अपनी बात

सुनो भाइयों, ये भाजपा के लटके-मुरझाये हुए चेहरे हेमन्त सरकार के खिलाफ 11 अप्रैल को प्रोजेक्ट बिल्डिंग के समक्ष जन-सैलाब लायेंगे!

देखिये, भाजपा के इन तथाकथित दिग्गजों को ये झारखण्ड से हेमन्त सरकार को विदा कराने के लिए दम लगाने हेतु रांची में नहीं, बल्कि दिल्ली में बैठक कर रहे हैं। ये फोटो भी इन्होंने ही जारी किया है। ऐसा नहीं कि किसी अखबार अथवा मीडिया के लोगों ने खींचकर जारी कर दिया। सब के चेहरे लटके हुए हैं, मुरझाए हुए हैं। आप स्वयं नीचे दिये गये फोटो को देखिये और स्वयं महसूस कीजिये।

देखिये, सामने बैठे समीर उरांव, कर्मवीर सिंह, लक्ष्मीकांत वाजपेयी, दीपक प्रकाश, बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा व अन्नपूर्णा देवी को। सभी के चेहरे नीचे गड़े हुए हैं, सभी चिन्ता में पड़े हुए है कि 11 अप्रैल को जन-सैलाब लाने की बात तो कह दी, आज चार दिन बीत भी गये। बचे हुए सात दिनों में कौन सा पहाड़ तोड़ लायेंगे। इसी पर शायद दिमाग लगाये हुए हैं, और जो सामने हैं शायद ये सोच रहे हैं कि इतने कम समय में लोगों को लायेंगे कैसे?

इधर दिल्ली में बैठक संपन्न करने के बाद, पता चला कि इस बैठक में आये सभी सांसदों को जिम्मेवारी दी गई है कि वो प्रोजेक्ट बिल्डिंग के समक्ष होनेवाले प्रदर्शन में ज्यादा से ज्यादा लोग भाग लें, इसकी व्यवस्था करें। पर सच्चाई यह है कि इस भीषण गर्मी में एसी में बैठनेवाले इन भाजपाइयों को अभी से ही दिन में तारे दिखने लगे हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि कार्यक्रम तो रख लिया, पर जन-सैलाब आने से रहा, हां कुछ लोगों को बुलाकर अपनी इज्जत बचाने का प्रयास भाजपा जरुर करेगी, क्योंकि आज की मीटिंग में भाजपा के बड़े नेताओं का लटका और मुरझाया चेहरा तो यही कह रहा है।