अपराध

भ्रष्ट CO को ब्लैकमेलिंग कर पैसे कमाना है, यहां एक्यूज होकर जब वो CM का इंटरव्यू ले रहा है तो हम ये भी न करें…

शर्म करिये। रांची का एक चैनल, न्यूज 11, भ्रष्ट सीओ को पर्दाफाश करने के बजाय, उनसे सौदेबाजी कर रहा है, वो उनसे पैसे वसूल रहा है और जैसे ही पैसे वसूल हो जा रहे हैं, उसके खिलाफ उसके चैनल पर चल रही न्यूज रोक दी जाती है। यही नहीं कुछ-कुछ सीओ के भ्रष्ट कार्यों को दिखाया ही नहीं जा रहा, क्योंकि उनके साथ सौदेबाजी जो हो चुकी है, ये हम नहीं कह रहे, खुद न्यूज 11 में काम करनेवाले संवाददाता-कर्मी आपसी बातचीत में इस बात को पुष्ट कर रहे हैं।

इस बातचीत में वे न्यूज चैनल के मालिक अरुप चटर्जी पर भी छीटाकशीं करते हैं कि वो एक्यूज है, फिर भी वह सीएम से बात करता है, यानी इन न्यूज चैनलकर्मियों को इस बात का शर्म है कि किसी एक्यूज को सीएम से बात करने में परहेज करना चाहिए, पर यहां न तो अरुप चटर्जी को शर्म है और न ही सीएमओ में रहनेवाले उन लोगों को जो सीएम हेमन्त सोरेन को अरुप चटर्जी के सामने खड़ा कर दे रहे हैं।

यहां हम न्यूज 11 कर्मियों-संवाददाताओं के बातचीत के हु-ब-हु वार्तालाप प्रस्तुत कर रहे हैं, इनके बातचीत में न्यूज 11 में कार्य करनेवाले चार लोगों के नाम आये हैं, पर उनकी इज्जत मिट्टी पलीद न हो, इसका ध्यान रखते हुए हमने उन जगहों को खाली रखा है, जहां-जहां खाली जगहें हैं, समझ लीजिये, वहां किसी न किसी न्यूज11 कर्मी या संवाददाता का नाम है।

शर्म इस बात की है कि इस गोरखधंधे में सभी लिप्त है, और बड़े गर्व से ये कहते है कि –“अरे पैसा कमाना है न बॉस।” यानी पैसे नैतिकता के आधार पर कमाया जाय या बेईमानी से इनको कोई मतलब नहीं। इन्हें पैसे चाहिए, वो सीओ के ब्लैकमेलिंग करने से ही क्यों न प्राप्त हो रहा हो।

आश्चर्य इस बात की है कि जिन सीओ को ये ब्लैकमेल कर रहे हैं, उन सीओ ने भी इनकी ब्लैकमेलिंग के खिलाफ कोई प्रतिवाद नहीं किया  हैं, उसका मूल कारण है कि वे चाहते हैं कि वे भी भ्रष्ट तरीके से पैसे कमाते रहे। सच पूछिये तो आज ये भ्रष्ट सीओ ठीक रहते, तो ऐसे भ्रष्ट पत्रकारों का हम मुंह नहीं देख रहे होते, या भ्रष्टाचारियों की एक नई जमात पत्रकारों के रुप में नहीं दिखाई पड़ती, पर क्या कहा जाय, जमाना बदला है।

सूत्र बताते हैं कि इस पूरे प्रकरण में सीएमओ में कार्यरत कुछ लोग भी शामिल है, जो न्यूज 11 को इस कार्य के लिए खूलेआम सपोर्ट कर रहे हैं, जिस कारण न्यूज 11 का मनोबल बढ़ा हुआ है। अब आपके सामने हैं ये दूसरा वायरल ऑडियो के वार्तालाप के मुख्य अंश और विचार कीजिये कि आखिर हम अपने झारखण्ड को कहां ले जा रहे हैं…

न्यूज 11 संवाददाता – हैलो।

न्यूज 11 कर्मी – हां, ……जी।

न्यूज 11 संवाददाता – हां सर, बोलिये निकल गये क्या?

न्यूज 11 कर्मी – नहीं- नहीं आफिस में हैं, अभी-अभी नीचे उतरे हैं, थोड़ा आके …… (न्यूज 11 का एक संवाददाता का नाम) बैठ गया था, इसलिए नहीं बतियाएं।

न्यूज 11 संवाददाता – हे हे हे हे, हमे समझ में आ गया, इसलिए कोटे में बोलने लगे। का कुछ दिया क्या फिर आज।

न्यूज 11 कर्मी – नहीं अभी नहीं दिया, अभी खलारी का दिया है, खलारी सीओ का।

न्यूज 11 संवाददाता – खाली सीओ के पीछे पड़ा हुआ है।

न्यूज 11 कर्मी – अरे पैसा कमाना है न बॉस।

न्यूज 11 संवाददाता – सही बात है। आज ….. से बात हो रहा था।

न्यूज 11 कर्मी – अच्छा।

न्यूज 11 संवाददाता – हम बोले उसको, कि साला बताइये, एक्यूज है, …….(न्यूज 11 का मालिक) और सीएम से इंटरव्यू लेता है। तब उ बोला, अरे हमलोगों को कारपोरेट किसी को भी नौकरी से लात मारकर निकाल दे रहा है, इ रोजगार तो दे रहा हैं न।

न्यूज 11 कर्मी – सही बात।

न्यूज 11 संवाददाता – अरे इ तो अच्छा काम कर रहा है, अरे इ तो वहीं कहानी हो गया, रात में लूटता था, दिन में बांट देता था, वही कहानी हो गया। अब सीओ से लूटेगा, तो सीओ आम पब्लिक को लूटेगा, फिर तो मामला तो चोरी का ही रह गया न। बोलता है, तुमसे तर्क में नहीं जीतेंगे।

दोनों- हे हे हे हे,  हा हा हा हा हा

न्यूज 11 कर्मी – क्या किजियेगा, चलते रहता है, ऐसे कोई दिक्कत नहीं है, सटेलमेन्ट हो जायेगा।

न्यूज 11 संवाददाता – हां हां बात किये न।

न्यूज 11 कर्मी – अब देखिये, अभी मामला ऐसे ही शांत है तो काहेला इ सबका पैसा बर्बाद करवाइयेगा, नहीं तो डायरेक्ट सेटेलमेंन्ट कराना है तो करंटली ओपेन बात करेंगे।

न्यूज 11 संवाददाता – ठीक है, पूछ लेते है।

न्यूज 11 कर्मी – अरे हम तो अभी चाह रहे है कि ऐसे ही मामला है तो काहे को बजाइयेगा।

न्यूज 11 संवाददाता – नहीं तो बोलिए हम बात करें। नहीं- नहीं, अभी रुक जाइये, मैडम से बात कर लेते है। का बोलती है। पूछ के बताते है।

न्यूज 11 कर्मी – ठीके है, और कल का क्या तैयारी है?

न्यूज 11 संवाददाता – कुछ नहीं, वहीं छत पे। हमलोग कही चलने का रिस्क नहीं लेते। सीधे छत पर।

न्यूज 11 कर्मी – देखते है कल आते है सुबह में।

न्यूज 11 संवाददाता – कल बाजार है आइये सब्जी लेने के लिए।

न्यूज 11 कर्मी – अच्छा ठीके हैं, आते हैं, देखते हैं।

(समाप्त)