राजभवन जाकर भाजपाइयों ने स्पीकर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, कहा स्पीकर ने नमाज कक्ष आवंटित कर अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक निर्णय लिया, पूरे प्रदेश में भाजपाइयों ने मनाया काला दिवस
आज राजभवन जाकर भाजपाइयों ने राज्यपाल से मिल झारखण्ड विधानसभाध्यक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और पत्र देकर कहा स्पीकर ने विधानसभा में नमाज कक्ष आवंटित कर अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक निर्णय लिया है, जो गलत है। उधर कल विधानसभा घेराव के दौरान हुए लाठी चार्ज के विरोध में पूरे प्रदेश में भाजपाइयों ने काला दिवस भी मनाया। सबसे पहले उस पत्र पर एक नजर, जिसके माध्यम से स्पीकर की शिकायत की गई।
सेवा में,
महामहिम राज्यपाल, झारखंड।
विषय – विधानसभा में नमाज कक्ष का आवंटन रद्द करने एवम विधानसभा घेराव कार्यक्रम में निहत्थे कार्यकर्ताओं पर हुए बर्बर लाठीचार्ज की जांच कराने के संबंध में।
महोदय,
झारखंड विधानसभा के माननीय अध्यक्ष के निदेशानुसार विगत दिनों विधानसभा भवन में नमाज कक्ष आवंटित किया गया है। यह निर्णय राज्य सरकार की तुष्टिकरण नीति की पराकाष्ठा का परिचायक है। महोदय,यह लोकतांत्रिक और सर्वपंथ समभाव का देश है। राजकाज की यही संवैधानिक मर्यादा है। परंतु निहित स्वार्थ, वोट बैंक की राजनीति ने अल्पसंख्यक-बहुसंख्यक की खाई को चौड़ा किया है। तुष्टिकरण को बढ़ावा दिया है।
महोदय, भारतीय जनता पार्टी सभी पंथ, समुदाय के उपासना पद्धति का सम्मान करती है। परंतु तुष्टिकरण में विश्वास नही करती है। झारखंड विधानसभा अध्यक्ष ने समुदाय विशेष की उपासना के लिये कक्ष आवंटित करने का अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक निर्णय लिया है। इस विशेष प्रकार के निर्णय से प्रदेश के अन्य समुदाय के लोग आहत हुए है। साथ ही अपने-अपने धार्मिक अनुष्ठान के लिये भी विधानसभा भवन में स्थल की मांग कर रहे है। जो स्वाभाविक भी है।
महोदय, लोकतंत्र के पवित्र मंदिर का एक ही देवता है और वह है राज्य की जनता। इस मंदिर में उसी की उपासना होनी चाहिये। जनता की ही चिंता होनी चाहिये, उनके लिये ही प्रार्थना होनी चाहिये। इस मंदिर में जनता ने जनप्रतिनिधियों को भेजा है। इसलिये व्यक्तिगत उपासना का इस मंदिर में कोई स्थान नही होना चाहिये।
प्रदेश भारतीय जनता पार्टी का स्पष्ट मानना है कि नमाज कक्ष के आवंटन का निर्णय साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाला है। यह निर्णय केवल राज्य की साढ़े तीन करोड़ जनता की भावनाओं के खिलाफ है और देश भर में झारखंड की छवि को कलंकित करने वाला भी है।
महोदय, भारतीय जनता पार्टी ने जनभावनाओं के अनुरूप इस अलोकतांत्रिक और असंवैधसनिक निर्णय का सदन से सड़क तक चरणबद्ध विरोध किया है। परंतु राज्य सरकार की हठधर्मिता बढ़ती जा रही है। हद तो तब हो गई जब कल 8 सितंबर, 2021 को हजारों भाजपा कार्यकर्ता विधानसभा घेराव के लिये पहुंचे तो पुलिस द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे निहत्थे कार्यकर्ताओं पर बर्बरता से लाठी चार्ज किया गया।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश, नेता विधायकदल एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी पर जानलेवा हमला किया गया, जिसे उनके केंद्रीय सुरक्षाबल के जवानों ने विफल कर दिया। इतना ही नही महिला कार्यकर्ताओं को भी पुरुष पुलिसकर्मियों के द्वारा बर्बरता से पीटा गया, गला दबा कर मारने की कोशिश की गई। पुलिस की बर्बर कार्रवाई से घायल प्रदेश भर के सैकड़ो कार्यकर्ता अस्पतालों में इलाजरत हैं।
अतः भारतीय जनता पार्टी आपके माध्यम से अनुरोध करती है कि राज्य में सर्व पंथ समभाव को बनाये रखने के लिये नमाज कक्ष आवंटन के निर्णय को अविलंब वापस लिया जाए, साथ ही भाजपा के शांतिपूर्ण प्रदर्शन कार्यक्रम में हुए बर्बर लाठीचार्ज की जांच कराई जाए।
भवदीय
आदित्य साहू, डॉ प्रदीप वर्मा, गंगोत्री कुजूर, दीपक बंका, बालमुकुंद सहाय
भारतीय जनता पार्टी, झारखण्ड प्रदेश
दूसरी ओर, हेमन्त सरकार की जनविरोधी तुष्टिकरण नीति के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा विधानसभा घेराव में हुए लाठीचार्ज के विरोध में प्रदेश के सभी 27 सांगठनिक जिलों के कार्यकर्ताओं ने काला दिवस मनाया। काला दिवस पर पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने काला बिल्ला लगाकर विरोध दर्ज किया। प्रदेश कार्यालय में भी पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने काला बिल्ला लगाकर विरोध दर्ज किया।
काला बिल्ला लगाते हुए प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि सरकार लाठी के दम पर तुष्टिकरण नीति लागू करना चाह रही है। इतिहास में शायद ही कोई सरकार होगी जिसके खिलाफ मात्र दो साल में इतना जनाक्रोश होगा। राज्य सरकार यह याद रखे कि अगर वह तुष्टिकरण की नीति को जारी रखेंगे तो उन्हें हम चैन से सोने नहीं देंगे, पार्टी का संघर्ष जारी रहेगा। श्री प्रकाश ने कहा कि नारी शक्ति पर प्रहार और अत्याचार झारखंड की जनता बर्दास्त नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी आज आपने जितनी भी लाठियां भाजपा कार्यकर्ताओं पर बरसाई है, आपकी कुर्सी उतनी ही जल्दी जाएगी। सरकार कान खोलकर सुन ले, आज पुलिस के भेष में झामुमो के गुंडों ने जो हमारे कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया है इससे हम डरने और पीछे हटने वाले नही हैं बल्कि तुष्टिकरण के खिलाफ आंदोलन और तेज होगा।
उन्होंने घेराव सफल होने पर कहा कि हेमंत सरकार की तुष्टिकरण नीति के खिलाफ आज इस प्रचंड विरोध प्रदर्शन को सफल और सशक्त बनाने के लिए पार्टी के प्रदेशभर के सभी जुझारू और कर्मठ कार्यकर्ताओं का बहुत बहुत आभार एवं बधाई। इस निकम्मी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ झारखण्ड के सवा तीन करोड़ लोगों की आवाज बनकर भाजपा कार्यकर्ताओं का संघर्ष जारी रहेगा।