पत्रकार सन्नी शरद की बातों का संज्ञान लिया, नहीं तो मेरे पास आज ये सुंदर बर्थडे गिफ्ट नहीं होता। दिल से दोनों को बधाई, राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और हरदिल अजीज पत्रकार सन्नी शरद को भी। जब तक दुनिया में रहिये, चमकते रहिये।

One thought on “मानवीय मूल्यों को समर्पित पत्रकार सन्नी शरद, गरीब रिक्शावाला, मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और हमारा बर्थडे गिफ्ट

  • सुंदर सोई जो सुंदर करई।।
    सन्नी शारद जी ईश्वर आपको सदैव खुश रखें
    🙏❣️
    प्रणाम

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