पत्रकारों के खिलाफ झारखण्ड पुलिस द्वारा जारी बेसिर-पैर की अधिसूचना के आधार पर कानूनी कार्रवाई प्रारम्भ, पत्रकारों में गहराया आक्रोश
पत्रकारों के खिलाफ झारखण्ड पुलिस द्वारा जारी बेसिर-पैर की अधिसूचना के आधार पर पूरे राज्य में कानूनी कार्रवाई प्रारम्भ कर दी गई है। इस अधिसूचना के आधार पर गोड्डा पुलिस ने गोड्डा लाइव से जुड़े एक पत्रकार मो. अकबर अली के खिलाफ कार्रवाई शुरु कर, उससे स्पष्टीकरण की मांग भी कर दी है। ललटमिया थाना प्रभारी ने अकबर अली से सात सवाल पूछे है, साथ ही कहा है कि वो सारे सात सवालों के जवाब दो दिनों के अंदर दें, नहीं तो उसके विरुद्ध भ्रामक न्यूज फैलाने के आरोप में विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी।
बताया जा रहा है कि ललमटिया थाना प्रभारी ने गत् 17 मई 2023 को गोड्डा लाइव (टीवी) के मो. अकबर अली को एक पत्र भेजा है, जिसमें लिखा गया है कि यह स्पष्टीकरण उससे पुलिस अधीक्षक गोड्डा कार्यालय के ज्ञापांक संख्या 3139/गो. दिनांक 09.-05.23 के आधार पर संप्रेषित की गई है। ललमटिया थाना प्रभारी ने अकबर अली से जो सात सवाल पूछे हैं, वो इस प्रकार है…
थाना प्रभारी ने पूछा है कि 1. क्या उसका न्यूज चैनल गैर-सूचीबद्ध न्यूज चैनल की श्रेणी में आता है? 2. क्या यह न्यूज चैनल सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग से सूचीबद्ध है? 3. क्या यह न्यूज चैनल रजिस्टर्ड है, अगर रजिस्टर्ड हैं तो पंजीयन संख्या क्या है? 4. आपके अधीन कार्यरत सहकर्मी को आईडी कार्ड किस आधार पर निर्गत किया गया है, यह अधिकार आपको कहां से प्राप्त हुआ है?
5. क्या आपके सहकर्मी को किसी तरह का पत्रकरिता संबंधी कोई प्रशिक्षण दिया गया है? 6. आपके न्यूज चैनल के माध्यम से बिना सत्यापन, पूर्ण जानकारी के बगैर एवं भ्रामक न्यूज चलाई जा रही हैं, जो संज्ञेय अपराध है। 7. आज दिनांक 17 मई 2023 को आपके न्यूज चैनल के माध्यम से एक न्यूज चलाया गया है, जिसमें पुलिस प्रशासन को घटनास्थल पर ना होने का जिक्र किया गया है, जबकि पुलिस बल जानकारी पश्चात से ही घटनास्थल के आस-पास थे।
अंत में ललमटिया थाना प्रभारी ने अकबर अली को इन सारी बिन्दुओं पर अपना पक्ष रखने के लिए दो दिन का समय दिया है, तथा साथ ही अपना पक्ष न रखने पर उसके खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई करने की बात भी कह डाली है। हालांकि दो दिन बीते हुए काफी समय बीत चुके हैं, इस पर क्या कार्रवाई अब तक हुई हैं, इसका पता अब तक नहीं चल पाया है।
इधर गोड्डा पुलिस के इस कार्रवाई पर राजधानी रांची के पत्रकारों में तीखी प्रतिक्रिया हुई हैं, सभी ने एक स्वर से इस प्रकार की कार्रवाई के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दे डाली है। ज्ञातव्य है कि कल ही रांची प्रेस क्लब के अध्यक्ष संजय मिश्र ने झारखण्ड के पुलिस महानिदेशक को एक पत्र जारी कर झारखण्ड पुलिस द्वारा जारी अधिसूचना पर सवाल उठा दिये थे।