भाजपा नेतृ वसुंधरा राजे पर बरसी झामुमो, कहा कितना भी जनसम्पर्क कर ले भाजपा, 2024 में यहां की जनता ही उसे सबक सिखायेगी
झामुमो के केंद्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य आज जमकर वसुंधरा राजे सिंधिया पर बरसे। भाजपा को भी हरकाया। उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे सिंधिया देवघर आई थी। इस दौरान महारानी साहिबा ने जो बातें कहीं। जो आज के अखबारों में भी छपा और कल भी इलेक्ट्रानिक चैनल में देखा। एक कहावत है – रस्सी जल गई, ऐंठन नहीं गया। अनायास हमलोगों को लगने लगा कि उनके वाणी में जो नरेन्द्र मोदी की भाषा हैं, वहीं भाषा तैर रही हैं। पूरे आईपीएल में जो शुरु हुआ, जिस प्रकार से उसको लांच किया गया। ललित मोदी को जैसे इंट्रोड्यूस किया गया।
उन्होंने कहा कि एक दिवंगत नेतृ हैं, इनके उपर तो बात करेंगे नहीं, पर जिस प्रकार से महारानी ने उन्हें आगे बढ़ाया, पूरी पटकथा लिखी, पटकथा लिखने के बाद, उसमें से जो धनराशि एकत्रित हुआ, उससे देश छोड़ने का भी काम हुआ। हमें लगता हैं कि 2014 के बाद आर्थिक घपला करने का जो सिलसिला शुरु हुआ और उसके बाद देश छोड़कर जो भागने का सिलसिला शुरु हुआ, उसकी शुरुआत ललित मोदी से हुई।
उन्होंने कहा कि उसके पीछे का जो नेटवर्क था, उसको बखूबी महारानी चलाती थी, उस समय कई राष्ट्रीय स्तर के पत्र-पत्रिकाओं में कई आर्टिकल छपे, कैसे फ्राडिज्म का जाल फैलाया गया, वो झारखण्ड का आकलन कर रही थी। कहावत है -ऐसा कलियुग आयेगा, हंस चुगेगा दाना तुनका, कौवा मोती खायेगा। उनकी सारी बातें, ऐसे सांसद के साथ, उनका भी सारा कुछ जो मायाजाल हैं, वो किसी से छुपा नहीं। आपलोग आइये झारखण्ड, आपको किसी ने रोका भी नहीं, पर लोगों के बीच भ्रम मत फैलाइये, सही आकलन करिये।
सुप्रियो ने कहा कि बताइये, इस देश में जो भी आर्थिक घपले हुए हैं, वो किसने किये? अरे, उद्योगपतियों के ग्यारह लाख करोड़ रुपये राइटअप करने वाली पार्टी भाजपा भ्रष्टाचार की बात कर रही है। जिसके रग-रग में, जिसके कण-कण में भ्रष्टाचार है। उनके अपने राज्य में जिनका एक्सपेंटेंश नहीं हैं। तीन-चार महीने के बाद राजस्थान में चुनाव है। भाजपा यह तय नहीं कर पा रही, कि महारानी को लड़ाना भी हैं या नहीं। ये स्थिति है। हम आपको बता देना चाहते हैं कि संथाल परगना की धरती, फूलों-झानो की धरती हैं, जो सामंतवादी और औपनिवेशक शक्तियों के खिलाफ लड़ी थी, इसलिए संथाल परगना से आपको माकूल जवाब मिलेगा।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक तरीके से आपके खिलाफ झामुमो लड़ेगा। कल उनकी एक और राष्ट्रीय नेतृ थी। ऐसा लग रहा है कि ये लोग तोता बन गया है। कोई राजनीतिक मुद्दा है तो बताओ, कोई आधार हैं तो बताओ, भ्रष्ट है, भ्रष्ट है, भ्रष्ट है, ये क्या तरीका है। 2024 में इसका फैसला होगा। लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में, तब आपको समझ आयेगा, कि यहां की स्थिति और हकीकत क्या है। हमें लगता है कि लगातार एक भ्रम और उलझन के लिए, क्योंकि इतने दिनों तक तो इन्हें जनता से सरोकार नहीं था, अब इनकी नींद टूटी है, जनसम्पर्क करने निकले हैं। कहां था, इनका जनसम्पर्क, आज आपको द्वार-द्वार जाना पड़ रहा है। अगर आपने काम किये होते, तो लोग आपके ऐसे ही समर्थन दे देते। आपने लोगों को धोखा दिया है, आपको लोग सबक सिखायेंगे।