बाबूलाल मरांडी ने ठोकी ताल, कहा सबसे पहले 1932 के खतियान के आधार पर नियुक्तियों का प्रावधान हमने किया था
झारखण्ड में कोयला, बालू,पत्थर सहित अन्य खनिज पदार्थो की लूट लगातार हो रही है। शिकायत करने पर कोई करवाई नही की जाती है, उल्टे शिकायत करने वालो को झूठे केस में फंसा दिया जाता है। सरकार चोरी भी करती है और ऊपर से सीनाजोरी भी। ये बातें भाजपा विधायक दल के नेता सह झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबुलाल मरांडी ने आज रांची जिले के कांके प्रखंड में भाजपा द्वारा आयोजित हेमन्त हटाओ, झारखंड बचाओ आक्रोश सभा को सम्बोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि झारखंड में खनिज पदार्थों की लूट हो रही है और जब केंद्रीय जांच एजेंसी इसकी जांच करती है, पूछताछ के लिये समन भेजती है तो राज्य के मुख्यमंत्री कहते है मुझे आदिवासी होने के कारण केंद्र सरकार की तरफ से सताया जा रहा है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या हेमन्त सोरेन को राज्य की जनता राज्य को लूटने का लाइसेंस दे दी है। अगर आप अपराध और भ्रष्टाचार करोगे तो जांच एजेंसी आपके पीछे पड़ेगी ही।
गरीबों को नहीं मिल रहा राशन
श्री मरांडी ने कहा कि झारखंड में पिछले कई महीनों से गरीबों को राशन नही दी जा रही है। केंद्र सरकार के द्वारा जो राशन गरीबो के लिए भेजी जाती है, सरकार के संरक्षण में उसकी कालाबाजारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की लापरवाही देखिये की इनकी भी विधानसभा क्षेत्र के गरीबो के अनाज को विचौलिये कालाबाजारी कर रहे है, शिकायत के बावजूद भी राज्य के मुखिया कुछ नही कर पा रहे है, क्योंकि उस कालाबाजारी में सत्ताधारी दल के लोग ही शामिल है।
श्री मरांडी ने कहा कि झामुमो, कांग्रेस और राजद ये तीनो ही राजनीतिक दल पारिवारिक पार्टी है, इनके डीएनए में ही भ्रष्टाचार है। ये परिवार सिर्फ पैसे के लिए राजनीति करता है, जो परिवार पैसे के लिए पार्टी बनाती है वैसे राजनीतिक पार्टियों को अब झारखंड में बर्दाश्त नही किया जा सकता है तत्काल इन्हें झारखंड की राजनीति से बाहर का रास्ता दिखाना पड़ेगा।
भाजपा की सरकार आने पर किसी को ब्लॉक का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा
बाबू लाल मरांडी ने कहा कि भाजपा के द्वारा राज्य के सभी प्रखंडों में सरकार के खिलाफ जो आक्रोश प्रदर्शन किया जा रहा है और जिस प्रकार से सभी प्रखंडो में लोगों की सहभागिता देखी जा रही है उससे साफ पता चलता है कि ग्रामीणों में हेमन्त सरकार के खिलाफ विरोध की लहर ज्वालामुखी की तरह धधक रहा है। लोग हैरान और परेशान है। आलम यह है कि आज किसी भी सरकारी दफ्तर में बिना पैसे के कोई काम ही नही हो रहा है।
चाहे जन्म प्रमाणपत्र बनाने को बात हो या मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने की। चाहे जमीन की रसीद कटवानी हो या म्युटेशन कराना हो बिना चढ़ावा के कोई काम होता ही नही है। अब तो यह भी देखा जा रहा है कि लोगो की ख़ातियानी जमीनों को भी गलत ढंग से बेच दी जा रही है और लोगों की तकलीफ को सुनने वाला कोई नही है। अतः अब भाजपा ने निश्चित किया है कि अब भ्रष्ट हेमंत सरकार को एक पल भी सत्ता में बैठने नही देगी।
जितने दिनों तक हेमंत सोरेन की सरकार राज्य में रहेगी खनिज संपदा को लूटा जाता रहेगा। उन्होंने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि जिस दिन राज्य में भाजपा की सरकार बनेगी उस दिन से प्रखंड के अधिकारी आपके घर जाकर आपके जरूरत का प्रमाण पत्र बनाकर आएंगे। लोगों को ब्लॉक का चक्कर नही लगाना पड़ेगा।
झामुमो ने नहीं, अटल बिहारी वाजपेयी ने बनाया था झारखण्ड
श्री मरांडी ने झारखण्ड अलग राज्य के निर्माण को भाजपा की देन बताया। उन्होंने कहा कि झामुमो कहती है कि हमने लड़कर झारखंड अलग राज्य बनाया है। लेकिन सच यह है कि ये लोग झारखण्ड आंदोलन को बेचने का काम किया है। लेकिन जैसे ही केंद्र में भाजपा की सरकार बनी, अटल बिहारी वाजपेयी जी ने झारखंड के लोगों के सपने को पूरा करने का निर्णय लिया और 15 नवम्बर 2000 को धरती आबा बिरसा मुंडा जी की जयंती को यादगार बनाने हेतु उसी दिन अलग राज्य का निर्माण की घोषणा की ।
हेमन्त सरकार नही चाहती कि 1932 का खतियान लागू हो
जब भाजपा की सरकार मेरी नेतृत्व में झारखंड में बनी मैंने खतियान के आधार पर नियुक्तियों में प्राथमिकता मिले इसका प्रावधान किया लेकिन हाई कोर्ट में यह मामला चला गया और उस नीति को ही खारिज कर दी गयी। आज हेमन्त सोरेन भी 1932 की बात कर रहे है लेकिन अदालत ने किन कारणों से मेरे समय की स्थानीय नीति को खारिज किया था, उन बिंदुओं का समाधान किये बिना ही उसे लागू करने की बात कह रहे है जो सम्भव नही है। वास्तव में राज्य की सरकार 1932 लागू करना ही नही चाहती है सिर्फ लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है।
तीन साल से राज्य में विकास का काम ठप्प
श्री मरांडी ने राज्य सरकार पर विकास के कार्यों पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज राज्य हेमन्त सोरेन की सरकार 2019 से है लेकिन इन तीन साल से विकास के काम ठप्प है। राज्य को केंद्र सरकार की जितनी भी कल्याणकारी योजनाएं मिलती है राज्य सरकार उसपर लापरवाही बरतती है। श्री मरांडी ने आक्रोश प्रदर्शन में शामिल जनता से आह्वान करते हुए कहा कि हेमन्त सोरेन को हटाना है और झारखंड को बचाना है। अतः आप सब यहां से यह संकल्प लेकर अपने अपने घरों को जाएं।