राजनीति

विधानसभा में नमाज कक्ष बनाये जाने के खिलाफ, विधानसभा का घेराव करने आये भाजपाइयों पर हुआ लाठी चार्ज, कई घायल

झारखण्ड विधानसभा में नमाज कक्ष बनाये जाने के खिलाफ स्पीकर रवीन्द्र नाथ महतो व हेमन्त सरकार से नाराज भाजपाइयों ने आज विधानसभा का घेराव किया। विधानसभा घेराव करनेवालों में भाजपा के प्रमुख नेताओं में बाबू लाल मरांडी और दीपक प्रकाश प्रमुख रुप से मौजूद थे, हजारों की संख्या में पहुंचे भाजपाइयों ने जयश्रीराम और हर-हर महादेव के नारे लगाये, तथा सरकार को संकेत दिया कि नमाज कक्ष बनाये जाने को लेकर, वे सरकार को चैन से बैठने नहीं देंगे।

भारी संख्या में आये भाजपाइयों द्वारा किये गये आज का विधानसभा घेराव अपने मकसद में सफल रहा। जनता का विश्वास जीतने में भी सफल रहा। ज्यादातर जनता का यही कहना था कि जब देश धर्मनिरपेक्ष हैं तो फिर एक समुदाय विशेष, जिसके मात्र चार विधायक सदन में हैं, उनके लिए एक अलग से विशेष कक्ष बनाना ये तो संविधान के ही खिलाफ है।

ज्यादातर संविधान के जानकार तो साफ कहते है कि ऐसा होना ही नहीं चाहिए, पर हेमन्त सरकार को कौन समझाए, यहां तो वोट की राजनीति और तुष्टिकरण की राजनीति चल रही है, संविधान पर कौन ध्यान दे रहा है? राजनीतिक पंडितों की मानें तो इसका प्रभाव सीधे आम लोगों पर पड़ रहा हैं।

जनता को विश्वास हो चला है कि हेमन्त सरकार भारतीय संविधान पर न ध्यान देकर, वो अपनी वोट बैंक की राजनीति को मजबूत करने का काम कर रही है, जो आनेवाले समय में हेमन्त सरकार को ही महंगा पड़ जायेगा। इधर देखने में आ रहा है कि हेमन्त सरकार में झामुमो कोटे से शामिल एक मुस्लिम समुदाय से बने मंत्री और कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी कुछ विधानसभा में ज्यादा ही मुखर है, वे तो इस प्रकार बोल रहे हैं, जैसे लग रहा है कि हिन्दु धर्म के विशेष जानकार है।

नमाज कक्ष बनाये जाने को लेकर भाजपा की ओर से अगर कोई ज्यादा मुखर हैं तो वे हैं सी पी सिंह। सी पी सिंह सदन के अंदर और सदन के बाहर खुलकर अपना प्रतिरोध जता रहे हैं, तथा यह बताने में सफल रहे है कि झारखण्ड विधानसभा में जो भी कुछ हो रहा हैं, वो सही नहीं है।

इधर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास भी विधानसभा में धरने पर बैठ गये और कहा कि नमाज कक्ष को विधानसभा से हटाया जाय। आम आदमी भी यहीं कह रहा है धर्मनिरपेक्ष देश में धर्म के लिए विशेष कक्ष क्यों? पर सरकार को इससे कोई मतलब नहीं, शायद उसे लग रहा है कि वो जो कर रही हैं, ठीक कर रही हैं।

आनेवाले समय में भी उसी का शासन होने जा रहा हैं, पर राजनीतिक पंडितों की मानें तो दिन-प्रतिदिन सरकार का इकबाल जनता के आगे समाप्त होता जा रहा है, जिसकी शुरुआत हैं, नमाज कक्ष को लेकर भाजपाइयों द्वारा किया गया विधानसभा घेराव और उसे मिला मौन जनसमर्थन।