अपनी बात

ब्राह्मणों ने किया प्रभात खबर के बहिष्कार की घोषणा, अखबार की प्रतियां जलाई, लीगल नोटिस भेजने की भी तैयारी

हजारीबाग के विष्णुगढ़ के बनासो में बने कोरेन्टिन सेन्टर से संबंधित कल प्रभात खबर में प्रकाशित खबर को लेकर ब्राह्मण समुदाय आज सड़कों पर आ गया। गुस्सा इस कदर भड़का कि ब्राह्मण समुदाय अखबारों की प्रतियां जलाने से भी नहीं चूका। कई लोग अखबार के खिलाफ लीगल नोटिस भेजने की भी तैयारी कर रहे हैं।

आक्रोशित ब्राह्मण युवकों का कहना है कि देश व राज्य में एक सुनियोजित साजिश के तहत ब्राह्मणों के खिलाफ वैमनस्यता फैलाने की तैयारी चल रही हैं, जिसकी कड़ी में यह समाचार भी है। जिससे उनका मन दुखी है। इन ब्राह्मण युवकों का कहना है कि इस अखबार ने भ्रामक समाचार फैलाकर पूरे राज्य ही नहीं बल्कि देश में हजारीबाग के ब्राह्मणों को बदनाम कर दिया। यह तो अच्छा रहा कि हजारीबाग के उपायुक्त ने प्रभात खबर में छपी समाचार के बाद तथा सोशल साइट पर उठे बवंडर को देखते हुए, अपर समाहर्ता दिलीप तिर्की से इसकी जांच करवा दी, और जांचोपरांत आरोप को निराधार बताया गया।

आक्रोशित ब्राह्मणों का कहना है कि प्रभात खबर ने आज भी बनासो से संबंधित खबरे छापी है, उसमें स्वयं के कल प्रकाशित समाचार को ही स्थापित करने की कोशिश की है, न कि खंडन छापा है, ऐसे में प्रभात खबर के बहिष्कार के सिवा दूसरा कोई विकल्प अब नहीं रह जाता, साथ ही इसके लिए कानूनी प्रक्रिया अपनाना उनकी मजबूरी हो गई है।

इधर सोशल साइट पर इस प्रकरण को लेकर ब्राह्मणों में गुस्सा साफ दिख रहा है, कई ब्राह्मण प्रभात खबर के खिलाफ अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं तो कई अपने घरों में अकेले ही अखबार की प्रतिया जलाकर अपना आक्रोश दिखा रहे हैं। हाल ही में हिन्दपीढ़ी में भी कई मुस्लिम युवकों ने लॉक डाउन के दौरान प्रभात खबर की प्रतियां जलाई थी, तथा उसमें छपी कुछ खबरों पर अपनी आपत्तियां जताई थी, उस वक्त हिन्दपीढ़ी के कई संभ्रात बुद्धिजीवियों ने भी प्रभात खबर में छपे समाचार को लेकर आक्रोश व्यक्त किया था।

इधर ब्राह्मणों द्वारा आक्रोश व्यक्त करने के बाद अखबार को यह दुसरा झटका लगा है, जिससे इस अखबार की विश्वसनीयता घटी है। फिलहाल सोशल साइट पर आज प्रभात खबर के खिलाफ ब्राह्मणों का गुस्सा वायरल होता दिख रहा है, अगर ऐसा होता है तो किसी भी अखबार के लिए, यह बुरा संकेत है, क्योंकि विश्वसनीयता घटने पर आपकी छवि को बहुत बड़ा गहरा धक्का लगता है, जिसे पुनः वापस लाना संभव नहीं होता।