अपनी बात

मौके का फायदा उठाएं, न्यूज चैनल/पोर्टल खोलें और ब्लैकमेलिंग का धंधा कर अरबपति बन अपना सेहत सुधारें

झारखण्ड के समस्त गांवों/शहरों में फैले डिजिटल मॉर्डनाइज्ड डाकूओं/चोरों/लूटेरों/लफूओं/भू-माफियाओं/भ्रष्ट पुलिस पदाधिकारियों/भ्रष्ट प्रशासनिक अधिकारियों/भ्रष्ट नेताओं/भ्रष्ट बिल्डरों/भ्रष्ट खनन मालिकों/हत्याकांडों में लिप्त महानुभावों/भ्रष्ट उद्योगपतियों एवं भ्रष्ट पत्रकारों आदि से अपील है कि वे जितना जल्द हो सकें अपना एक न्यूज चैनल/पोर्टल खोले/खुलवाएं।

भले ही उसका नाम अलबल/कलकल/अइलो/गइलो/होलो/लोलो/आनी/कानी/115/116 ही क्यों न हो? कहने का मतलब यह है कि यह जो सुन्दर मौका आपको मिला है, उसे हाथ से न जाने दें, क्योंकि ऐसा कर आप अपना और अपने परिवार के हित में एक बड़ा योगदान कर सकते हैं, मतलब आप अपने साला-सालियों/साढ़ू-सरहजों/ पार्ट टाइम में रखी गई प्रेमिकाओं को भी परम आनन्द दे और दिलवा सकते हैं।

इसका सबसे बड़ा और फायदा यह भी है कि इसके माध्यम से आप साइड से चला रहे अपने भ्रष्ट कार्यों/व्यवसायों को गति भी दे सकते हैं, साथ ही सरकार से AK47 वाला बॉडीगार्ड भी प्राप्त कर सकते हैं, यही नहीं अगर आपके उपर कई जालसाजी या चेक बाउंसिंग या लूटपाट के मुकदमे भी क्यों न चल रहे हो, आपके खिलाफ कुर्की जब्ती के अदालती आदेश ही क्यों न निकाले गये हो, आपकी गिरफ्तारी के वारंट ही क्यों न, विभिन्न थानों में पड़े हुए हो, किसी पुलिस अधिकारी की हिम्मत नहीं कि आपको छू भी सकें, चाहे सरकार किसी की भी क्यों न चल रही हो।

इससे बड़ा फायदा और क्या हो सकता है, इसी से तो लोगों को पता भी चल जाता है कि आपका  समाज में कितना दबदबा है। आप के इसी दबदबे का फायदा यह मिलता है कि आप किसी के खिलाफ कही भी झूठे मुकदमें करवा सकते हैं, आप किसी भी शरीफ को नाकों-चने चबवा सकते हैं, पुलिस आपकी जय-जय करेगी और आपके इशारे पर उस शरीफ को जीना दूभर कर देगी और डायरी में वही लिखेगी भी, जो आप चाहेंगे।

इसके प्रभाव से कालांतराल में आप किसी पार्टी से चुनाव लड़कर राज्य या केन्द्र में मंत्री अथवा महत्वपूर्ण पद भी पा सकते हैं। इसलिए यह सुन्दर मौका हाथ से जाने न दें, क्योंकि आप खुद देखें कि जिन्होंने इस प्रकार से पोर्टल खोला, वे देखते ही देखते महान हो गये, उनकी व्यवसाय में प्रगति होने लगी, उनकी जय-जय होने लगी, उनकी समाज में पूछ होने लगी, ऐसे में आप दूर क्यों हैं, बहती गंगा में हाथ धोइये, क्योंकि श्रीभ्रष्टचरितमानस में लिखा है…

धन्य-धन्य भ्रष्टरुपी तडागा

तेरी महिमा हर कोई गावा

जो तडाग विच डूबकी लगावे

वो मनपसंद वर पावे

अर्थात् भ्रष्टाचारी रुपी तालाब सभी को धन्य-धन्य करनेवाला है, इसकी महिमा हर भ्रष्टाचारियों ने गाई है, जो भी इसके बीच डूबकी लगा लेता है, वो मनपसंद वर प्राप्त कर लेता है। जैसे उसके बेटे-बेटियां भारत के महत्वपूर्ण विश्वविद्यालयों, शिक्षण-संस्थाओं में स्थान पा लेती है। बड़े-बड़े होटलों में दिन-रात अपना समय गुजारा करती है। हर छह महीने में महंगें-महंगे मोबाइल लेकर उससे परमानन्द उठाती है, इसलिए अब देर कैसा?

यही नहीं जो खुद को क्रांतिकारी कहते हैं, जो खुद को वाममार्गी बताते हैं, वे भी ऐसे भ्रष्टरुपी तडाग में डूबकी लगाकर स्वयं को धन्य कर लेते हैं, इसलिए देरी होनी ही नहीं चाहिए। यही नहीं, आप जैसे ही न्यूज चैनल/पोर्टल खोलेंगे, आपको जल्द सूचीबद्धता भी प्राप्त हो जायेगी। कोई आपसे कोई सवाल भी नहीं करेगा, बस खास लोगों को कुछ चटा दीजिये, और लीजिये भ्रष्टाचार रुपी कैंडी/आइसक्रीम अथवा गोलगप्पे के मजे लीजिये। मैं तो कहता हूं कि धन्य हैं वे अधिकारी, धन्य है वे नेता, धन्य है वे कनफूंकवें और धन्य हैं वे पत्रकार जो फिलहाल अपना यह चैनल/पोर्टल उद्योग लगाकर देखते ही देखते अरबपति हो गये।