राजनीति

सरयू का बयान – झारखंड CMO के निदेशक की भूमिका निभा रहा कोलकाता का शातिर व्यवसायी अमित अग्रवाल ED के हत्थे चढ़ा

झारखण्ड की राजनीति को प्रभावित करनेवाला अमित अग्रवाल प्रवर्तन निदेशालय के हत्थे चढ़ गया है। अमित अग्रवाल की गिरफ्तारी की समाचार के बाद राज्य के दो धुरंधर राजनीतिज्ञों बाबू लाल मरांडी और सरयू राय ने बिना देर किये ट्विट किये। ये दोनों ट्विट बहुत ही मारक है। लगता है कि सरयू राय ने हेमन्त सोरेन को रघुवर दास की तरह अब लेना शुरु कर दिया है।

शायद सरयू राय समझ चुके है कि हेमन्त सोरेन की राजनीति अब खत्म होने को हैं, तभी तो उन्होंने अमित अग्रवाल की गिरफ्तारी पर साफ लिख दिया कि झारखंड सीएमओ के निदेशक की भूमिका निभा रहा कोलकाता का शातिर व्यवसायी अमित अग्रवाल प्रवर्तन निदेशालय के हत्थे चढ़ गया। सरयू राय तो यहीं नहीं रुके, आगे लिख दिया कि प्रवर्तन निदेशालय का अगला शिकार कौन? मतलब साफ है कि उनका ईशारा किस ओर है?

सरयू राय के एक ट्विट में तो हेमन्त सोरेन और रघुवर दास दोनों स्पष्ट रुप से नजर आ रहे हैं, सरयू राय की ट्विट पर ध्यान दें तो साफ पता चलता है कि अभी तो प्रवर्तन निदेशालय ने अपना कमाल दिखाना शुरु किया है, झारखंड के लोक निर्माण विभागों में 2015 से अबतक हुए शेड्युल ऑफ रेट (SoR) और मनमाना संवेदक चयन घोटाला का पिटारा जब खुलेगा तो क्या होगा?

बाबू लाल मरांडी ने अपने ट्विट में लिखा है कि “झारखण्ड में सत्ता की चाभी लेकर सरकारी लेवी वसूली एवं संग्रह गिरोह का सरगना और सत्ता व कुछ भ्रष्ट नौकरशाहों को अंगुलियों पर नचानेवाले चर्चित नाम अमित अग्रवाल को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किये जाने की खबर है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन जी, अब तो मीडिया को अपना काम करने दीजियेगा न।”

दूसरी ओर सरयू राय ने दो ट्विट किये हैं, एक ट्विट से उन्होंने राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर वार किया है तो दूसरे ट्विट से वर्तमान हेमन्त सोरेन पर गहरी चोट की है। सर्वप्रथम पहले ट्विट को देखिये – “झारखंड के लोक निर्माण विभागों में 2015 से अबतक हुए शेड्युल ऑफ रेट (SoR) और मनमाना संवेदक चयन घोटाला का पिटारा भी जल्द खुलेगा, जिन्न बार निकलेगा, कई नपेंगे। शेल कंपनियों की झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाने के मामले में अंतिम निर्णय आने की प्रतीक्षा है।”

और अब दूसरा ट्विट – “झारखंड सीएमओ के निदेशक की भूमिका निभा रहा कोलकाता का शातिर व्यवसायी अमित अग्रवाल प्रवर्तन निदेशालय के हत्थे चढ़ गया। कुछ देर में इसके गिरफ़्तारी की आधिकारिक घोषणा संभावित है। राँची-कोलकाता के कुछ आईपीएस इसकी गिरफ्तारी रोकवाने के लिए दिनभर तिकड़म लगाते रहे। ED का अगला शिकार कौन? क़यास लगाईए !”