आक्रोशित झामुमो ने भाजपा को चेताया – पत्थरबाजों संभल जाओ, हमारे पास तीर-कमान हैं, ये गुलेल-पत्थर चलाना बंद करो
11 अप्रैल को भाजपा द्वारा सचिवालय घेराव कार्यक्रम के दौरान गोलचक्कर पर हुई हिंसक घटना पर झामुमो ने कड़ा ऐतराज जताया है। कल प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए झामुमो के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि उनकी बात अक्षरशः साबित हुई, जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा के इस सचिवालय घेराव कार्यक्रम में शालीमार मार्केट में लगनेवाली भीड़ से ज्यादा भीड़ नहीं जुटेगी। गोड्डा से जो ट्रेन चली, उसमें भी पांच सौ से ज्यादा लोग नहीं दिखे।
भाजपा के 11 अप्रैल के कार्यक्रम से ज्यादा भीड़ तो आज सतरंजी में दिखी। मतलब स्पष्ट है कि भाजपा का आंदोलन हाट-हटिया व बाजार-टोले के बराबर होकर रह गया है। सुप्रियो ने भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि पत्थरबाजों संभल जाओ, हमारे पास तीर कमान है, ये गुलेल चलाना- पत्थर चलाना बंद करो। सुप्रियो ने यह भी कहा कि उपद्रवियों के ताडंव के लिए अब झामुमो को अलग से तैयार रहना पड़ेगा।
भाजपा सांसद निशिकांत दूबे रहे सुप्रियो के निशाने पर
उन्होंने कहा कि 11 अप्रैल को दो हाट लगा था – एक शालीमार हाट और दूसरा प्रभात तारा मैदान में राजनीतिक हाट। शालीमार हाट में प्रेम था, भाईचारगी थी। लेकिन प्रभात तारा मैदान में द्वेष था, हिंसा थी और सांप्रदायिक उन्माद था। सुप्रियो ने कहा कि उस प्रभात तारा मैदान में राजनीतिक नारे नहीं थे, सांप्रदायिक उन्माद के नारे थे। जातीय विद्वेष के नारे थे। सामाजिक सौहार्द को बिगाड़नेवाले नारे थे। लोकतंत्र को समाप्त करनेवाले नारे थे।
सुप्रियो भट्टाचार्य अपने संवाददाता सम्मेलन में सर्वाधिक अगर किसी भाजपा नेता को निशाने पर लिया तो वे थे – निशिकांत दूबे। सुप्रियो ने कहा कि निशिकांत दूबे ने मंच से लोकतांत्रिक ढांचे को चुनौती देते हुए कहा कि 13 अप्रैल को लोकपाल का मामला आने जा रहा है। हेमन्त के सारे परिवार को जेल में डालेंगे। यह राजनीतिक संवाद लोकपाल को अपने हाथों में लेकर फैसला सुनानेवाली मानसिकता बया कर रही थी। उन्होंने कहा कि उससे भी ज्यादा डरावना वो बयान था, जिसमें उन्होंने कहा कि 2024 में वे चुनाव आयोग पर दबाव डालेंगे कि झारखण्ड विधानसभा का चुनाव छह महीने पूर्व लोकसभा चुनाव के साथ कराये जाये। यानी निशिकांत तय करेंगे कि चुनाव आयोग या लोकपाल क्या करेगा?
भाजपा माफी मांगे, नहीं तो हम कानून के तहत घसीटेंगे
सुप्रियो ने कहा कि गृह मंत्रालय बतायें कि ये अधिकार निशिकांत दूबे को किसने दे दिया। भाजपा के वे सारे नेता भी बताये कि निशिकांत किस आधार पर ये बयान दे रहे थे? ये भाजपा के लोग माफी मांगे, नहीं तो हम कानून के तहत घसीटने का काम करेंगे। सुप्रियो ने कहा कि झामुमो ने भी कई बार राजनीतिक प्रदर्शन किये हैं। लेकिन अपने उन प्रदर्शनों के दौरान कभी पत्थर या बोतल लेकर नहीं गये और न ही इसका इस्तेमाल किया।
सुप्रियो ने कहा कि भाजपा के लोग 11 अप्रैल को बम, अवैध हथियार लेकर पहुंचे थे। पत्थर व बोतल भी उनके पास थी। जिसका भाजपाइयों ने इस्तेमाल किया, जिसकी वजह से आधा दर्जन पत्रकार भी घायल हुए, कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गये। अब अमित शाह ही बताये कि आखिर ये टूकड़े-टूकड़े गैंग में आनेवाले लोग कौन थे, कहां से आये पत्थर, खाली बोतले। ये राजनीतिक कार्यक्रम था या ये तांडव करने आये थे। सुप्रियो ने कहा कि जो लोग कह रहे हैं कि हेमन्त के पूरे परिवार को जेल में डालेंगे, वे जान लें कि 2024 में उनका क्या हश्र होने जा रहा है।