सरयू राय ने कहा बेरोजगारी भत्ता के नाम पर यह मजाक है, सरकार के निर्णय के खिलाफ BJYM करेगी 18 को प्रदर्शन
राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कल विधानसभा में इस बात की जैसे ही जानकारी दी कि राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के तहत उपयुक्त लोगों यानि तकनीकी रुप से प्रशिक्षित बेरोजगारों को पांच हजार रुपये सलाना भत्ता तथा विधवा, दिव्यांग, और आदिम जन-जाति के शिक्षित बेरोजगारों को साढ़े सात हजार रुपये देने जा रही है।
कई राजनीतिक दलों के नेताओं, प्रबुद्ध जनों व युवाओं ने सरकार के इस घोषणा पर अंगुलियां उठा दी। वरिष्ठ नेता व निर्दलीय विधायक सरयू राय ने तो विद्रोही24 से बातचीत में कहा कि यह तो युवाओं के साथ एक मजाक है, अगर पांच हजार को महीनों में भी बांटे तो यह पांच सौ रुपये भी नहीं होता, पता नहीं किसने यह सुझाव मुख्यमंत्री को दिये। वे हंसते हुए कहते हैं कि अगर सभी को यही अच्छा लग रहा हैं, तो किया ही क्या जा सकता है।
भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष किसलय तिवारी ने तो इस पर भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेस तक कर डाला। किसलय तिवारी ने तो साफ कहा कि बेरोजगारी भत्तों में सरकार ने शर्तें क्यों लगाई? सरकार बताएं कि प्रशिक्षित बेरोजगार कितने हैं? क्या सरकार को नहीं पता कि जो युवा यूपीएससी, जेपीएससी की तैयारी कर रहे हैं, जो अपने स्थान में टॉपर हैं, ऐसे लोगों की संख्या हजारों में हैं, जो इस शर्त के कारण बेरोजगारी भत्ते से वंचित हो गये।
हेमन्त सरकार यह क्यों नहीं समझ रही कि उसका एक एक कदम, एक-एक निर्णय जनाकांक्षाओं के विरुद्ध है। क्या सरकार समझती है कि झारखण्ड के युवा महामूर्ख व बुद्धिहीन हैं। अगर सरकार ये समझती है तो सरकार जान लें कि भाजपा युवा मोर्चा आनेवाले 18 मार्च को युवा विश्वासघात दिवस मनाने जा रही है। इस दिन प्रत्येक जिला, मंडल व प्रखण्ड स्तर पर राज्य के भाजपा युवा मोर्चा से जुड़े युवा प्रदर्शन करेंगे, जनांदोलन खड़ा करेंगे और जनता को बतायेंगे कि देखिये, हेमन्त ने कहा क्या और किया क्या?