11 नवंबर को झारखण्ड विधानसभा का विशेष सत्र, 1932 के खतियान आधारित स्थानीयता विधेयक पारित कराने का CM हेमन्त ने लिया फैसला
लगता है राज्य की हेमन्त सरकार ने केन्द्र सरकार और राज्य के धुरंधर भाजपा नेताओं के मन में चल रहे उठा-पटक को सदा के लिए विराम लगाने का पूरा कार्यक्रम बना लिया है, क्योंकि आज राज्य के सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग ने जो प्रेस विज्ञप्ति जारी की हैं, उसका लब्बो-लुआब यही हैं। प्रेस विज्ञप्ति यही कर रहा हैं कि अब नौ-छह हो ही जाये, किसमें कितना दम हैं, उसकी भी परीक्षा सदन से लेकर सड़क तक हो ही जाये, क्योंकि एक ओर राज्य सरकार के जनता को लेकर कार्यक्रम हैं तो वहीं विधानसभा का विशेष सत्र भी बुला लिया गया हैं। प्रेस विज्ञप्ति इस प्रकार है –
झारखण्ड की जनता की समस्याओं के निष्पादन के लिए राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन दो नवंबर से 15 नवंबर 2022 तक विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री सचिवालय ने मुख्यमंत्री के आगामी कार्यक्रमों की सूची जारी की है। उसके अनुसार मुख्यमंत्री दो नवंबर को साहेबगंज में आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। तीन नवंबर को रायपुर में आयोजित आदिवासी नृत्य महोत्सव में उपस्थित होकर आदिवासी परंपराओं को प्रोत्साहित करेंगे।
चार नवंबर से सात नवंबर तक क्रमशः पलामू, रामगढ़ और जमशेदपुर में आयोजित आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में भाग लेंगे। आठ नवंबर को बोकारो के लुगुबुरू घंटाबाड़ी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सरना महासम्मेलन में शामिल होंगे। 9 नवंबर को पाकुड़ में आयोजित आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान दुमका की मसलिया सिंचाई परियोजना का शिलान्यास करेंगे।
10 नवंबर को कैबिनेट की बैठक होगी एवं 11 नवंबर को विधानसभा के विशेष सत्र में भाग लेंगे। सरकार का प्रयास होगा कि झारखंड में पदों एवं सेवाओं की रिक्तियों में आरक्षण वृद्धि तथा 1932 अथवा उसके पूर्व के सर्वे खतियान के आधार पर स्थानीयता विधेयक विधानसभा के विशेष सत्र में पारित हो। जबकि, 12 नवंबर को सरायकेला खरसावां में आयोजित आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में भाग लेंगे। 14 नवंबर को स्थापना दिवस समारोह की समीक्षा की जाएगी और 15 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस समारोह में उपस्थित रहेंगे।