अपराध

आर्थिक तंगी से तबाह रांची के एक दुकानदार ने की आत्महत्या, भाजपाइयों ने इस घटना को लेकर हेमन्त सरकार को कटघरे में किया खड़ा

रांची के मोराबादी में श्याम देव नामक युवक ने आत्महत्या कर ली। बताया जाता है कि वो मोराबादी मैदान में जूस की दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। गत् 27 जनवरी को मोराबादी मैदान में एक गैंगवार की घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने वहां की सारी दुकानें बंद करा दी थी। बताया जा रहा है कि दुकानें बंद होने से श्याम देव आर्थिक तंगी का शिकार हो गया और उसने आत्महत्या कर ली।

श्याम देव द्वारा की गई आत्महत्या को लेकर पूरे रांची में बवाल हैं, भाजपा के कई बड़े नेताओं ने इस घटना के लिए राज्य सरकार को कटघरें में खड़ा किया है। आश्चर्य इस बात की है कि अभी विधानसभा चल रहा है। विधायक अपनी बात जो बात ही नहीं हैं, उसे विधानसभा में उछाल रहे हैं, पर जो जनहित के मुद्दे हैं, वे आज भी गायब है।

आज ही अंबा प्रसाद देवघर में हुई घटना को लेकर सदन में बातें उठा दी, उन्हें न्याय भी मिल गया। जब स्पीकर ने संबंधित मंत्री को आदेश दिया कि अंबा प्रसाद के साथ दुर्व्यवहार करनेवाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाय, पर श्याम देव जैसे अनेक छोटे-छोटे रोजगार चलानेवालों की जो रोजगार बंद हो गई, उसकी बात सदन में कौन उठायेगा?

दरअसल घटनाएं घटती है, और फिर लोग भूल जाते हैं, हमारे यहां गरीबों की सुनता कौन है? यहां तो गरीबों की सिर्फ राजनीति की जाती है, इसमें एक दल को दोषी भी नहीं ठहराया जा सकता। इधर भाजपावालों ने सोशल साइट पर आसमान सर उठा रखा है, देखते है कि इस घटना का क्या फलाफल निकलता है?

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश ने इस घटना पर कहा कि हेमंत सरकार युवाओं को आत्महत्या के लिये मजबूर कर रही है। श्री प्रकाश मोरहाबादी मैदान में आज फांसी लगाकर एक दुकानदार द्वारा आत्महत्या किये जाने पर आक्रोश व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विगत दिनों राज्य के एक किसान ने भी इसी प्रकार निराश और हताश होकर अपने धान में आग लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

उन्होंने कहा कि एक चलते रोजगार को उजाड़ने के पहले सरकार ने गरीबों,बेरोजगारों, की कोई चिंता नही की। यह सरकार बसाने में नहीं, उजाड़ने में विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि इस सरकार को लड़ाने, विवादों में जनता को उलझाने से फुर्सत ही नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सरकार नौकरी देने के नाम पर सत्त्ता में आई, परंतु रोज रोजगार और नौकरी छीनने का रिकार्ड बना रही। श्री प्रकाश ने दुकानदारों को शीघ्र स्थान उपलब्ध कराने एवम मृतक युवक के परिजन को नौकरी एवम मुआबजा देने की मांग की।

 सांसद संजय सेठ ने उठाए सवाल, सरकार से पूछा कौन है इसके लिए जिम्मेवार

मोरहाबादी में एक जूस दुकानदार के द्वारा आत्महत्या करने के मामले में सांसद संजय सेठ ने राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। सांसद श्री सेठ ने कहा है कि एक तो यह सरकार रोजगार नहीं दे पा रही है, दूसरी तरफ लोगों का रोजगार छीन रही है। स्थिति यह हो गई है कि मानसिक व आर्थिक रूप से परेशान होकर लोग आत्महत्या कर रहे हैं। मोराबादी में जूस दुकानदार के द्वारा आत्महत्या करने की घटना इसी की बानगी है।

सांसद श्री सेठ ने कहा कि जिस तरह से तुगलकी फरमान जारी करके मोरहाबादी से सैकड़ों दुकानदारों को एक झटके में बेरोजगार कर दिया गया, यह राज्य सरकार और प्रशासन की उदासीनता को दर्शाता है। सरकार की संवेदनहीनता को दर्शाता है। ढाई साल में लोगों को रोजगार उपलब्ध नहीं करा पाने वाली यह सरकार, अब लोगों का स्वरोजगार भी छीन रही है। व्यवसायियों को परेशान कर रही है।

सांसद श्री सेठ ने कहा कि राज्य सरकार और प्रशासन को अविलंब इस मामले में पीड़ित परिवार को कम से कम 5 लाख का मुआवजा देना चाहिए। इसके साथ ही इस बात की पहल करना चाहिए कि दुकानदार फिर से अपना व्यवसाय चालू कर सकें ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो।

वैश्य महासम्मेलन के संजय पोद्दार ने इस घटना की कड़ी निन्दा की

अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश सचिव संजय पोद्दार ने मोराबादी मैदान की घटना की कड़ी शब्दों में निंदा की है। मोराबादी मैदान में दुकान चला कर अपना भरण-पोषण करने वाले एक दुकानदार ने सरकार के हठधर्मिता से तंग आकर आत्महत्या कर ली जो राज्य के लिए कलंक है। इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम है। कुछ माह पूर्व मोराबादी में अपराधियों द्वारा दिनदहाड़े घटना को अंजाम दिया गया था उसके बाद प्रशासन द्वारा वहां पर रोजगार कर रहे सभी दुकानदारों को हटा दिया गया।

वहां के दुकानदार लगातार अपनी रोजी रोटी के लिए आंदोलन कर रहे थे परंतु सरकार और निगम के अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। सभी दुकानदार के सामने परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो गया था। वहां के दुकानदारों द्वारा कई बार सरकार और निगम  को दुकान लगाने की गुहार करते रहे परंतु किसी ने भी इनकी सुध नहीं ली। नतीजा आज एक युवक तंग आकर आत्महत्या कर ली जो बहुत ही शर्मनाक है।