शायद भाजपा नेता एक-दूसरे को यही कह रहे हैं – रुक-रुक तुम मेरा ऑनलाइन बैनर से फोटो गायब किया न, अभी मजा चखाते हैं…
11 अप्रैल को भाजपा रांची में जन-सैलाब लायेगी या नहीं, ये तो 11 अप्रैल को रांची के प्रोजेक्ट बिल्डिंग के समक्ष पता लगेगा, लेकिन इतना तो तय है कि भाजपा के ही कई दिग्गज इस मुद्दे को लेकर एक दूसरे को पटखनी देने में लगे हैं। आश्चर्य तो इस बात की है कि ये भाजपाई आपसे में एक-दूसरे से मिलने पर खुब प्रेमालाप की नौटंकी करते हैं, पर सच्चाई में एक-दूसरे के प्रति मन में कितनी वैमनस्यता रहती हैं, कहीं कोई दूसरा हमसे बाजी न मार ले जाये, इसको लेकर इनके मन में कितनी खटपट चलती रहती है, उसकी बानगी है – भाजपाइयों की इस बार की ऑनलाइन बैनर नौटंकी।
11 अप्रैल की जनसैलाब प्रदर्शन को लेकर जो पहली ऑनलाइन बैनर बनी थी। उसको देखिये – उस बैनर में पीएम मोदी, जेपी नड्डा के साथ-साथ केवल प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और नेता विधायक दल बाबूलाल मरांडी का फोटो है, जबकि भाजपा की ओर से राज्य को मुख्यमंत्री के रुप में सेवा दे चुके अर्जुन मुंडा और रघुवर दास को गायब कर दिया गया।
इधर रघुवर दास ने अपनी ओर से ऑनलाइन बैनर बनवाई, उसमें उन्होंने दीपक प्रकाश और बाबूलाल मरांडी को ही सीधे उड़ा दिया और केवल पीएम मोदी और जेपी नड्डा को अपनी बैनर में जगह दी। आप स्वयं देखें। बैनर नीचे दिया हुआ हैं, जिसे आप इनके ट्विटर पर भी देख सकते हैं।
और अब बाबू लाल मरांडी को देखिये। इन्होंने तो सभी को अपने बैनर से आउट कर दिया और स्वयं को केन्द्र में रख दिया। इनका भी बैनर आप इनके टिव्टर पर देख सकते हैं। मतलब कोई भाजपा का बड़ा या छोटा नेता अपनी ओर से अपने बैनर में किसी भी प्रदेश स्तर के नेता को देखना पसंद नहीं कर रहा। ऐसे में इनकी जन-सैलाब प्रदर्शन का क्या हश्र होगा, आप समझ सकते हैं।
हालांकि भाजपा के सारे नेता 11 अप्रैल के जनसैलाब प्रदर्शन को लेकर खूब झलकुट्टन कर रहे हैं। खुब मीटिंग कर रहे हैं। उसमें भाग भी ले रहे हैं। लेकिन सच्चाई यह भी है कि इन मीटिंगों से जड़ से जुड़ा हुआ भाजपा कार्यकर्ता गायब हैं। आयातित भाजपा कार्यकर्ताओं से ये काम चलाने को विवश है, क्योंकि जब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के कहने पर कोई भाजपा कार्यकर्ता अपने घर में भाजपा का झंडा तक लगाने को तैयार नहीं, तो आप समझ सकते हैं कि जन-सैलाब प्रदर्शन का क्या होगा? फिलहाल ऑन-लाइन बैनर का तमाशा देखिये।