पीड़ित परिवार से मिले बाबू लाल मरांडी, हेमन्त ने कहा रघुवर दास झारखण्ड के लिए अभिशाप
बाबू लाल मरांडी आज सिमडेगा के जलडेगा प्रखंड के कारीमाटी गाँव पहुंचे और मृत बच्ची के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी तथा हर संभव मदद का भरोसा दिलाते हुए उन्होंने कहा की उनकी पार्टी इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़ा हैं और आगे भी खड़ा रहेगा। बाबू लाल मरांडी ने सिमडेगा के 11 वर्षीया संतोषी की हुई मौत पर राज्य सरकार की कड़ी आलोचना की है।
उन्होंने कहा कि एक बच्ची भूख से तड़प तड़प कर भात-भात करते हुए दम तोड़ देती है और हमारे देश के प्रधानमंत्री और इस राज्य के मुख्यमंत्री एक ही राग अलाप रहे है की देश बदल रहा है विकास हो रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व में ही उनकी पार्टी की ओर से 11.50 लाख परिवारों का नाम राशन कार्ड से हटाये जाने को लेकर यह आशंका व्यक्त की गयी थी कि बड़ी संख्या में जरूरतमंद परिवारों का नाम सिर्फ इसलिए हट गया है कि गाँव में ऑनलाइन इंटरनेट की व्यवस्था नहीं है और आधार कार्ड नहीं बन पाने के कारण प्रशासन की ओर से फर्जी राशन कार्ड बताकर सही लोगों का नाम राशन कार्ड से हटा दिया गया है। आज उनकी बात अक्षरशः साबित हुई।
बाबू लाल मरांडी ने कहा कि जिस तरह से राज्य सरकार 11.50 लाख लोगों का नाम राशन कार्ड से हटाकर वाहवाही लूट रही है। सच्चाई इसके उलट है। प्रशासन की नाकामियों की वजह से आज हजारों परिवारों के समक्ष रोजी-रोटी की संकट उत्पन्न हो गयी है और उन्हें खाद्य सुरक्षा कानून के तहत अनाज भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। यह उच्चतम न्यायालय के आदेश का भी सीधा–सीधा उल्लंघन है। इस बात पर झारखण्ड विकास मोर्चा चुप नहीं बैठने वाली है सदन से ले कर सड़क तक इसका पुरजोर विरोध किया जायेगा।
उधर झारखण्ड मुक्ति मोर्चा ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को झारखण्ड के लिए अभिशाप बताया है। आज प्रेस काँफ्रेस कर नेता प्रतिपक्ष हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखण्ड में बच्चे, बुढ़े भूख से मर रहे है। लगभग 11 लाख गरीबों के राशन कार्ड को रद्द कर उन्हें अनाज से वंचित कर दिया गया। वृद्धावस्था पेंशन बंद कर दिये गये। आदिवासियों-दलितों के छात्रों की छात्रवृत्तियां घटा दी गई। सरकार शराब बेचने में व्यस्त है। सारा सरकारी तंत्र किसानों की जमीन हड़पने में लगा है। मुख्यमंत्री कहते है कि वे राज्य में निवेश के लिए विदेश यात्रा कर रहे हैं, तो कोई बताये कि अमरीका के लास वेगास में कोई निवेशक रहता है क्या? लासवेगास तो जुआ, शराब एवं नाच गान का दुनिया का सबसे बड़ा अड्डा है। झारखण्ड की गरीब जनता की पैसे से ये विदेश में ऐश कर रहे हैं और वहां से लौटने के बाद अखबारों में गलत तथ्यों के विज्ञापन छपवाते हैं ताकि इनके ऐशो-आराम की खबरें नहीं छपे।
हेमन्त सोरेन ने कहा कि राज्य का पूरा प्रशासनिक तंत्र ध्वस्त है। तीन साल के बाद मुख्यमंत्री को समझ में आया कि राज्य का प्रशासनिक ढांचा ध्वस्त है और तब जाकर प्रशासनिक विषयों पर समीक्षा के लिए सभी सचिवों की आपात बैठक बुलाई जाती है। मुख्य सचिव के आदेश से आधार कार्ड नहीं होने पर लगभग 11 लाख परिवारों को अनाज मिलना बंद हो गया, गोदामों में अनाज सड़ने लगे और मुख्य सचिव कैबिनेट मे कहती है कि हमने ऐसा आदेश नहीं दिया और सरकार के मंत्री कहते है कि हमारे पास वीडियो क्लिप है। इसलिए हमने कहा कि ये सरकार नहीं सर्कस है, रघुवर दास झारखण्ड के लिए अभिशाप है।
उधर खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने एक बार फिर मुख्य सचिव को निशाना बनाते हुए अपने फेसबुक पर लिखा है कि जिम्मेदार पदों पर बैठे व्यक्ति गलतियों से नहीं सीखते है तो इसका नुकसान उनको भले बाद में होता है पर समाज को और सामान्य जन को पहले होता है।