अपनी बात

बाघमारा BJP MLA  ढुलू की गुंडागर्दी व धनबाद पुलिस तथा भाजपा के राज्य व राष्ट्रस्तरीय नेताओं द्वारा ढुलू को मिल रहे सहयोग से आजीज होकर कुंती देवी अपने पूरे परिवार के साथ फिर से आमरण अनशन पर

धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर कुंती देवी फिर से अपने परिवार के साथ जम गई हैं। उसका पूरा परिवार आमरण अनशन पर हैं। उसकी मांग सिर्फ इतनी है कि उसे जीने का अधिकार दिया जाये। उसे अपने जमीन पर दुकान खोलने की इजाजत दी जाये, ताकि वो अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें, पर धनबाद का उपायुक्त, एसएसपी, एसडीओ, उसके इलाके का थाना प्रभारी, सीओ व भाजपा के राज्यस्तरीय व राष्ट्रीयस्तरीय नेताओं को शायद ये पसंद ही नहीं कि कुंती देवी का परिवार सम्मानपूर्वक जिंदगी जी सकें या उसकी आजीविका ठीक से चलती रहे।

इसके ठीक अठारह दिन पहले कुंती अपने परिवार के साथ धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर अपनी मांगों के लिए बैठी थी, उस वक्त धनबाद के एसडीओ ने भरोसा दिलाया था कि उसकी मांग जायज है, और जल्द ही उसकी मांगों को 18 दिनों के अंदर पूरा कर दिया जायेगा, पर 18 दिन बीतने के बाद भी उसके दुकान से भाजपा विधायक का पानी का टैंकर व ईटों का ढेर हटाया नहीं गया है।

राजनीतिक पंडित तो साफ कहते है कि जिस भाजपा विधायक ढुलू को राज्य सरकार, भाजपा के राज्यस्तरीय नेता व राष्ट्रीयस्तरीय नेता, यहां तक की संघ के छोटे से लेकर बड़े अधिकारियों, राज्य के पुलिस महानिदेशक के साथ-साथ धनबाद के छोटे बड़े सारे प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों का आशीर्वाद प्राप्त हो, भला उस ढुलू को छूने की हिम्मत किसमें हैं।

आश्चर्य इस बात की है कि आज ही धनबाद के एक भाजपा विधायक राज सिन्हा ने प्रेस कांफ्रेस की हैं, और धनबाद में एक डाक्टर के साथ घटित घटनाओं को लेकर जंगल राज की पुनरावृत्ति का बयान दिया हैं, तथा जमकर राज्य सरकार को कोसा है। राज सिन्हा ने यह भी कहा कि कल ही यानी 5 मई को उनके बहुत बड़े नेता बाबू लाल मरांडी धनबाद आयेंगे और जंगल राज के खिलाफ एक दिवसीय धरना में भाग लेंगे, जिसमें भाजपा के धनबाद सांसद पशुपतिनाथ सिंह भी शामिल होंगे।

पर जैसे ही विद्रोही24 ने राज सिन्हा से पूछा कि कुंती देवी और उसके परिवार को आपके ही भाजपा परिवार का एक नेता ढुलू तबाह कर रहा हैं, क्या ये जंगल राज नहीं, तब इस सवाल पर जैसे लगा कि राज सिन्हा को सांप सूंघ गया, वे इधर-उधर की बातें करने लगे, संतोषजनक उत्तर नहीं दिया। यही हाल भाजपा के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह का हैं, उससे भी जब विद्रोही24 ने बात किया तो उसकी भी ढुलू के मामले में सांप सूंघ जाती है।

एक बार जब विद्रोही24 ने इस मामले को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के समक्ष उठाया तो वे फिल्म संन्यासी का गाना गाने लगे – कर्म किये जा फल की इच्छा मत कर ए इन्सान, जैसा कर्म करेगा, वैसा फल देगा भगवान। अब इस फिल्मी भजन से तो कुंती देवी या उसके परिवार को भला तो होनेवाला हैं नहीं, तो क्या कुंती देवी और उसके परिवार को मरने के लिए छोड़ दिया जाये, इसका जवाब कौन देगा, राज्य सरकार या उसके प्रशासनिक अधिकारी ही न। आखिर कुंती देवी को आजीविका करने का अधिकार देने में समस्याएं कहां आ रही हैं।

कमाल है दूसरे लोग गुंडा गर्दी करें तो गुंडागर्दी-जंगल राज और भाजपा नेता और उसके विधायक गुंडागर्दी करें, किसी को जीने का अधिकार तक छीन लें तो सही, ये दोहरापन कहां और किस खाद्यपदार्थ के खाने से आता है भाई। जरा बताना, हम भी जानना चाहते हैं। अंत में, मैं राज्य सरकार से कहूंगा कि वे इस ओर ध्यान दें, तथा कुंती देवी और उसके परिवार को जीने का अधिकार दें, साथ ही धनबाद के बुद्धिजीवियों से अपील करुंगा कि वे कुंती देवी को न्याय दिलाने के लिए आये आये।