हेमन्त सरकार में शामिल अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी का कोरोना से मौत, शोक की लहर
हेमन्त सोरेन मंत्रिमंडल में शामिल अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी अब इस दुनिया में नहीं रहे। उनका निधन कोरोना से हुआ या किसी और बीमारी से इस पर अभी संशय है, क्योंकि पूर्व में ये कोरोना से पीड़ित होकर रांची के मेदांता हास्पिटल में भर्ती हुए थे, लेकिन जो कल इनकी कोरोना की रिपोर्ट आई थी, वह निगेटिव थी। जानकारों का कहना है कि कोरोना से ठीक होना और फिर मृत्यु का होना,संशय को पैदा कर रहा है। क्या कल की हुई जांच रिपोर्ट गलत थी,या कोरोना अपना कैरेक्टर बदल रहा है,अगर ऐसा होता हैं, तो सचमुच गंभीर बात है।
हाजी हुसैन अन्सारी की मृत्यु की खबर पूरे झारखण्ड में आग की तरह फैल गई। जो उनके जाननेवाले व पहचाननेवाले थे, सभी ने एक स्वर से उनकी मृत्यु पर गहरा शोक प्रकट किया है। एक तरह से देखा जाय तो राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के लिए यह व्यक्तिगत हानि है, उन्होंने एक अपना अभिभावक खो दिया। मधुपुर विधानसभा सीट से कई बार जीत चुके हाजी हुसैन अंसारी पूरे राज्य में ‘हाजी साहब’ के नाम से विख्यात थे, जो पिछले कई दिनों से कोरोना से पीड़ित थे।
हालांकि राज्य के कई राजनीतिज्ञ व मंत्री कोरोना से पीड़ित रहे हैं, जिनमें कुछ ने कोरोना को परास्त किया तो कुछ अभी भी इलाजरत है। हाजी हुसैन अंसारी के निधन पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि “सरकार में मेरे साथी मंत्री आदरणीय हाजी हुसैन अंसारी साहब जी के निधन से अत्यंत मर्माहत हूं। हाजी साहेब ने झारखण्ड आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई थी। वह सरल भाव और दृढ़ विश्वास वाले जन-नेता थे। परमात्मा हाजी साहब को शांति प्रदान कर परिवार, मधुपुर और झारखण्ड वासियों को इस दुख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे।”
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने हाजी हुसैन अंसारी के निधन पर कहा कि “हाजी हुसैन अंसारी के निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर उनकी आत्मा को चिरशांति प्रदान करें एवं उनके परिजनों को इस पीड़ा को सहने की शक्ति प्रदान करें।” इधर बड़ी संख्या में झामुमो को छोड़ अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी हाजी हुसैन अंसारी के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।