राजनीति

बैकडेट से भाजपाइयों पर हुए मुकदमें मतलब संघीय ढांचा को कमजोर करने की कोशिश

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने हेमन्त सरकार पर संघीय ढांचा तोड़ने का आरोप लगाया है। प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की मंदिर में तुष्टिकरण की राजनीति अनुचित हैं। विधानसभा में जनता के प्रति सरकार को प्रतिबद्ध होना चाहिए।

झारखंड की देवतुल्य जनता की आवाज बनकर भारतीय जनता पार्टी ने तुष्टिकरण राजनीति के खिलाफ बिगुल फूंकने का कार्य किया। विधान सभा घेराव के दौरान अनुशासित और शान्तिपूर्ण ढ़ंग से प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठी चलाना सरकार की असंवैधानिक मानसिकता को दर्शाता है।

पुलिस की भूमिका महादैत्य की तरह लग रही थी

पुलिस ने सब्र खोया, हेमन्त सरकार के इशारे पर निशाना बनाकर पुलिस ने लाठी चार्ज किया। महिला कार्यकर्ताओं के कपड़े फाड़े गए। मुझे और बाबूलाल मरांडी को टारगेट कर लाठियां बरसायी गयी। यह सारी घटनाएं मुख्यमंत्री के इशारे पर किया गया। पुलिस की भूमिका उस वक्त महादैत्य की तरह लग रही थी।

सरकार एक तरफ निहत्थे कार्यकर्ता पर लाठी चलाने का कार्य किया तो दूसरी ओर फर्जी मुकदमे लादे जा रहे हैं। बैक डेट से मुकदमा दायर किया गया है। भ्रष्ट सीओ के फर्जी स्क्रिप्ट पर एफआईआर किया गया जो विधानसभा घेराव के दौरान मौजूद भी नहीं थे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, कुशासन, आदिवासी विरोधी, महिला विरोधी, किसान विरोधी, युवा विरोधी, विकास विरोधी सरकार के खिलाफ भाजपा का संघर्ष जारी रहेगा।

हेमन्त सरकार मतवाले हाथी की तरह काम कर रही है

उन्होंने कहा कि संघर्ष का दूसरा नाम भारतीय जनता पार्टी है। सरकार एक मतवाले हाथी की तरह राज्य में काम कर रही है। उन्होंने नमाज कक्ष को लेकर बनाए गए सात सदस्यीय कमेटी को लेकर कहा कि विधानसभा अध्यक्ष अपने ही आदेश की समीक्षा करवा रहे हैं, यह विडंबना है। हालांकि कमेटी बनाए जाने पर कहा कि यह भाजपा के संघर्ष का प्रतिफल है।

अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए केंद्र सरकार पर दोषारोपण

श्री प्रकाश ने कोयले के बकाए के सवाल पर कहा कि 70 साल तक देश पर शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी व सम्मानित नेता व तत्कालीन केंद्रीय मंत्री शिबू सोरेन के कार्यकाल में कितना पैसा बकाया था? उन्होंने कहा कि डीएमएफटी के द्वारा जो पैसा आ रहा है वह पहले आता था क्या?

उन्होंने कहा कि हेमन्त सरकार अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए तुष्टिकरण की राजनीति, केंद्र सरकार पर दोषारोपण की राजनीति कर रही है। संघीय ढांचा तोड़ने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हेमन्त के झूठे वादे की वीडियो गांव-गांव तक लेकर जाएंगे।

हेमन्त सरकार के ऊपर न्यायपालिका की टिप्पणी स्पष्ट करती है कि सरकार कागजों पर चल रही है। उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण करते हुए कांग्रेस के वोट बैंक में सेंधमारी कर रही है झामुमो। कांग्रेस-झामुमो में अंदर-अंदर सब कुछ ठीक नहीं है।