अपनी बात

रांची प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष पिंटू का बयान – “बंगाल में दंगा मोदी करा रहा है”, आक्रोशित भाजपा पिंटू के खिलाफ अदालत जायेगी

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने आज विद्रोही24 से बातचीत में कहा कि रांची प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष पिंटू दूबे ने गैर-जिम्मेदाराना बयान दिया है, और यह बयान देकर उसने खुद को शर्मसार किया है, जिसकी जितनी निन्दा की जाय कम हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने उसकी इस बयान को गंभीरता से लिया है, और इस मामले पर वे कानूनी विशेषज्ञों से सलाह ले रहे हैं, जल्द ही उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने पर भाजपा विचार करेगी।

इधर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री सी पी सिंह ने भी पिंटू दूबे के इस बयान की कड़ी आलोचना की है, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ बयान देने से पहले किसी को भी अपनी औकात देख लेनी चाहिए, फिर बात करनी चाहिए, इस प्रकार का बयान देकर रांची प्रेस क्लब ने क्या किया, वो खुद ही समझ लें, तो अच्छा रहेगा।

रांची प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष एवं आई-नेक्सट के छायाकार पिंटू दूबे का बयान है कि “बंगाल में पीएम मोदी ही दंगा करवा रहे हैं।” दरअसल यह बयान/कमेन्ट्स उन्होंने सोशल साइट पर आलोका कुजूर के एक पोस्ट पर दी है। आलोका कुजूर का पोस्ट है – “जहां हारता है, वहां खुदी दंगा कराता है।” मतलब आलोका कुजूर ने भी बंगाल में हो रहे अत्याचार पर सीधे-सीधे पीएम मोदी या भाजपा के किसी नेता का नाम नहीं लिया।

पर रांची प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष एवं आई-नेक्सट के छायाकार पिंटू दूबे ने इसी पोस्ट पर लिख डाला कि “ठीक बोल रहे हैं आप, मोदी ही दंगा करवा रहा है।” मतलब इस शख्स ने सीधे-सीधे पीएम मोदी को ही बंगाल में वर्तमान समय में घटित घटनाओं को जिम्मेवार बता दिया, आखिर उसका आलोका कुजूर के पोस्ट पर इस प्रकार के कमेन्ट्स लिखना क्या बताता है? आप समझ सकते हैं, प्रधानमंत्री के प्रति उसकी सोच और भाषा भी उसके बयान से परिलक्षित हो जाती है, जबकि वो खुद रांची प्रेस क्लब का उपाध्यक्ष है।

राजनीतिक पंडितों की मानें तो आजकल पत्रकार बचे ही कितने हैं? जो खुद को पत्रकार कहते हैं, वे दरअसल पत्रकार हैं ही नहीं, न छायाकार हैं। हाथ में फोटो खींचनेवाली मशीन या कलम या बूम पकड़ लेने से कोई पत्रकार नहीं हो जाता, पत्रकार वो होता है, जो शब्दों की समझ रखता हो, अगर ऐसे लोग पत्रकार बनेंगे तो समाज व देश का क्या होगा? समझ सकते हैं, अगर भाजपा सही ढंग से मामले को कोर्ट में ले गई तो समझ लीजिये, रांची प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष पिंटू की घिग्घी बंध जायेगी और रांची प्रेस क्लब ही नहीं आई-नेक्सट के इज्जत का फलूदा भी निकल जायेगा।