अगर बेहतर बनना है, तो उसके लिए आपको स्वयं प्रयास करना होगा, चुनौतियां तो मिलेंगी ही, इससे घबराना क्या?
बात तो साफ है, अगर बेहतर बनना है, तो उसके लिए आपको स्वयं प्रयास करना होगा, चुनौतियां तो मिलेंगी ही, इससे घबराना क्या? कोशिश करनेवालों की न तो कभी हार हुई है और न ही चुनौतियों ने उनका कुछ बिगाड़ा ही हैं। उक्त बाते आज ऑल इंडिया स्मॉल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के बिहार, झारखण्ड एवं बंगाल के संयोजक प्रीतम सिंह भाटिया ने रांची के कालीस्थान रोड में स्थित भाकपा माले कार्यालय के महेन्द्र सिंह सभागार में आयोजित एक संगोष्ठी में कही।
संगोष्ठी का विषय ही था – वर्तमान परिप्रेक्ष्य में पत्रकारिता और पत्रकारो की चुनौतियां। इस संगोष्ठी का आयोजन AISMJWA की रांची इकाई ने किया था, जिसमें मुख्य भूमिका जिला इकाई अध्यक्ष पुष्कर महतो की रही। इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने खुलकर अखबारों-चैनलों व पोर्टलों में व्याप्त खामियों और उसके कारण छोटे-मझौले पत्रकारों को कौन-कौन सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं, और इसका मुकाबला कैसे किया जा सकता है, इस पर भी जमकर चर्चा हुई।
करीब-करीब सारे वक्ताओं ने यह स्वीकार किया कि खुद को बिना बेहतर बनाये, समस्याओं का निराकरण असंभव है। प्रीतम सिंह भाटिया ने खुलकर कहा है कि अपने समाज में सभी चाहते है कि समस्याओं का निदान हो, पर समस्याओं का निदान कैसे हो, उसमें खुद की क्या भूमिका होनी चाहिए, इस पर वे ध्यान नहीं देते।
ज्यादातर लोग यही चाहते है कि उनकी लड़ाई दूसरी कोई लड़े और उसका फायदा वे उठा लें, ऐसे में पत्रकारों की दशा और दिशा को बेहतर नहीं बनाया जा सकता। उन्होंने बताया कि आज जो पत्रकारों की जो दशा और दिशा हैं, उसके लिए जिम्मेवार कोई दूसरा नहीं, बल्कि पत्रकार ही हैं, अगर वे खुद अपनी समस्याओं के प्रति सजग नहीं होंगे, लड़ेंगे नहीं, तो उनका उद्धार कोई दूसरा थोड़े ही करेगा।
उन्होंने बहुत ही कम समय में एसोसिएशन को मिल रहे प्यार और संघर्ष की यात्रा के लिए सभी को धन्यवाद दिया और कहा कि अगर पचास लोग ढंग के मिल जाये, तो वे पत्रकारिता जगत में क्रांति ला सकते हैं, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पा रहा और ऐसा भी नहीं कि प्रयास किया जाये तो ऐसा संभव नहीं हैं, सभी मिलकर प्रयास कर रहे हैं, एक दिन ऐसा आयेगा कि हम सभी सफल होंगे और पत्रकारों की समस्याओं पर भी अंकुश लगेगा।
संगोष्ठी को प्रदेश महासचिव जीतेन्द्र ज्योतिषी, नागेन्द्र शर्मा, मो,. सईद, सत्य प्रकाश चौधरी, राघव कुमार सिंह, नवल किशोर सिंह आदि पत्रकारों ने भी संबोधित किया। अगला संगोष्ठी गुमला में 17 सितम्बर को आयोजित किया जायेगा, जिसकी जानकारी गुमला के एआएसएमजेडबल्यूए के पदाधिकारी ने विद्रोही24 को दी। 17 सितम्बर को गुमला में पत्रकारों का महाजुटान होगा, जिस पर गंभीर विषयों पर चर्चा होगी।