राजनीति

मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट का खाता होगा ब्लॉक, जिला प्रशासन ने दिया PNB को लिखित आदेश

मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट पर प्रशासन की सख्ती लगातार जारी है। शेल्टर होम में बच्चियों के संग कथित यौन उत्पीड़न, बालश्रम, मारपीट के आरोपों में फ़रार चल रहे हरपाल सिंह थापर, सीडब्ल्यूसी की चेयरमैन पुष्पा रानी तिर्की सहित गीता देवी, आदित्य सिंह थापर, टोनी डेविस सहित अन्य की मुश्किलें दिनों दिन बढ़ रही है। लगातार अभियुक्तों पर नये नये आरोप लग रहे हैं। प्रशासन भी पूरी गंभीरता से सभी आरोपों की जांच करने में जुटी है।

उपायुक्त सूरज कुमार स्वयं शेल्टर होम में बच्चियों संग घटित घटना को लेकर गंभीर हैं। उन्होंने मामले पर त्वरित संज्ञान लेते हुए जांच के लिए ग्यारह सदस्यीय समिति का गठन किया था, जो विभिन्न बिंदुओं पर जाँच में जुटी है। ताज़ा कार्रवाई में पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन ने मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के बैंक खाते को फ्रीज़ करते हुए सभी प्रकार के व्यवहार और रोक लगाने संबंधित आदेश जारी किये है।

पिछले दिनों जमशेदपुर महानगर भाजपा के पूर्व प्रवक्ता अंकित आनंद ने मदर टेरेसा ट्रस्ट के संचालक हरपाल सिंह थापर की एक सोशल मीडिया पोस्ट को साझा करते हुए बैंक एकाउंट को फ्रीज़ व ब्लॉक करने की मांग उठाई थी। ग्यारह सदस्यीय जाँच दल का नेतृत्व कर रही एनईपी निदेशक ज्योत्स्ना सिंह की अनुशंसा पर उप विकास आयुक्त (डीडीसी) ने पंजाब नैशनल बैंक के खड़ंगाझार शाखा प्रबंधक को पत्र लिखकर अविलंब मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के बैंक एकाउंट को ब्लॉक करने का लिखित निर्देश दिया है, ताकि जब तक जांच न हो जाये, तब तक सभी प्रकार के ट्रांजेक्शन पर रोक लगाई जा सकें।

जाँच टीम के सदस्यों ने ट्रस्ट के संचालको पर लगे उत्पीड़न के आरोपों और चल रही जांच का हवाला देते हुए यह आदेश जारी किया है। पीएनबी के शाखा प्रबंधक को पिछले तीन वर्षों के एकाउंट ट्रांजेक्शन का विवरण भी उपलब्ध कराने को कहा गया है। प्रशासन बैंक डिटेल्स के सहारे हरपाल सिंह थापर और पुष्पा रानी तिर्की के मददगारों तक पहुंचने की कोशिश में है।

इस मामले में एकाउंट ब्लॉक करने का आदेश जारी होने पर भाजपा नेता अंकित आनंद ने उपायुक्त सूरज कुमार के प्रति आभार जताया है और 11 सदस्यीय जांच टीम की सक्रियता पर संतोष व्यक्त किया है। वहीं अभियुक्तों की गिरफ्तारी ना होने पर चिंता ज़ाहिर करते हुए अंकित आनंद ने कहा कि शुरुआत में पुलिस तेज़ी से छापेमारी कर रही थी, लेकिन अब जांच धीमी होती दिख रही है। लोगों के मध्य पुलिस पर कई नेताओं के दबाव और पैरवियों को लेकर भ्रामक चर्चाएं भी है।

भाजपा नेता अंकित आनंद ने कहा कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर सघन छापेमारी के अलावे कुर्की जब्ती की कार्रवाई की दिशा में पुलिस को आगे बढ़ना चाहिए। मीडिया और समाचार के मार्फ़त इश्तिहार सार्वजनिक करनी चाहिए ताकि सामाजिक रूप से भी उन सभी पर दबाव बन सकें।