अभिनन्दन चुटिया थाना प्रभारी रवि ठाकुर का, जिन्होंने बिना किसी प्राथमिकी/शिकायत के ही…
रांची का चुटिया थाना। जहां के थाना प्रभारी हैं – रवि ठाकुर। मैं इनसे मात्र दो बार मिला हूं। दोनों बार जो कारण बना, वो था समाचार। हाल ही में उन्होंने कुछ ऐसे-ऐसे काम किये हैं, जिसे सुनकर मैं स्वयं आश्चर्यचकित हो गया, और मेरे मुंह से यही निकला कि ऐसा कैसे संभव है? क्योंकि पुलिस का मतलब ही, हमारे लिए कुछ और होता है, क्योंकि इसी चुटिया थाना में मैंने कई भ्रष्ट अधिकारियों को देखा है, जिसकी चर्चा में कई बार अपने पूर्व के लिखे समाचारों में कर चुका हूं, एक को तो मैं अपनी आंखों के सामने ही बड़ी ही बेशर्मी से लेन-देन में रुचि लेते देखा हूं, ईश्वर ने उसे किये की सजा भी दी है, वो भुगत भी रहा है।
अब हम यहां बात कर रहे हैं चुटिया थाना प्रभारी रवि ठाकुर की, आखिर क्या वजह हुई कि हमें इनकी चर्चा करनी पड़ रही है। वजह बहुत बड़ी है। चुटिया में ही एक छोटी सी बच्ची, अपनी मां के साथ अकेले रहती है, जो चुटिया में ही एक फ्लैट खरीदना चाहती थी, बिल्डर ने पहले तो उससे और उसके बड़े भाई से बड़ी-बड़ी मीठी-मीठी बातें कर फ्लैट के लिए छह लाख रुपये ले लिए और फिर उसके साथ गलत करने लगा।
अंत में बिल्डर द्वारा की जा रही गड़बड़ियों से आजिज होकर, उसने अपने छह लाख रुपये बिल्डर से मांग डाली, फिर क्या था? वही से बिल्डर ने अपना असली चेहरा दिखाना शुरु किया, लगा दौड़ाने और यहां तक कह दिया कि आपको जो करना है, कर लीजिये, देखते हैं, आप हमसे कैसे अपने पैसे ले लेते है?
सूत्र बताते है कि जिस बिल्डर के पास उसके छह लाख रुपये थे, उससे पैसे निकालना इतना आसान नहीं था, वह बच्ची इसी बीच चुटिया थाना प्रभारी रवि ठाकुर से सम्पर्क की, चुटिया थाना प्रभारी ने उसकी बाते ध्यान पूर्वक सुनी और उसे सांत्वना दी कि वो चिन्ता न करें, उसे छह लाख रुपये मिल जायेंगे। और हुआ भी ऐसा ही, दो दिन के अंदर ही जो बिल्डर नानुकुर कर उसे परेशान किये जा रहा था, उसके भाई के साथ सम्पर्क करना शुरु किया और देखते ही देखते कुछ ही दिनों में उसके छह लाख रुपये वापस मिल गये। वह भी बिना किसी प्राथमिकी के, बिना कोई शिकायत दर्ज कराये।
अब सवाल उठता है कि रांची का कौन ऐसा थाना प्रभारी है, जो बिना शिकायत दर्ज कराए, बिना किसी प्राथमिकी के, एक ऐसी बच्ची की मदद कर दें, जो अपने पैसे प्राप्त करने में लाचार हो, यहां तो लोगों को जैसे ही बात पता चलता है तो सेटिंग करने में लग जाते हैं, और कुछ तो उसमें भी शेयर की बात करने लगते हैं, लेकिन इन्होंने तो पूरे के पूरे छह लाख उस बच्ची को दिलवा डालें।
आज वो बच्ची रवि ठाकुर के इस सहयोग से बहुत खुश है, वो बार-बार दुआएं देती है कि वो हमेशा प्रसन्न रहे, सचमुच दुआओं और आशीर्वाद से बड़ी कोई सम्पत्ति होती है क्या? पैसा तो लौटाया जा सकता है, पर दुआएं नहीं। मुझे जब इस घटना की जानकारी मिली तो हमें आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा, क्योंकि यह समाचार अविश्वसनीय थी, क्योंकि बिना प्राथमिकी के, बिना शिकायत दर्ज कराए, केवल मौखिक शिकायत पर, थाना प्रभारी रवि ठाकुर ने एक्शन लेना शुरु किया और एक्शन भी ऐसा कि उक्त बिल्डर को छह लाख रुपये देने पड़ गये, आज वो बच्ची इतनी बड़ी राशि जो एक तरह से उसके हाथों से निकल गई थी, वो प्राप्त कर बहुत खुश है। विद्रोही24 ऐसे थाना प्रभारी का अभिनन्दन करती है, जो बिना किसी लाग-लपेट के जरुरतमंदों की निस्वार्थ सेवा कर, पुलिस की वर्दी में चार-चांद लगा देते हैं।
🌹🌺💐अभिनंदनम🌹🌺💐🙏🇮🇳