राजनीति

राज्य में जातीय, भाषाई उन्माद फैलाने की कोशिश, राज्य सरकार के मंत्री, विधायक, मुद्दों पर पक्ष-विपक्ष में बोल रहे, सरकार जिम्मेवारी तय करे, मुख्यमंत्री चुप क्यों?

भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व सांसद डा. रवीन्द्र कुमार राय ने आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन के दौरान हेमंत सरकार पर कड़ा प्रहार किया। ज्ञातव्य है कि डॉ राय पर कल रांची से धनबाद जाने के क्रम में बोकारो के पास कतिपय अराजक तत्वों ने उनकी गाड़ी पर हमला बोलते हुए गाड़ी के शीशे तोड़े थे, चालक की पिटाई की थी, अंगरक्षकों के साथ भी दुर्व्यवहार किया।

डॉ राय ने राज्य की अराजक स्थिति पर राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि झारखंड मे जातीय, भाषाई उन्माद फैलाकर राज्य सरकार जनता को मूल मुद्दों से भटकाना चाहती है, अपनी विफलताओं को छुपाना चाहती है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार की दोमुंही नीति के कारण आज प्रदेश में राज्य गठन के पूर्व की स्थिति बनती दिख रही है। आज दंगाई, उग्रवादी सामने आ गए, दंगाई ताकतवर हो गए।

उन्होंने कहा कि आज राज्य में अपराधी बेकसूर और अधिकारी मजबूर दिखाई पड़ रहे। उन्होंने कहा कि एक तरफ राज्य सरकार मॉब लिंचिंग पर कानून बनाने की बात करती है, दूसरी ओर पूरे प्रदेश में मॉब लिंचिंग जैसे दृश्य रोज उत्पन्न किये जा रहे। अपराधी धड़ल्ले से कानून को हाथ मे ले रहे। उन्होंने कहा कि आज अपराधी स्वतंत्रता पूर्वक घटनाओं को अंजाम दे रहे, जिसके लिये खुद राज्य सरकार जिम्मेवार है।

यह सरकार चाहती है कि राज्य में ऐसी स्थिति बनी रहे। कानून व्यवस्था की दृष्टि से राज्य के हालात अनाथ जैसा हो गया है। पूरे राज्य में भय का वातावरण है। लोगों को अब यात्रा करने के पहले सोचने को मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि विशेषकर भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खुद भाषा विवाद बढ़ाने का कार्य कर रही है। सरकार के मंत्री और सत्ता पक्ष के विधायक ही पक्ष विपक्ष में बयान देकर राजनीतिक रोटी सेंकने की कोशिश कर रहे।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आखिर चुप क्यों हैं। सरकार को तो जिम्मेवारी तय करनी चाहिये। उन्होंने कहा कि आज राज्य सरकार और न्यायालय के बीच विवाद बढ़ रहे हैं। प्रदेश आज स्पष्ट नीति विहीन और असमंजस की स्थिति में पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने राज्य गठन किया है। पार्टी को राज्य के चहुँमुखी विकास की भी चिंता है। भाजपा स्थानीय भाषाओं को प्राथमिकता मिले इसकी पक्षधर प्रारम्भ से है।

इसी जनभावना को साकार करने के लिए अलग राज्य का निर्माण कराया गया है। परंतु वर्तमान राज्य सरकार की नीयत साफ नही है। यह सरकार मुद्दों को लटकाने, भटकाने और अटकाने में विश्वास रखती है। राज्य सरकार दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई करे। प्रेसवार्ता में बोलते हुए प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने कहा कि डॉ रविन्द्र राय के साथ घटी घटना की पार्टी कड़ी निंदा करती है। और सरकार से मांग करती है कि कानून को हाथ मे लेने वाले दोषियों को चिन्हित कर सरकार कठोर कार्रवाई करे। ऐसे अराजक लोगों को नियंत्रित करे।