धनबाद के भूली थाना ने झारखण्ड पुलिस का किया चरित्र उजागर, बताया ईमानवालों को फंसाना और बेइमानों को सम्मान देना उसकी पहली प्राथमिकता
धन्य है झारखण्ड पुलिस, धन्य है धनबाद पुलिस, धन्य है भूली थाना जहां का पुलिसकर्मी एक खाली ट्रक को अपने ही परिक्षेत्र से अपने थाने में लाता हैं, फिर उस खाली ट्रक में दूसरे जगह से भूली थाने में लाये गये चार ट्रेक्टर कोयले को खुद ही जेसीबी से भरवाता है, उसके बाद उस ट्रक के मालिक और चालक के खिलाफ कोयला चोरी की झूठी प्राथमिकी दर्ज कर ट्रक ड्राइवर का चलान भी कर देता हैं।
मतलब है न हैरानी की बात, पर हैरान तो इन्सान होता है, ईमानदार होता हैं, जिनका काम ही दोयम दर्जें का हैं, उन्हें हैरानी या परेशानी क्या होगी? ईमानवालों को फंसाना, बेइमानों को सम्मान देना ये तो झारखण्ड पुलिस की पहली प्राथमिकता है। विद्रोही24 के पास तो इस बात के पुख्ता प्रमाण है कि झारखण्ड पुलिस से जुड़े बड़े-बड़े अधिकारी जो रांची के धुर्वा स्थित पुलिस मुख्यालय में बैठते हैं।
वे अपराधियों की सुरक्षा के लिए बॉडीगार्ड भी मुहैया कराते हैं, उक्त अपराधी के यहां जब कोई कार्य प्रयोजन होता हैं तो वे अपने पुरे परिवार के साथ उसके साथ बैठकर गलबहियां भी खेलते हैं, ऐसे में ये भूली थाना का पुलिसकर्मियों का दल एक ट्रक चालक को झूठे केस में फंसा दिया तो कौन सा तूफान खड़ा हो गया।
ट्रक मालिक उपेन्द्र वर्मा के कथनानुसार उनका ड्राइवर अली हसन जब ट्रक चला रहा था, तभी धनबाद के भूली के किसी गांव में बिजली के चार तार टूट गये, गांव वालों ने ट्रक ड्राइवर को जमकर पीटा और फिर पीसीआर को बुलाकर उसे सुपूर्द कर दिया। जब भूली थाने से उन्हें फोन गया और ये कहा गया कि वे आधार कार्ड लेकर थाने पहुंचे तो वो थाना पहुंच गया।
लेकिन यहां तो दूसरी ही बात हो गई, उसके खाली ट्रक में भूली थाने में रखे गये चार ट्रेक्टर कोयले जो अन्य स्थानों से लाये गये थे, उसे जेसीबी द्वारा उठाकर उनकी ट्रक में भरा गया और कोयला चोरी का आरोप लगाकर प्राथमिकी दर्ज कर दी गई। उसके ड्राइवर को चलान कर दिया गया यानी जेल भेज दिया गया। इस पूरे प्रकरण की विडियो धड़ल्ले से वायरल हो रहा हैं, जो विद्रोही24 तक पहुंची।
अब राज्य की जनता बताये व सोचें कि क्या झारखण्ड पुलिस का यही धर्म है कि किसी को भी झूठे केस में फंसाने के लिए इस प्रकार का षडयंत्र रचें या उसे न्याय दिलाये, पर झारखण्ड में नई सरकार आने के बाद , जिस प्रकार से झारखण्ड पुलिस में कार्यरत पुलिस पदाधिकारियों को चरित्र उजागर हो रहा हैं, वो बदन कंपा देनेवाला है।
इसलिए विद्रोही24 झारखण्ड की जनता से अपील करती है कि वे फिलहाल इस चल रहे झूठ व फरेब के काल को सहन करें, क्योंकि ये झूठ व फरेब का काल ज्यादा दिनों तक नहीं चलता। साथ ही विद्रोही24 यह भी कहेगा कि धनबाद पुलिस/झारखण्ड पुलिस में थोड़ी सी भी शर्म हैं तो इस मामले की जांच कराये और संबंधित व्यक्ति को न्याय दिलाकर, दोषी पुलिसकर्मियों को दंडित करें।