कर्मचारी से कर्मयोगी की प्रधानमंत्री की अवधारणा को अपनाने के लिये प्रशासनिक सेवा में अधिकारियों की कैपेसिटी बिल्डिंग जरूरीः सुखदेव सिंह
कर्मचारी से कर्मयोगी की प्रधानमंत्री की अवधारणा को हमें अपनाना है। प्रशासनिक सेवा में अधिकारियों की कैपेसिटी बिल्डिंग जरूरी है, ताकि ज्यादा से ज्यादा आउटपुट मिले। मिशन कर्मयोगी के तहत कर्मचारियों को कर्मयोगी बनाने पर फोकस करना है। इसके लिये उन्हें कैपेसिटी बिल्डिंग कमीशन द्वारा विशेष प्रकार का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इससे अधिकारियों और कर्मचारियों के काम करने की शैली और प्रणाली में सुधार होगा। उक्त बातें मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने प्रोजेक्ट भवन में कैपेसिटी बिल्डिंग कमीशन के सहयोग से कार्मिक विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला में कहीं।
कार्यशाला में कैपेसिटी बिल्डिंग कमीशन के सदस्य आर बालासुब्रमण्यम ने प्रेजेन्टेशन के माध्यम से मिशन कर्मयोगी के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। इसकी कार्यप्रणाली, प्रशिक्षण और प्रशिक्षण केन्द्र के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मिशन कर्मयोगी के जरिए कर्मचारी अपने परफॉर्मेंस में सुधार कर सकेंगे और अपनी क्षमता में इजाफा कर पाएंगे। भारतीय सिविल सेवा के अफसरों को भविष्य के लिए तैयार किया जाएगा।
उन्हें इस लिहाज से तैयार किया जाएगा कि वे रचनात्मक, पेशेवर, प्रोग्रेसिव और पारदर्शी तरीके से काम कर सकें। कर्मचारियों के विकास के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग कमीशन का गठन किया गया है। इससे ट्रेनिंग के स्टैंडर्ड में सुधार का प्रयास किया जाएगा। इसके माध्यम से सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों का स्किल डेवलपमेंट किया जाएगा। मिशन कर्मयोगी योजना के तहत कर्मचारियों को एक विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए उन्हें आवश्यक कंटेंट प्रदान किया जाएगा।