अपनी बात

अच्छे लक्षण नहीं दिख रहे जमशेदपुर में भाजपा के, रघुवर दास के कारण एक बार फिर आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ताओं ने भाजपा से दूरियां बनानी शुरु की

जमशेदपुर भाजपा में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा। हालांकि जमशेदपुर में भाजपा के बड़े-बड़े नेता निवास करते हैं, एक तो केन्द्रीय मंत्री हैं और दूसरे पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, पर सच्चाई यह है कि यहां पार्टी की स्थिति ठीक नहीं हैं। जमशेदपुर भाजपा को पूरी तरह से रघुवर दास ने हाईजैक कर लिया है, नतीजा यह है कि यहां के कार्यकर्ता जो व्यक्ति पूजा से दूर पार्टी को ही महत्वपूर्ण मानते हैं, रघुवर दास के इस रवैये से बहुत ही नाराज हैं।

स्थिति ऐसी हो गई है कि वे अब उन्हें देखना पसंद नहीं कर रहे, यही स्थिति यहां की जनता की भी हैं, राजनीतिक पंडितों की मानें तो यही स्थिति रही तो 2019 की ही तरह रघुवर दास फिर से यहां खुद भी हारेंगे और अन्य अपने जैसे नेताओं को भी धूल चटवायेंगे, इसमें कोई किन्तु-परन्तु नहीं हैं। भाजपा के कट्टर समर्थकों ने विद्रोही24 को बताया कि रघुवर दास ने अपने बाहुबल के आधार पर गुंजन यादव को महानगर अध्यक्ष बनवा दिया, इसके पहले रघुवर दास के भांजे दिनेश कुमार अध्यक्ष हुआ करते थे।

इसके बाद रघुवर दास के पुत्र ललित दास उर्फ बिट्टू के करीबी व मित्र अमित अग्रवाल को महानगर युवा मोर्चा का अध्यक्ष बनवा दिया। जबकि इन दोनों से ज्यादा होनहार और गुणवानों की संख्या पार्टी में थी। भाजपा कार्यकर्ता बताते है कि पहली बार देखने में आ रहा है कि जिस नेता को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया, वो नेता राष्ट्रीय स्तर की बात न कर, महानगर पर ज्यादा ध्यान दे रहा है।

भाजपा कार्यकर्ता आगे बताते है कि संगठन द्वारा पिछले दिनों कदमा शास्त्री नगर विवाद में ढुलमुल नीति अपनाई गई। भाजपा कार्यकर्ताओं के लाख आग्रह के बावजूद जब भारतीय जनता पार्टी ने कोई आंदोलन नहीं किया तो जनता ने हिंदू महापंचायत के बैनर तले काशीडीह मैदान में धरना दिया। उस धरना को समर्थन देने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री नेता विधायक दल बाबूलाल मरांडी, दिनेशानंद गोस्वामी, विधायक सरयू राय, रामनारायण शर्मा, सुमन अग्रवाल चंद्रगुप्त सिंह, पूर्व डीआईजी राजीव रंजन पहुंचे थे। वही एक दिन पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रवीन्द्र राय व राजीव रंजन सिंह ने अपना समर्थन आ कर दिया था एवं अभय सिंह का हाल चाल जाना था।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश जब जमशेदपुर पहुंचे थे, तब महानगर अध्यक्ष ने अपनी सारी बातों को रखा और अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष को सारी स्थिति और संगठन के ढुलमुल रवैये से अवगत करा दिया था परंतु किसी भी तरह का कोई आंदोलन खड़ा नहीं हुआ। कार्यकर्ताओं में गुस्सा था कि भाजपा राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश एवं जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद विद्युत वरण महतो जेल गेट अभय सिंह से मिलने चार बजे पहुंचे थे। जब जेल में उन्हें मिलने नहीं दिया गया तो बैरंग लौट आए और अपना काम पूरा किया।

भाजपा कार्यकर्ता गुस्से में बताते है कि एक दिन पहले कोर कमेटी की बैठक से बात निकल कर आई थी कि रघुवर दास ने कहा था कि पार्टी का झंडा बैनर यूज़ नहीं होना चाहिए। जिस पर प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने उनके आदेश को पूरा किया, परंतु हिंदू महापंचायत में जो लोग भी आए थे और अभय सिंह के घर जो लोग भी मिलने गए उन लोगों को रघुवर दास के आदमी और भाजपा जमशेदपुर महानगर के महामंत्री बेताल का नाम दे रहे हैं और उनके जो समर्थक हैं वह फेसबुक पर उल्टी-सीधी बातों को लिख रहे हैं, दुष्प्रचार कर रहे हैं।

भाजपा कार्यकर्ता विद्रोही24 को बताते है कि बाबूलाल मरांडी जब यहां पहुंचे तो महानगर अध्यक्ष होने के कारण गुंजन यादव को उनके साथ साथ रहना था परंतु दूसरे दिन जब बाबूलाल मरांडी अभय सिंह से मिलने जेल गेट जा रहे थे। तब रघुवर दास के खासमखास महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव गायब हो जाते हैं और थोड़ी देर में फेसबुक में फोटो डालते हैं कि वे महाकाल जा रहे हैं।

वह कार्यक्रम में उपस्थित नहीं रहते हैं एवं उनके समर्थित जितने भी पदाधिकारी थे सभी ने हिंदू महापंचायत के कार्यक्रम से दूरी बनाने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा दी। जिसको लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं का गुस्सा अपने चरम पर था। स्थिति बिगड़ता देख इन सब को मैनेज करने के लिए संघ के बैठकों का दौर शुरू हुआ और उसमें किसी भी संगठन ने या विश्व हिंदू परिषद हो या हिंदू जागरण मंच हो किसी ने भी आंदोलन नहीं करने की बात की।  

बताया जा रहा है कि अभी कुछ दिनों पहले स्थानीय भाजपा के कुछ नेताओं ने भाजपा के प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों से शिकायत की थी कि भाजपा महानगर संगठन एक व्यक्ति का होकर रह गया है। यह सिर्फ रघुवर दास की राजनीति से शुरू होकर सूर्य मंदिर तक सिमट गया है इसलिए ऐसे में इसका भंग होना बहुत जरूरी है और लोगों ने वरिष्ठ पदाधिकारियों को इसकी लिखित शिकायत भी की परंतु परिणाम ढाक के पात दिखाई दे रहे हैं। इस पूरे प्रकरण पर जनता और कार्यकर्ताओं में काफी निराशा है। वे आपस में चर्चा करते हैं कि कहीं भी शिकायत करने से जब कोई कार्यवाही नहीं होती तो फिर फायदा क्या?

राजनीतिक पंडित कहते है कि इसी तरह कार्यकर्ताओं ने 2014 चुनाव के बाद जब रघुवर दास मुख्यमंत्री बने तो सभी ने शिकायत की थी कि रघुवर दास को बदलना चाहिए परंतु संगठन ने बात नहीं सुनी थी और लोगों ने पुनः 2019 में भारी बहुमत से रघुवर दास समेत पूरे झारखंड में भाजपा को हराया था। प्रजातंत्र में प्रजा की बातों के अनुसार ही चलना पड़ता है परंतु रघुवर दास अपनी मनमानी कर रहे हैं और संघ संगठन के लोग भी उनका साथ दे रहे हैं।

ऐसे में आने वाले लोकसभा चुनाव या विधानसभा चुनाव में भाजपा को भारी हार का सामना करना पड़ेगा। कार्यकर्ताओं का गुस्सा झेलना ही पड़ेगा। जेवीएम के भाजपा में विलय के बाद बाबूलाल मरांडी, रवीन्द्र राय, दीपक प्रकाश, अभय सिंह जैसे सरीखे नेताओं को गाहे-बगाहे रघुवर दास अपनी औकात दिखा दे रहे हैं। जबकि रघुवर दास के समर्थक कार्यकर्ता व स्थानीय नेता, रघुवर दास को खुश करने के लिए अपने विरोधियों को कभी बेताल तो कभी कुछ, कभी चोर उचक्का तक सब कुछ कहते रहते हैं परंतु ना ऊपर के नेताओं ने इस पर कुछ एक्शन लिया है और न ही आगे एक्शन लेने की बात ही कुछ दिखाई पड़ रही हैं। ऐसे में इसका फायदा निःसंदेह भाजपा की कट्टर विरोधी पार्टियां उठायेंगी, इससे इन्कार भी नहीं किया जा सकता।

एक भाजपा कार्यकर्ता ने विद्रोही24 को बताया कि जमशेदपुर हिंदू जागरण मंच का अध्यक्ष बलवीर मंडल को बनाया गया है परंतु रघुवर दास के करीबी रामबाबू तिवारी के द्वारा हिंदू नव वर्ष पर आयोजित यात्रा में रघुवर दास से मदद पाए हुए संगठन प्रदेश मंत्री डॉ सुमन कुमार, रामबाबू तिवारी के साथ यात्रा में शामिल होते हैं एवं संगठन के द्वारा निर्मित बलवीर मंडल अकेले यात्रा निकालते हैं। पूरी भाजपा की टीम रामबाबू तिवारी द्वारा आयोजित यात्रा में शामिल होती है और वहां पर बन्ना गुप्ता मुख्य अतिथि होते हैं।

भाजपा के संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह जी भी उनके बुलावे पर आकर उसमें शामिल हुए। भाजपा के लोगों को वहां सम्मानित नहीं किया गया वहां पर पूर्व जिला अध्यक्ष विनोद सिंह, नीरज सिंह, विकास सिंह जैसे सरीखे लोग नीचे खड़े रहे और मंच पर बन्ना गुप्ता के लोगों को सम्मानित किया गया। यह भाजपा की दोहरी नीति है जहां एक और कांग्रेस को खत्म करने में मोदी सरकार लगी हुई है।

वहीं भाजपा रघुवर के लोग एवं रघुवर दास कांग्रेस के बन्ना गुप्ता के साथ मिलकर झारखंड में अपना काम पूरा कर रहे, अपना हित साध रहे हैं। एक ने बताया कि कभी इंदर अग्रवाल के काफी करीबी अनिल मोदी जो की महामंत्री रहते कपड़ो पर जीएसटी लगने के कारण नरेंद्र मोदी जी का पुतला फूंकें थे। उनको तीसरी बार महामंत्री बनाया गया। अब ऐसे में कोई भी बता सकता है कि जमशेदपुर में क्या हो रहा है?

रघुवर दास राष्ट्रीय उपाध्यक्ष है परंतु सच्चाई यह है कि वे जमशेदपुर भाजपा और सूर्य मंदिर के होकर रह गए हैं। यहां पर बाबा साहब अंबेडकर की जयंती की बात हो या 15 अगस्त को झंडा फहराने की बात हो या अन्य कोई भी राष्ट्रीय कार्यक्रम कभी वे अपने पूर्वी विधानसभा से बाहर नहीं जाते हैं। यहां पर भाजपा का स्थापना दिवस भाजपा महानगर के कार्यालय में मनाया गया। परंतु राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास अपने पूर्वी विधानसभा में ही अपने करीबी महामंत्री राकेश के साथ स्थापना दिवस का कार्यक्रम एवं अंबेडकर जयंती मनाएं। ऐसा लगता है कि वे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ना होकर पूर्वी महानगर के उपाध्यक्ष हैं।