राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने आर्यभट्ट सभागार में आयोजित ‘सांसद सांस्कृतिक महोत्सव 2023’ को सराहा
राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन ने आज आर्यभट्ट सभागार, रांची में युवा रंगमंच के तत्वावधान में आयोजित ‘सांसद सांस्कृतिक महोत्सव 2023’ को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश की सभ्यता व संस्कृति पूरे विश्व में सबसे अधिक समृद्ध है। उन्होंने कलाकारों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि किसी भी राष्ट्र के विकास में वहाँ की संस्कृति की अहम भूमिका होती है।
उन्होंने कहा कि हमारे देश में विभिन्न जाति, धर्म व संप्रदाय के लोग निवास करते हैं, लेकिन हम सभी एक हैं। हमारा देश पूरे विश्व में ‘विविधता में एकता’ का उत्कृष्ट व अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करता है। राज्यपाल ने कहा कि हमारा झारखण्ड राज्य गीत-संगीत, नृत्य, पारंपरिक कला आदि के क्षेत्र में अत्यंत ही समृद्ध है, इसकी न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी एक विशिष्ट पहचान है।
राज्यपाल ने लता मंगेशकर, पंडित भीम सेन जोशी, बिरजू महाराज, तीजन बाई, उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ आदि कई महान कलाकारों का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारे देश ने कई ऐसे महान कलाकार दिये, जिन्होंने अपनी उपलब्धि से पूरे विश्व में राष्ट्र को गौरवान्वित किया है, ये हमारे लिए गौरव का विषय है। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारे देश को जी-20 की अध्यक्षता करने का गौरव प्राप्त हुआ। जी-20 का विषय “वसुधैव कुटुम्बकम” या ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ उपनिषद से लिया गया है। पूरा विश्व हमारी समृद्ध संस्कृति से अवगत हो रहे हैं।
उन्होंने ‘सांसद सांस्कृतिक महोत्सव 2023’ के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि वे लोक सभा सांसद संजय सेठ जी द्वारा मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित ‘सांसद खेल महोत्सव’ गये थे, जो राज्य के राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण करने के उपरांत उनका प्रथम कार्यक्रम था। वहां उन्हें राज्य की खेल प्रतिभाओं को देखकर अत्यंत प्रसन्नता हुई।
इस अवसर पर पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष पद्मभूषण कड़िया मुण्डा, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व विधानसभा सदस्य बाबूलाल मराण्डी, लोक सभा सांसद संजय सेठ, विधानसभा सदस्य समरी लाल, पूर्व राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार समेत भारी संख्या में कलाकारगण उपस्थित थे। उक्त अवसर पर भरतनाट्यम नृत्य, राजकीय छऊ कला केन्द्र, सिल्ली एवं ईचागढ़ के कलाकारों द्वारा मानभूम छऊ नृत्य, रांची के कलाकारों द्वारा लोक कला नृत्य, सिल्ली के बाल कलाकार अश्विनी महतो द्वारा गायन प्रस्तुत किया।