अपनी बात

बाबूलाल और दीपक प्रकाश दिल्ली से जब भी लौटे, उन्हें 14 दिन होम कोरेन्टिन में रखा जाय

राज्य सरकार ने कोविड 19 को देखते हुए तथा झारखण्ड में बढ़ते संक्रमण पर काबू पाने के लिए बहुत ही अच्छा फैसला लिया है। विद्रोही24. कॉम से बातचीत के क्रम में राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने कहा कि झारखण्ड का कोई भी व्यक्ति चाहे वह अधिकारी हो या आम जनता, अगर किसी वजह से झारखण्ड से बाहर जा रहे हैं, तो उन्हें लौटने के बाद होम कोरेंन्टिन में रहना होगा। यह आदेश 20 जुलाई से प्रभावी होना है।

उनका यह भी कहना है कि राज्य के बाहर जाने और वापस आने के लिए भी अब रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा, इसके लिए वेबसाइट (झारखण्डट्रेवल डॉट निक डॉट इन) की सेवा ली जा सकती है। बिना रजिस्ट्रेशन के झारखण्ड की सीमा में प्रवेश की अनुमति किसी को नहीं होगी। राज्य के मुख्य सचिव का यह भी कहना है कि कोई भी निजी या सरकारी अधिकारी सरकारी या निजी कार्य के लिए झारखण्ड आते हैं, तो वे अपना काम कर लौट सकते हैं, पर निजी कार्य के लिए आयेंगे तो उन्हें होम कोरेन्टिन में रहना ही होगा।

अब सवाल उठता है कि कोई भी व्यक्ति निजी या सरकारी काम के लिए आता हैं तो वह अपने ढंग से काम कर सकता है, लौट सकता है, पर जो राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं, क्या उन पर भी ये कानून लागू होगा या ये लोग भी अधिकारियों की तरह खास हो जायेंगे और जब मन करेगा दिल्ली जाकर, अपने नेताओं की गणेश परिक्रमा करके चले आयेंगे, क्योंकि देखने में आ रहा है कि भाजपा के स्थानीय बड़े नेता इन दिनों दिल्ली की सैर कर रहे हैं और अपने-अपने आकाओं को खुश करने के लिए उनके सामने नाना प्रकार की भूमिका बांध रहे हैं।

इसी बीच झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डा राजेश गुप्ता छोटू ने कहा है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी कोरोना संक्रमण काल में दिल्ली गये है, इनके दिल्ली जाने से झारखंड की जनता को कितना फायदा पहुंचेगा, यह तो वक्त ही बतायेगा, लेकिन उनके दिल्ली जैसे रेड जोन में जाने और वापसी के बाद कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव की आशंका बन गयी है। 

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता ने कहा कि झारखंड सरकार ने आईसीएमआर और डब्ल्यूएचओ के दिशा-निर्देशों के आलोक में यह फैसला लिया है कि दूसरे राज्यों से आने वाले हर व्यक्ति को 14 दिनों तक होम कोरेन्टिन में रहना होगा, इस आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगी और ऐसे लोगों को पेड क्वारंटाइन सेंटर में रखने की बात भी कही गयी है। 

आलोक कुमार दूबे ने कहा कि जब भी भाजपा के ये दोनों नेता दिल्ली से रांची वापस लौटते है, तो उनका होम कोरेन्टिन सुनिश्चित कराया जाए, ताकि अन्य लोगों में वायरस के संक्रमण के फैलाव का खतरा नहीं हो। उन्होंने कहा कि जब ये होम कोरेन्टिन में रहेंगे, तो आम जनता के बीच भी अच्छा संदेश जाएगा और लोग सरकार के आदेश को मानेंगे।

हालांकि ये तो राजनीतिक बाते हो गई, लेकिन सच्चाई यह है कि कोविड 19 के भारत आगमन के बाद सर्वाधिक अगर कोविड 19 के नियमों की अगर किसी पार्टी ने धज्जियां उड़ाई हैं तो वह भाजपा ही है।कोविड 19 काल में मध्यप्रदेश जैसे राज्य में तख्ता पलटने की बात हो या राजस्थान को भी अपने में मिलाने की बात हो, इनके नेताओं की मंशा जगजाहिर है, अब तो लोग दबे जुबां से ही यह कहने में लगे है कि क्या झारखण्ड में भी भाजपा के लोग इसी प्रकार की हरकत करेंगे, जो अन्य जगहों पर किये हैं, वह भी कोरोना काल में या खुद को सुधारेंगे।

अब तो हर बात में शुचिता व शुद्धता की बात करनेवाली भाजपा कब इन दो शब्दों को तिलांजलि दे दी, उसे खुद पता नहीं, पर राज्य की जनता ने भाजपा के नेताओं पर अच्छी नजर रख रही है, ताकि वक्त आने पर इन्हें सबक सिखा सकें, फिलहाल तो जनता को 20 जुलाई का इंतजार है, अगर ये दोनों नेता इसके पहले आते हैं तो ठीक है, पर 20 जुलाई के बाद जैसे ही आयेंगे, सभी की नजर रहेगी कि ये होम कोरेन्टिन में हैं, या इनकी राजनीति की दुकान पहले की तरह चल रही है।