सावधान, शिवानन्द तिवारी जैसे समाजवादी नेता फेसबुक के माध्यम से जनता के बीच गलत परोस रहे
वो दिल्ली की विधानसभा में बदतमीजी के सारे रिकार्ड तोड़ रही है, वो संभवतः आम आदमी पार्टी की विधानसभा सदस्य है, वो अपने ही विधानसभाध्यक्ष की बातों को भी मानने को तैयार नहीं हैं, वो अपने देश के गृह मंत्री को भी गाली देने से बाज नहीं आती, चूंकि दिल्ली विधानसभा में भाजपा के मात्र तीन विधायक है, और वह खुद महिला है, इसलिए इसका लाभ लेने से नहीं चूंकती और इस विडियो को लेकर एक कोई भाजपा का कट्टर विरोधी कोई पोर्टलवाला बिन मुद्दे के मुद्दे को मुद्दा बनाता है।
जिस पुराने मुद्दे को खुद को बहुत बड़ा समाजवादी बतानेवाला, कभी इस डाल तो कभी उस डाल पर उछलनेवाला, शिवानन्द तिवारी लगभग एक साल के बाद उसे अपने फेसबुक के माध्यम से सोशल साइट पर डालता है, वो यह भी नहीं देखता है कि इसमें गलत और सही क्या है? चूंकि उससे उसकी दुर्भावना फलित होती है, वह फिर से इसे मुद्दा बनाने की कोशिश करता है और स्वभावतः लोग उसके चक्कर में आते हैं, तथा शिवानन्द तिवारी जैसे लोगों की जय-जयकार करते हैं, भाजपा के लोगों को गाली देने लगते हैं, पर शिवानन्द जैसे लोगों को इससे क्या मतलब, उसकी रोटी इस दुर्भावना की आग में सेंक दी गई, यहीं क्या कम है?
इस देश का दुर्भाग्य है कि एक-दो को छोड़कर ज्यादातर नेता अपने यहां लोभ-लालच में ग्रस्त है, सभी को अपने परिवार की चिन्ता है, अगर कोई देश व समाज की बात करता हैं, तो समझिए आपको उल्लू बना रहा है, उदाहरण स्वरुप वर्षों खुद नीतीश की पार्टी में रहकर राज्यसभा में बकवास करनेवाला, जब नीतीश ने दुबारा उसे राज्यसभा नहीं भेजा, तो राजद की शरण में चला जानेवाला तथा लालू, तेजस्वी व तेजप्रताप में खुदा देखनेवाला व्यक्ति शिवानन्द तिवारी, लगे हाथों जमकर जिन-जिन नेताओं पर सुबह-शाम बरसता रहता था, उसकी दुहाई देने लगा, तथा जमकर नीतीश कुमार को कोसने में लग गया।
अगर आप राजनीति में रुचि रखते है, तो जान लीजिये, ये आजकल के समाजवादियों का आधुनिक चरित्र है। इस बार शिवानन्द तिवारी ने क्यूब मीडिया के विजूयल को जो संभवतः 14 मार्च 2020 को डाला गया हैं, उसे फिर से आज शेयर किया, जो सफेद झूठ के सिवा कुछ नहीं है, उसमें एक आम आदमी पार्टी की महिला विधायक है, जो दिल्ली विधानसभा में अपने लोगों को खुश करने के लिए लंद-फंद दिये जा रही है, जिसे क्यूब मीडिया ने उसे तोड़-मरोड़कर जनता के समक्ष पेश किया।
चूंकि शिवानन्द तिवारी को इससे दिल को ठंडक मिल रही थी, बिना जाने, बिना इसकी जांच कराए, अपने फेसबुक पर डाल दिया, आप खुद देखें और पढ़े तो पता चल जायेगा। आप खुद देखिये कि क्यूब मीडियावालों ने विडियो डालने के पूर्व अंग्रेजी में विडियो के बारे में कितना बड़ा झूठ लिखा है, शायद शिवानन्द तिवारी ने इसे शेयर करने के पूर्व पढ़ने की भी कोशिश नहीं की या हो सकता है कि पढ़ने के बावजूद इसे इसलिए डाला होगा, क्योंकि उसकी दुर्भावना इससे पुष्ट होती होगी। जरा देखिये, आपके सामने है…
“Amit Shah ka kan pakadke sikha diya democracy kya hain yeh brave lady sansad ne!!!Pucha agar hum deshbasi nehi hain to kiske vote se tum sarkar chalaraheho!??Pura Dho dala amit shah ko!!Like our Page For More News!!”
आश्चर्य यह भी है कि शिवानन्द तिवारी फिलहाल वे न तो राज्यसभा में है और न ही लोकसभा में, लेकिन वे फेसबुक साइट पर खुद को सांसद घोषित किये हुए हैं, शायद शिवानन्द तिवारी इस मुगालते में है कि वे अभी भी राज्यसभा के सांसद है।
हद हो गई, जिस लालू को कभी शिवानन्द तिवारी ने चारा घोटाले में फंसाया और नीतीश कुमार को माथे बिठाया, आज उसे नीतीश कुमार में केवल बुराइयां ही बुराइयां नजर आती है, लेकिन मैं दावे के साथ कहता हूं कि कालांतराल में फिर ये दल बदला तो फिर उसे कल नीतीश में भी खुदा नजर आयेगा। मैंने ऐसा इसलिए लिखा है कि अब तक के इनके कार्यों से यही झलकता है। फिलहाल ये फेसबुक में खुद को सांसद बता रहे हैं, इन्हें ये भी नहीं लग रहा कि Member Of Parliament के आगे Ex जोड़ दें।
भाई शिवानन्द तिवारी जी खुब झूठ बोलिए, खुब लंद-फंद लिखिये, पर थोड़ा ऐसा लिखिये जो पच जाये, ये क्या पकड़े जाने पर तो वही होगा कि आपकी सारी हेकड़ी जनता की अदालत में निकल जायेगी, ऐसे आपकी निकल भी चुकी है, आप की या आपके परिवार के सदस्यों की इतनी ताकत भी नहीं कि एक विधानसभा की सीट भी जीत सकें, इसीलिए तो आप इधर से उधर उछलते रहते हैं, लगे हाथों ये भी बता दीजिये कि अगली बार फिर से नीतीश के पाले में कब गिरने जा रहे हैं?