26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस घोषित किये जाने की खुशी में सिख समाज PM नरेन्द्र मोदी को भेजेगा 25 हजार आभार पत्र
श्री गुरुगोविंद सिंह के पुत्रों द्वारा दिये गए सर्वोच्च बलिदान के सम्मान में 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस मनाए जाने के निर्णय का स्वागत करते हुए सिख समाज के भाजपा नेता हरविंदर सिंह बेदी ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसी घोषणा कर ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इस निर्णय से सारा सिख समाज फुले नहीं समा रहा है। चहुंओर इस निर्णय का स्वागत और प्रधानमंत्री को आभार प्रकट किया जा रहा है।
प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने 2014 से अब तक अनेकों कार्य सिख समुदाय के लिए किया है। वीर बाल दिवस के फैसले का स्वागत करते हुए सिख समाज द्वारा 25 हजार पोस्टकार्ड के माध्यम से आभार पत्र प्रधानमंत्री को भेजा जाएगा। वहीं प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए अस्मित सिंह सेट्ठी ने कहा कि इस ऐतिहासिक निर्णय से आने वाली पीढ़ी को हम बता पाएंगे कि धर्म की सुरक्षा के लिए श्री गुरुनानक जी के साहिबजादों ने अपनी बलिदानी दे दी।
साहिबजादों को जिंदा चुनवा दिया गया। उन्होंने कहा कि सिख समाज से प्रधानमंत्री का विशेष लगाव रहा है। उन्होंने कहा कि 1984 दंगा पीड़ितों के लिए एसआईटी का गठन कर, उन्होंने सिक्खों को इंसाफ दिलाया। श्री गुरुगोविंद सिंह जयंती मनाने के लिए विशेष 100 करोड़ का बजट का प्रावधान किया। देश विभाजन के दौरान पाकिस्तान या अन्य देशों में रह गए लोगों को लाने के लिए CAA, NRC लाकर रास्ता निकाला।
गुरुद्वारा साहिब के लंगर को टैक्स फ्री कर दिया। उन्होंने कहा कि श्री गुरु गोविन्द सिंह जी के 350 वें प्रकाश पर्व पर विशेष सिक्के व डाक टिकट जारी किया गया। गुरू साहिब के जीवन को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया और विभिन्न राज्यों में बच्चों के पाठयक्रम में शामिल किया गया। श्री गुरु तेग बहादुर जी का 400वां प्रकाशोत्सव मनाने के लिए साल भर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया एवं भारत के इतिहास में पहली बार सभी राजभवनों में दरबार सजाया गया।
पवित्र गुरु ग्रन्थ साहिब के स्वरूप सम्मान के साथ अफगानिस्तान से भारत वापस लाया गया। अफगानिस्तान से 650 अफगान सिखों को सुरक्षित भारत लाया गया और उनके रहने खाने की व्यवस्था भी की गयी। श्री गुरु गोविन्द सिंह जी से जुड़े पवित्र संस्थानों पर रेल सुविधाओं को 50 करोड़ रूपये की लागत में आधुनिक बनाया गया। गुजरात के जामनगर में गुरु गोविन्द सिंह जी की याद में 750 बिस्तरों का अस्पताल बनवाया, जो आज सेवारत है।
श्री दरबार साहब अमृतसर के लिए एफसीआरए रजिस्ट्रेशन फिर शुरू किया गया एवं दुनिया भर के सिखों के लिए योगदान करने की सुविधा पुनर्बहाल की। पहली बार अमृतसर में National Institute of Enter & Faith Studies की स्थापना की गयी। पोस्टकार्ड अभियान समिति का संयोजक हरविंदर सिंह बेदी, सदस्य अस्मित सिंह सेट्ठी, बलबीर सिंह सलूजा और अरविंदर सिंह खुराना को बनाया गया है।
Excellent initiative