शर्मनाकः रांची के ठेकेदार ने DC के खिलाफ SSP को लिखा पत्र, उपायुक्त पर घूस मांगने का आरोप
रांची के अरगोड़ा बस्ती निवासी ओम प्रकाश शर्मा ने रांची एसएसपी को एक पत्र लिखा है, जिसमें ओम प्रकाश शर्मा ने रांची के उपायुक्त छवि रंजन के खिलाफ प्रताड़ित करने एवं षडयंत्र कर फंसाने का आरोप लगाया है। ओम प्रकाश शर्मा ने इसकी प्रतिलिपि राज्य के मुख्यमंत्री, गृह सचिव, मुख्य सचिव, महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक द.छो. क्षेत्र, प्रमंडलीय आयुक्त द.छो. प्रमण्डल को भी संप्रेषित किया है। पत्र में ओम प्रकाश शर्मा ने लिखा है –
“ मैं ओम प्रकाश शर्मा, पिता – रामप्रीत शर्मा, ग्राम – जगहत्था, पो. व थाना –भाटपार रानी, जिला – देवरिया (उ.प्र.) का स्थायी निवासी हूं तथा वर्तमान में ग्राम अरगोड़ा बस्ती, लोहरकोचा, पोस्ट – अरगोड़ा, थाना – अरगोड़ा, जिला- रांची, झारखण्ड – 834002 में किराये के मकान में विगत पांच वर्षों से रहता हूं। मैं पेशे से झारखण्ड संवेदक हूं।
ग्रामीण विकास विभाग/भवन निर्माण विभाग/जल संसाधन विभाग/ ऊर्जा विभाग आदि कई विभागों में मेरा कार्य चलता है, जिसका कार्य स्थल सुदूरवर्ती क्षेत्रों में पड़ता है, जिससे जानमाल का खतरा बना रहता है, जिसके कारण मैने जानमाल की सुरक्षा हेतु शस्त्र की अनुज्ञप्ति हेतु आवेदन वर्ष 2019 में समर्पित किया हूं।
इस संबंध में उपायुक्त महोदय रांची से मिला तो उनके द्वारा बताया गया कि आर्म्स लेने में पांच लाख रुपये खर्च लगता है। मैं उनके द्वारा बताये गये बात पर हां बोला। फिर उन्होने कहा कि आप जाइये, आर्म्स मजिस्ट्रेट संजय प्रसाद से मिल लीजिये, ओ आपको सारा चीज बतायेंगे।
तब मैं आर्म्स मजिस्ट्रेट संजय प्रसाद जी से मिला तो उन्होनेक हा कि दो चेक लेकर आइये। उसके बाद गोपणीय शाखा में निस सेठी को बुलाये और दिनांक 07.02.2021 एक चेक CRY –Child Rights and You के नाम से 1,90,200 (एक लाख नब्बे हजार दो सौ रुपये) बनवाये एवं दिनांक 20.01.2021 दूसरा चेक AMITY UNIVERSITY JHARKHAND के नाम से 1,30,000 (एक लाख तीस हजार रुपये) का बनवाये।
चेक भरने का कार्य उपायुक्त कार्यालय के आर्म्स सेक्शन के प्रतीक पाण्डेय द्वारा किया गया है। उसके बाद CRY –Child Rights and You तके बी हाजरा मो.न. 9681454123 का मेरे मोबाइल पर फोन आता है और उनके द्वारा कहा जाता है कि मेरा आदमी अविनाश दूबे जा रहा है उसको चेक दे दिजियेगा। उसके बाद अविनाश दूबे मो.न. 9835927346 का मेरे पास फोन आता है और कहा जाता है, आपसे चेक लेना है और आप कहां मिलेंगे।
उसके बाद मैं सबसे बाते करतेरहा। उसके बाद उपायुक्त कार्यालय के गोपणीय शाखा के निस सेठी मो. न. 9570010300 है, जिसे सबसे पहले आर्म्स मजिस्ट्रेट द्वारा इनसे मिलाने का कार्य किया गया था, ये सारा बात निस सेठी के द्वारा ही किया जा रहा है। उसके बाद दिनांक 16.03.2021 को मैं उपायुक्त महोदय से पुनः मिला तो उनके द्वारा बताया या कि आप चालान काटकर संतोष भगत को दे दीजिये। ट्रेजरी का कुछ काम है, जो 31.03.2021 के बाद आपका काम हो जायेगा।
इसका प्रमाण भी मेरे पास है। काफी दिन बीतने के बाद भी जब शस्त्र अनुज्ञप्ति जारी नहीं किया गया, तब मैने दिनांक 21.06.2021 को प्रमंडलीय आयुक्त, दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल रांची एवं जिला शस्त्र दंडाधिकारी रांची, उपायुक्त रांची, मुख्य सचिव, झारखण्ड, एवं गृह राज्य सचिव को आवेदन समर्पित किया।
जिसके आलोक में प्रमंडलीय आयुक्त दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल रांची का ज्ञापांक 1004/न्याय, दिनांक 05.07.2021 के द्वारा तथा झारखण्ड सरकार गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग का ज्ञापांक 3015/रांची दिनांक 18.08.2021 को उपायुक्त रांची को अनुज्ञप्ति निर्गतकरने के संबंध में पत्र निर्गत किया गया है।
इसके बावजूद भी उपायुक्त महोदय द्वारा मेरे शस्त्र अनुज्ञप्ति के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई। मैं उपायुक्त महोदय से मिलने के लिए लगातार कार्यालय का चक्कर लगाता रहा परन्तु वे मुझसे मिलने से मना करते है। इस तरह उपायुक्त महोदय द्वारा मेरा पैसा लेने के बाद भी शस्त्र अनुज्ञप्ति जारी न कर मुझे मानसिक एवं आर्थिक रुप से प्रताड़ित किया गया एवं हाल के दिनों में कई माध्यम से धमकी दिया जा रहा है।
कि आप अपना अनुज्ञप्ति भूल जाओ एवं मुंह बंद रखो नहीं तो जान गंवाना पड़ सकता है तथा षडयंत्र के तहत फंसाने का प्रयास भी किया जा रहा है, जिसके कारण में काफी मानसिक तनाव में हूं। अतः श्रीमान से अनुरोध है कि मेरी उपरोक्त परिस्थितियों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए मेरे जानमाल की सुरक्षा करने एवं जांच कराकर इस कार्य में शामिल सभी लोगों पर उचित कार्रवाई करने की कृपा की जाय।”