अपनी बात

मोदी की चाय, भाजपा की मंदिर की राजनीति, अब हेमन्त को भी आ रही रास, मतलब भाजपा को उसी के अंदाज में पटखने की तैयारी

मधुपुर में अजब-गजब, उलट-पुलट, अकरम-बकरम स्टाइल की राजनीति स्पष्ट रुप से दिख रही है। मुख्य लड़ाई झामुमो बनाम भाजपा के बीच है और दोनों अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए कुछ भी करने को तैयार है, हालांकि विद्रोही24 की मानें तो वह आज भी ताल ठोककर कर रहा है कि कोई नहीं है झामुमो के टक्कर में, सभी पड़े हैं चक्कर में, यानी जीत झामुमो की सुनिश्चित है, ठीक उसी प्रकार जैसे सूर्य का प्रतिदिन पूर्व से निकलना और पश्चिम में डूबना।

उसके बावजूद यहां भीषण गर्मी में भी राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन चाय की चुस्कियां लेना नहीं भूल रहे, विभिन्न मंदिरों की चौखटों पर माथा टेक रहे हैं, वह भी तब जबकि वे खुद ही कई जगहों पर कहने में लगे हैं कि आदिवासी हिन्दू नहीं है, हेमन्त सोरेन स्वयं आदिवासी है, लेकिन आज भी उनके घरों में नवरात्र की पूजा देखते बनती है, मुख्यमंत्री आवास में ही बनी हनुमान जी की मंदिर में होनेवाली पूजा बताती है कि सच्चाई क्या है? पर राजनीति तो राजनीति हैं, उसकी तो विधा ही निराली है, जो उस विधा को जान गया, वो राजनीति का माहिर खिलाड़ी हो गया।

खैर, इस भीषण गर्मी में अपनों के बीच गरम-गरम चाय की चुस्कियां वे लेना नहीं भूल रहे, मधुपुर में मोदी की चाय पर चर्चा की शैली की हवा निकाल दे रहे हैं, हवा तो भाजपा के मंदिर की राजनीति की भी निकल रही है, जब वे साप्तर स्थित मां के मंदिर में जाकर मां का दर्शन करना तथा उस पूरे प्रकरण की फेसबुक पर फोटो डालकर उसका वर्णन करना नहीं भूलते।

राजनीतिक पंडितो की मानें, तो भाजपावाले अब कुछ भी कर लें, हेमन्त सोरेन की इन जगहों पर हुई अचानक सक्रियता तथा महागठबंधन में शामिल नेताओं की दिन-प्रतिदिन हो रही सभाएं, मधुपुर की चुनावी सभा के रुख को ही बदलकर रख दिया है। भाजपा के पास ले-देकर बाबू लाल मरांडी, दीपक प्रकाश, रघुवर दास जैसे नेता है, जो फ्यूज बल्व के समान है, जबकि दूसरी ओर हेमन्त सोरेन अकेले इनके लिए काफी है।

राजनीतिक पंडित तो साफ कहते है कि हेमन्त सोरेन ने इस बार भाजपाइयों को उन्ही की शैली में जवाब देना शुरु कर दिया है, जिससे भाजपाइयों की हवा निकल गई है, ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस उप चुनाव में भाजपा के पक्ष में प्रचार करने आ जाये, तो इसके बावजूद भी भाजपा जीत नहीं पायेंगी, ये पूर्णतः सत्य है।