सीएम रघुवर दास को मिली नसीहत, सिर्फ अपनी ही नहीं औरों की भी सुनिये
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यसमिति की विशेष एकदिवसीय प्रांतीय बैठक हंगामेदार रही। सीएम रघुवर दास का, एक प्रतिष्ठित भाजपा नेतृ के साथ नोक-झोंक हो गया। दरअसल आज रिम्स सभागार में जैसे ही बैठक प्रारंभ हुई। मंचासीन नेताओं ने अपना-अपना वक्तव्य देना प्रारंभ किया। वक्तव्य देनेवालों में मुख्यमंत्री रघुवर दास, प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा के नाम शामिल हैं। जैसे ही बैठक समाप्ति की घोषणा हुई, मंच के नीचे बैठे भाजपा नेताओं ने शोर मचाना शुरु किया, जब प्रांतीय विशेष बैठक बुलाई गई हैं, तो उनकी भी बात सुनी जाये, पर मंचस्थ नेता किसी की भी सुनने को तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि अब जिनको भी कहना हैं, अब आनेवाले प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में अपनी बात रखेंगे।
फिर क्या था? भाजपा नेतृ सीमा शर्मा ने मंचस्थ नेताओं से कहा कि थोड़ा समय निकालकर इन नेताओं की भी सुन ली जाये, क्योंकि बैठक का मतलब ही होता है, सबकी सुनना। सीमा शर्मा के इस वक्तव्य से नाराज सीएम रघुवर दास ने सीमा शर्मा को शांत रहने को कहा, जिस पर सीमा शर्मा ने कहा कि सीएम महोदय आपकी यहीं सबसे बड़ी गड़बड़ी है कि आप किसी की सुनते नहीं, आप कम से कम दूसरों का भी सुनिये।
प्रांतीय बैठक में सीएम रघुवर दास को मिले इस नसीहत पर, सीएम रघुवर दास कितना अमल करते हैं, ये तो बाद में पता चलेगा, पर आज की प्रदेश कार्यसमिति की विशेष प्रांतीय बैठक ने बता दिया कि भाजपा में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा, लोगों में उच्चस्तर पर असहमति का माहौल है, जिसे दबाव देकर समाप्त किया जा रहा है, अगर ऐसा होता रहा तो भाजपा में स्थितियां और खराब होगी, क्योंकि निचले स्तर ऐसे भी भाजपा कार्यकर्ताओं का एक बहुत बड़ा वर्ग सीएम के क्रियाकलापों से नाराज है, कुछ तो रघुवर दास को सीएम की कुर्सी पर एक पल भी देखना पसंद नहीं करते, उनका कहना है कि जितने दिनों तक सीएम की कुर्सी पर रघुवर दास रहेंगे, भाजपा को झारखण्ड की सत्ता में आने मे और दिक्कत होगी।