इधर भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक, उधर जनता नाराज, किया नापसंद, दागे सवाल, रघुवर पोस्टर से गायब
आज झारखण्ड भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की एकदिवसीय बैठक थी। दिल्ली से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, तो रांची से प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे, और इधर जनता विभिन्न सोशल साइट्सों के माध्यम से आज की भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक पर नजर रख रही थी, अगर सोशल साइट्स की बात करें, तो इस भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को भी बड़ी संख्या में लोगों ने नापसंद किया। नापसंद करने वालों की संख्या, भाजपा को पंसद करनेवालों से करीब पांच गुणा अधिक थी।
कई युवाओं और खुद भाजपा के चाहनेवालों ने सोशल साइट्स के माध्यम से भाजपा के शीर्षस्थ नेताओं से सोशल साइट्स पर सवाल दागे, लेकिन भाजपा नेताओं के पास लगता है कि उसका जवाब ही नहीं। इधर जेपी नड्डा और स्थानीय प्रादेशिक नेताओं के भाषण और उनके भाषणों में तुष्टिकरण की बात से साफ लगा कि भाजपा एक बार फिर पुराने ढर्रें पर लौटकर, झारखण्ड में दबदबा बनाना चाहती है, पर भाजपाइयों को मिल रहे डिस्लाइक ने, यहां सत्ता संभाल रही झामुमो के हौसले बुलंद कर दिये है, राजनीतिक पंडित तो मानते है कि जितना देर भाजपा सत्ता से दूर रहेगी, उतने ही उनके कार्यकर्ताओं का हौसला पस्त होगा और झामुमो यहां सशक्त होती चली जायेगी।
आश्चर्य की बात है कि आज भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक थी, और प्रदेश अध्यक्ष ने कल तक नई प्रदेश कार्यसमिति का गठन ही नहीं किया था, जब विद्रोही 24. कॉम ने यह मुद्दा उठाया तो बाद में बताया गया कि नई कार्यसमिति बन गई है, दिल्ली अनुमोदन के लिए वह सूची भेजी गई है, राज्य के सभी सांसदों-विधायकों को उसमें जगह दी गई है। केवल इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई हैं। विद्रोही24. कॉम को यह भी बताया गया कि नये लोगों को आज की बैठक की जानकारी दी जा रही है और नई सूची बैठकोपरांत आज जारी कर दी जायेगी, पर जो अभी तक की सूचना है, नई सूची जारी नहीं की गई है, जिससे साफ पता लगता है कि भाजपा के अंदर कुछ भी ठीक-ठाक नहीं है। कई भाजपा नेता अपने फेसबुक पर इस कार्यसमिति की बैठक का फेसबुक लाइभ कर रहे थे और जनता उन्हीं के पोस्ट पर दिये जा रही थी।
जरा भाजपा के बहुचर्चित, विवादित नेता भी कह सकते है, निशिकांत दूबे का फेसबुक खोलिये। एक नहीं अनेक लोगों ने भाजपा के नेताओं पर सवाल खड़े कर दिये। आर जे रवि राज ने यू-ट्यूब का फोटो लेकर चेप दिया और लिखा – देख लीजिये, क्या हाल है, आप लोगों का संवाद का, आप लोगों के सरकार को पूरी जनता नापसंद कर रही है। नीरज पटेल ने लिखा – जिस बात को हम सुनने के लिए बैठे थे। उसके बारे में कुछ कहा ही नहीं गया। बेरोजगारी को लेकर किसी मंत्री ने कुछ कहा ही नहीं। हमें रोजगार कब मिलेगा। क्या हम सब दिन दिल्ली, गुजरात, बैगलोर में ही कमाने जायेंगे। हमें अपने क्षेत्र में रोजगार कब मिलेगा। झारखण्ड में भाजपा की सेन्ट्रल गवर्नमेट 15 वर्षों तक रही, पर झारखण्डवासियों को कोई रोजगार नहीं मिला। अब आपको क्या 50 वर्ष शासन चाहिए, हमें रोजगार देने के लिए।
बाबू लाल मरांडी के पोस्ट पर जयमंगल इंदवार ने लिखा कि आपने अपना जमीर बीजेपी के हवाले करके, जनता की उम्मीदों पर पानी फेर दिया, जबकि एम अग्रवाल ने लिखा कि भाजपा से अब कुछ नहीं होनेवाला है, सिर्फ हिन्दू मुस्लिम करनेवाली पार्टी बनकर रह गई और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को तो लगता है कि उनके लोग आज भी देखने को तैयार नहीं, वे तो झारखण्ड में भाजपा की बर्बादी के लिए एकमुश्त रघुवर दास के अहंकार को ही जिम्मेवार ठहराते हैं। जावेद कमर लिखते है कि कैसे मान लिया जाय, जो लिखा वहीं सच है, जनता को काम चाहिए, बोली नहीं। दयानन्द अखौरी लिखते है कि सही बात है, रघुवर दास ही जिम्मेवार है भाजपा को डूबोने में घमंड और अहंकार ले डूबा, क्रिमिनल को टिकट देना घातक साबित हुआ। निकिश जायसवाल कहते है कि भाजपा ही झारखण्ड को आगे ले जा सकती है, पर पिछली सरकार थोड़ा अहंकार में ना होती तो आज बीजेपी की सरकार होती।
ऐसे आज पहली बार देखने को मिला कि रघुवर दास महत्वपूर्ण पोस्टरों व बैनरों से गायब रहे। बैकग्राउंड पोस्टर में एक ओर जेपी नड्डा, नरेन्द्र मोदी तो दूसरी ओर बाबू लाल व दीपक प्रकाश नजर आये। ये बैकग्राउंड पोस्टर भाजपा की आनेवाली राजनीतिक भविष्य का संकेत दे रहा था कि रघुवर दास प्रकरण अब लोग सदा के लिए भूल जाये। अब जो भी होगा दीपक प्रकाश और बाबू लाल मरांडी ही प्रमुख रुप से भाजपा का मार्ग प्रशस्त करेंगे। इधर राजनीतिक पंडितों को मानना है कि रघुवर दास ने भाजपा के लिए पहले से ही इतना गड्ढा खोद रखा है कि उसे भरने में ही भाजपा को नौ दिये तेल जल जायेंगे।