अपनी बात

AISM जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन और इंडियन जर्नलिस्ट फेडरेशन ने राज्यपाल के समक्ष पत्रकारों की समस्याओं को रखा

पत्रकारों से जुड़ी राष्ट्रीय स्तर की दो पत्रकार संगठनों एआईएसएम जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन और इंडियन जर्नलिस्ट फेडरेशन ने संयुक्त रुप से आज झारखण्ड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मिलकर एक ज्ञापन दिया। जिसमें राज्य में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने, पत्रकारों को बीमा कराने, उन्हें प्रेस अधिमान्यता प्रदान कराने समेत विभिन्न मांगों को लेकर बातें लिखी थी।

राज्यपाल से मिलने के बाद दोनों संगठनों के प्रमुखों ने विद्रोही24 से बातचीत में कहा कि उनका मूल उद्देश्य, राज्य में पत्रकारों की ही रही उपेक्षा की ओर, राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट कराना था, क्योंकि देखने में आ रहा है कि राज्य में किसी भी पत्रकार को झूठे मुकदमें में फंसा देना, उन्हें प्रताड़ित करना अब आम बात हो गई है, ऐसे में पत्रकारिता करना झारखण्ड में एक समस्या बनकर खड़ी हो गई, जिसे समाप्त करना बहुत ही जरुरी है।

राज्यपाल से बातचीत में इन दोनों संगठनों ने कहा कि पूरे देश में पत्रकारों की समस्याओं को लेकर देश भर के पत्रकारों के संगठन आंदोलनरत है, ओड़िशा, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में इस कानून को लागू कराने को लेकर वहां की सरकारें सजग भी दीख रही है।संगठन से जुड़े लोगों ने विद्रोही24 को बताया कि यह कितना शर्मनाक है कि पत्रकारों को तो कही से कोई सहायता मिलता नहीं, लेकिन उन्हें फंसाने तथा उनकी जिंदगी से खेलने में सभी को खुब आनन्द आ रहा है, जो शर्मनाक है।

इसको लेकर पत्रकारों के प्रति सरकार को ध्यान देना ही पड़ेगा, जिसके लिए हम सभी प्रयासरत है। राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू को ज्ञापन देनेवालों में इंडियन जर्नलिस्ट फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल कृष्ण थंब, फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष अमर कुमार मिश्र और एआइएसएम जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के रांची प्रमंडल अध्यक्ष नवल किशोर सिंह विशेष रुप से उपस्थित थे।