न्यूज 11 का कमाल, सबेरे झारखण्ड पुलिस बदनाम और शाम को हो गई महान, चैनल के खिलाफ अमरेन्द्र ने की केन्द्रीय मंत्री से शिकायत
कल सबेरे न्यूज 11 भारत का रामगढ़ संवाददाता महावीर अपने ही चैनल पर चीख-चीख कर कह रहा था कि रामगढ़ में कोयले की तस्करी में बड़े-बड़े पुलिस अधिकारी संलिप्त है, वह प्रमाण भी प्रस्तुत कर रहा था, लेकिन जैसे ही शाम हुआ न्यूज 11 भारत का सुर बदल गया, उसका संपादक अनूप सोनू डंके की चोट पर कहने लगा झारखण्ड तो महान बन चुका है, झारखण्ड में महान पदाधिकारियों का पदार्पण हो चुका है, अब झारखण्ड में गलत होता ही नहीं हैं, साक्षात् भगवान का अवतरण हो चुका है, न भूतो न भविष्यति।
उसने यह भी कहा कि वो इस राज्य का नमक खाता है, इस राज्य के साथ गलत होने नहीं देगा। वो स्वयं को साक्षात आध्यात्मिक संतों की तरह भी प्रोजेक्ट कर रहा था। वह भोलेनाथ और सर्पों के बारे में भी अनाप-शनाप बके जा रहा था। वह यह भी कह रहा था जो लोग कह रहे है कि रामगढ़ में कोयले की तस्करी हो रही है, वे झूठ बोल रहे हैं, अब सवाल उठता है कि सबेरे तो तेरा संवाददाता बड़ी चीख-चीख कर कह रहा था कि कोयले की तस्करी हो रही हैं, ये मात्र कुछ ही घंटे में क्या खेला हो गया कि तुम संपादक होकर, खुद बिलबिलाकर कहने लगे कि राज्य में कोयले की तस्करी बंद है।
कही ऐसा तो नहीं कि राज्य के पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा के तेवर उस वक्त गर्म होने लगे, जब उन्होंने सबेरे का न्यूज देखा और उनके तेवर गर्म होने की खबर तुम्हारे मालिक तक पहुंची और तुम पलटीमार तो हो ही, पलट गये, और कहने लगे कि डीजीपी महान है, डीजीपी साहेब है, अरे तुम और तुम्हारा संपादक जब मामूली पुलिस अधिकारियों को जरुरत पड़ने पर साहेब कहकर संबोधित करता हैं तो तुम जैसे की औकात ही क्या है?
सूत्र तो बता रहे है कि जब भी कोई नया डीजीपी आता है, वो जब तक उस डीजीपी पद पर रहता है तुम उसकी आरती उतारते हो, क्योंकि तुम जानते हो कि डीजीपी को नाराज करना तुम्हारे लिए कितनी मुश्किलें खड़ी कर सकता है, क्योंकि तुम्हारे बारे में कौन ऐसा राजनीतिक दल का नेता हैं या पुलिस अधिकारी हैं, जो नहीं जानता है कि तुम ब्लैक मेलर हो, तुम्हारे खिलाफ कई थानों में ऐसे ही कई अपराधिक मामले दर्ज हैं, और तुम सिर्फ चैनल का आतंक दिखाकर खुद को बच रहे हो। वर्तमान पुलिस महानिदेशक भी तुम्हे बचा ही रहे हैं, और जिस दिन कोई ईमानदार पुलिस महानिदेशक आ गया तो तुम जान लो, तुम्हारी सारी ब्लैकमेलिंग की दुकान बंद हो जायेगी। ये बात मैं 23 मई को भी लिखा था और आज फिर दुबारा लिख दिया हूं।
तुम किसी के नहीं हो, तुम तो हेमन्त सोरेन के भी नहीं हैं, तुम तो जो माल देगा, उसके रहोगे, यहीं कारण है कि तुम्हारी इज्जत दो कौड़ी की भी नहीं हैं। जल्द ही तुम्हें इसका फल ईश्वर देगा, चिन्ता न करों, क्योंकि मुझे सिर्फ ईश्वर पर विश्वास है, बाकी न तो राज्य सरकार पर विश्वास है और न ही झारखण्ड पुलिस पर, क्योंकि ये तुम्हारी खुलकर मदद करते हैं, नहीं तो तुम्हें तीन-तीन बॉडीगार्ड क्यों मिले? वो भी एके 47 के साथ। तुम जो भी गलत काम करते हो, तुम्हारी मदद झारखण्ड पुलिस खुलकर करती हैं, तुम्हारी सेवा में लोट-पोट हो जाती है। अरे, तुम कौन सा देश सेवा करते हो?
अरे तुम्हारी हरकतों के बारे में सभी को पता हैं, तभी तो दिल्ली के एक वरिष्ठ पत्रकार अमरेन्द्र कुमार सिंह ने केन्द्रीय मंत्रियों को तुम्हारी हरकतों के बारे में कल यानी 11 जुलाई को ट्विट किया। क्या ट्विट क्या हैं तुम भी जान लो, और वे पुलिस अधिकारी भी जान ले कि तुम्हारी इज्जत क्या है, आम पत्रकारों, ईमानदारी पत्रकारों व सामान्य जन के बीच में क्या है?
Have a look at @news11 bharat, one among 420 class channels running just for extortion #Jharkhand wide. Two version of the news in a day clears the dust how to extort. @ianuragthakur Dear minister, you must get these kinds of racket investigated and bring people out of such extortion net. They are not just oppressing public, they do to the public servants, businesses, social eprkers and whom not. @ MIB_India
हिन्दी रुपांतरण…
@news11 bharat पर एक नज़र डालें, जो 420 श्रेणी के चैनलों में से एक है जो सिर्फ #झारखंड में जबरन वसूली के लिए चल रहा है। एक दिन में खबरों के दो संस्करण धूल साफ करते हैं कि कैसे उगाही की जाए। @ianuragthakur प्रिय मंत्री, आप इस तरह के रैकेट की जांच करवाएं और लोगों को इस तरह के जबरन वसूली के जाल से बाहर निकालें। वे केवल जनता पर अत्याचार नहीं कर रहे हैं, वे लोक सेवकों, व्यवसायों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और किस पर नहीं करते हैं। @ @ MIB_India
शर्म आनी चाहिए कि इस न्यूज 11 भारत के खिलाफ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के खिलाफ कई शिकायतें पहुंच गई, कई लिखित तो कई टिव्टरों के माध्यम से इसकी शिकायतें पहुंच गई, जिसको लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने गंभीरता भी दिखाई, एक मामले में तो इसे वार्निंग देकर छोड़ा गया, लेकिन विद्रोही24 को नहीं लगता कि अब इसे हलके में लिया जायेगा। इसकी शिकायत राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी ने भी की है, जिसको लेकर भारत सरकार गंभीर हैं, रही बात राज्य सरकार की और उनके विभागों की, तो जो खुलकर इसकी मदद करने में लगे हैं, जो अंगरक्षक दिलाने में रुचि रखते हैं, उनसे बेहतरी की बात करना, ऐसे लोगों को दंडित करने में मुख्य भूमिका ये अदा करेंगे, तो यह सोचना भी मूर्खता सिद्ध करने के बराबर है। हां, जिस दिन ईमानदार सरकार या ईमानदार मुख्यमंत्री झारखण्ड को मिल गया, फिर कोई ब्लैकमेलर चैनल यहां दुबारा दिख नहीं पायेगा?
अंत में, ये भी जान लीजिये, ये वहीं चैनल हैं, रेमडेसिविर दवा घोटाले मामले में एक दिन पहले एक व्यक्ति को सामाजिक कार्यकर्ता बताया, उसके बारे में खुब कशीदे पढ़े और जैसे ही दुसरा दिन बीता उसे गलत सिद्ध कर दिया, जबकि इस रेमडेसिविर की सही-सही जांच हो जाये, तो जो उसे फंसाया हैं, वो खुद जेल के अंदर होगा, लेकिन यहां तो गजब स्थिति हैं भाई। महाचोर की जय-जय बोली जाती हैं और छोटे चोर को उलटा लटकाया जाता है। इस पूरे प्रकरण पर तो हमें बेईमान फिल्म का एक गीत याद आ जाता है…