बाबू लाल मरांडी ने नीतीश को लिखा पत्र, बिहार-झारखण्ड के बीच चल रही अनधिकृत रूप से मालवाहक ट्रक और वेसेल्स पर की कार्रवाई की मांग
झारखण्ड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आज एक चिट्ठी लिखी है, उस चिट्ठी में बिहार व झारखण्ड के बीच चल रही अवैध रुप से मालवाहक ट्रक और वेसेल्स पर कार्रवाई करने की मांग की है। बाबू लाल मरांडी ने आशंका व्यक्त की है कि इस प्रकार के धंधे से कोई भी बड़ी अनहोनी हो सकती हैं, जिससे दोनों राज्यों के सम्मान पर बट्टा लगेगा। अपने पत्र में बाबू लाल मरांडी ने यह भी लिखा है कि वो एक पत्र आपको यानी नीतीश कुमार को भेज रहे हैं तथा ऐसा ही पत्र झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को भी भेजेगें। बाबू लाल मरांडी का पत्र इस प्रकार है…
सेवा में,
मुख्यमंत्री बिहार,
झारखंड के साहेबगंज से बिहार के मनिहारी के बीच गंगा में फेरी सेवा से मालवाहक ट्रकों का वेसेल्स से अवैध पत्थर और बालू की ढुलाई में हो रहे अनिमितताओं के संबंध में आपका ध्यान आकृष्ट कराना चाहता हूं। यह मामला झारखंड से भी जुड़ा है, इस नाते मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को भी इस बारे में अलग से पत्र लिख रहा हूं।
मुझे जानकारी दी गई है कि साहेबगंज फेरी सेवा के ठेके का आवंटन बारी-बारी से बिहार और झारखंड सरकार करती है। वर्तमान समय में यह ठेका-बंदोवस्ती झारखंड सरकार द्वारा किया गया है। सूचना है कि साहेबगंज जिला प्रशासन की ओर से नियमानुसार जांचोपरांत दो मालवाहक और दो पैसेंजर वेसेल्स को परमिट निर्गत किया गया है।
परन्तु वहां मालवाहक और पैसेंजर परिवहन को मिलाकर गैरकानूनी तरीके से दस वेसेल्स चलाए जा रहे हैं। ऐसे वेसेल्स की न तो तकनीकी जांच हुई है और न ही इन्हें चलाने की अनुमति दी गई है। इन वेसेल्स पर बिना वैध कागजात के ओवरलोडेड पत्थर और बालू लदे ट्रक पार कराये जा रहे हैं, जो कि न सिर्फ बड़े खतरे की घंटी को आमत्रंण दे रहे हैं बल्कि ऐसे में किसी बडे़ अनहोनी से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। भगवान न करे अगर किसी तरह की अनहोनी आपके क्षेत्र में होती है तो इसकी चर्चा राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने लगेगी, जिससे राज्य की बदनामी से इनकार नहीं किया जा सकता है।
यह भी बताया गया है कि ठेका बंदोवस्ती में साहेबगंज के समदा घाट से मनिहारी के लिए ही वेसेल्स चलाना अधिकृत है। लेकिन माफिया समूह अपने सुविधा के अनुसार साहिबगंज गरम घाट से उस पार आपके राज्य में भी गैर कानूनी तरीके से दियारा क्षेत्र में एक अलग घाट बना रखा है जहां से अवैध वेसेल्स का आवागमन करवाया जाता है।
मुख्यमंत्री जी इस पूरे खेल में ऐसा प्रतीत होता है, मानो सुनियोजित तरीके से एक संगठित गिरोह काम कर रहा है। जिसका काम बिना कागजात वाले अवैध मालवाहक ट्रकों और वेसेल्स से अवैध पत्थर और बालू की ढुलाई करवाकर मोटे रकम की वसूली की जा रही है और इस कार्य में झारखंड राज्य सरकार की भूमिका संदेह के घेरे में है। इससे राज्य सरकारों के राजस्व के रूप में होने वाले आय की भी भारी क्षति हो रही है।
आशंका है कि इस खेल में जो संगठित गिरोह काम कर रहा है, उसके नेटवर्क के तार आपके बिहार में पड़ने वाले इलाके के कुछ लोगों से भी जुड़ा हुआ है क्योंकि अवैध मालवाहक ट्रकों और वेसेल्स से अवैध पत्थर और बालू की ढुलाई के इस खतरनाक खेल का अंतिम पड़ाव मनिहारी ही है जो आपके राज्य में पडता है। इस अवैध धंधे में काम कर रहे संगठित गिरोह अपने नेटवर्क के जाल को इतने अच्छे तरीके से फैला कर रखा है, जिससे कि बेरोक टोक ट्रकों और वेसेल्स से अवैध पत्थर और बालू की ढुलाई का खेल चलता रहे।
मुख्यमंत्री जी आपसे विशेष आग्रह है कि इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेते हुए अनधिकृत रूप से चल रहे मालवाहक ट्रक और वेसेल्स पर उचित कार्रवाई करें जिससे कि किसी बडी दुर्घटना या अनहोनी से बचा जा सके। इसके लिए मैं आपका अभारी रहूंगा।
सधन्यवाद!