राजनीति

भाजपाइयों द्वारा कॉ महेन्द्र सिंह को याद करना या तो नासमझी है या सोची समझी धोखाधड़ी – CPIML

भाकपा-माले झारखंड राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद और विधायक विनोद सिंह ने कहा है कि राज्य सभा में भाजपा की हार सुनिश्चित करना जनप्रतिनिधियों का मोदी सरकार की उपेक्षा का सबसे बढ़िया जवाब होगा। विधायकों की खरीद-फरोख्त से राज्य सभा की सीट हासिल करने को बेचैन भाजपा के एक नेता द्वारा कॉ महेंद्र सिंह को याद करना या तो नासमझी है या सोची-समझी धोखाधड़ी।

भाजपा मध्य प्रदेश से लेकर कर्नाटक, राजस्थान , गुजरात आदि राज्यों में सरकार या राज्य सभा की सीटें हासिल करने के लिए सौदेबाजी की है, यह देश के इतिहास में सबसे कलंकित अध्याय है। कॉ महेंद्र सिंह जनता और उसूलों के प्रति प्रतिबद्ध एक जनप्रतिनिधि के उदाहरण है। आज  मोदी सरकार लोकतंत्र, संविधान और संस्थाओं पर हमला कर सांप्रदायिक तानाशाही और कॉरपोरेट लूट देश पर थोप रही है।

इस वक्त किसी भी संवेदनशील नागरिक का पहला कर्तव्य है, भाजपा को हर मोर्चे पर पीछे धकेलना। इस काम में किसी भी तरह की कमजोरी जनता के साथ गद्दारी होगी। कॉ महेंद्र सिंह ने जनता के लिए हर सत्ता के साथ टकराव मोल लिया और भाजपा की जब झारखंड में सरकारें बनी तो भाजपा सरकारों के संरक्षण में चले, लूट दमन के खिलाफ विधानसभा से लेकर सड़कों के संघर्षों में सबसे आगे रहे और उन्हें इसके लिए जेल भी जाना पड़ा। जिनकी स्मृति कमजोर हो गई हो, वे तात्कालिक विधानसभा के रिकार्डों को देख सकते हैं और उस समय के अखबारों के पन्ने पलट सकते हैं।

आज भाजपा का जनविरोधी चेहरा और बेनकाब है। लॉक डाउन में मोदी सरकार का बर्ताव प्रवासी मजदूरों और गरीबों के साथ अत्यंत अमानवीय रहा है। मदद के नाम पर पीएम केयर्स फंड से मात्र आठ करोड़ सड़सठ लाख की राशि देकर उन्होंने झारखंडियों की पीड़ा का मजाक ही उड़ाया है। कॉ महेंद्र सिंह आज होते तो उनका आह्वान क्या होता? वे भाजपा सरकार के इस रवैए के खिलाफ सबसे अग्रिम मोर्चे पर होते। भाकपा-माले का कोई भी प्रतिनिधि इस बात को नहीं भूल सकता है। 

भाजपा सांसदों और विधायकों ने कोरोना महाविपदा में भी झारखंड के साथ इस तरह के भेदभाव के खिलाफ और प्रवासी मजदूरों के हित में चूं तक नहीं किया। झारखंड की जनता ने भाजपा को पहले ही राज्य में उसकी जगह दिखा दी है। आज झारखंड के जनप्रतिनिधियों को यह काम अब आगे बढ़ाना है।  झारखंड के तमाम जनप्रतिनिधियों का दायित्व है कि वे राज्य सभा चुनाव में भाजपा की हार सुनिश्चित कर इसका जवाब दें।

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