राजनीति

चौबे स्टेशन पर पूर्णिया कोर्ट-हटिया एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने आये भाजपा विधायक का रेल आंदोलन संघर्ष समिति ने किया विरोध

लम्बे संघर्षो के बाद आज चौबे रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव की शुरूआत हुई। एक्सप्रेस ट्रेन ठहराव की मांग को लेकर लंबे समय से रेल आंदोलन संघर्ष समिति के बैनर तले स्थानीय ग्रामीण आंदोलनरत थे। एक्सप्रेस ट्रेन ठहराव की खबर मिलते ही बरकट्ठा विधायक अमित यादव हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना करने चौबे स्टेशन पहुंचे। वहीं दुसरी तरफ विधायक द्वारा ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर झूठा राजनीतिक लाभ लेने की जुगाड़ के खिलाफ़ रेल आन्दोलन संघर्ष समिति के बैनर तले सैंकड़ों लोग एकजूट हो गए।

पहले आंदोलनकारी ग्रामीण रेल आंदोलन के शहीद मनोज चौधरी के स्मारक स्थल पर जुटे और उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद रैली निकाल कर चौबे स्टेशन पर पहुंच गए। रेल आंदोलन संघर्ष समिति से जुड़े आंदोलनकारियों के झूठा श्रेय लेने की राजनीति बंद करो। एक्सप्रेस ट्रेन ठहराव की जीत हमारी है, रेल आंदोलन के शहीदों अमर रहे, झूठ फरेब और जनता को ठगने की राजनीति बंद करो के जोरदार नारों से चौबे स्टेशन गूंज उठा। जिससे एक बार फिर पुराने आंदोलन की याद ताजा हो गई।

रेल आंदोलन संघर्ष समिति के कार्यक्रम का नेतृत्व भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक जानकी यादव, भाकपा माले कोडरमा बरकट्ठा विधानसभा प्रभारी भुवनेश्वर केवट, जिला परिषद् सदस्य सबिता सिंह, मुखिया संघ के अध्यक्ष आलोक सिंह, प्रमुख प्रतिनिधि दीपक चौधरी उप प्रमुख समशेर आलम कर रहे थे। संघर्ष समिति ने एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव का श्रेय आन्दोलन के दौरान शहीदों और पुलिस फायरिंग में घायल आंदोलनकारियों को देते हुए शहीद के परिजनों और घायल आंदोलनकारियो को चौबे स्टेशन पर ही सम्मानित किया तथा कहा कि यह विधायक-सांसद की पहलकदमी की देन नहीं बल्कि जन संघषों की जीत है।

एक्सप्रेस ट्रेन ठहराव के श्रेय का हकदार रेल रोको आन्दोलन के दौरान शहीद मनोज चौधरी, जयदेव चौधरी और पुलिस पिटाई के बाद इलाज के दौरान मृत परमेश्वर सिंह, इस्माईल अंसारी, मुजाहिद और मुश्ताक अंसारी समेत गंभीर रूप से घायल देवांति देवी और अशोक सोनार समेत दर्जनों घायल आंदोलनकारी हैं। चौबे रेलवे स्टेशन पर सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेन के रुकते ही लोग शोर मचाकर खुशियां मनाएं और झूठा श्रेय लेने की ओछी राजनीति के लिए बरकट्ठा विधायक के खिलाफ़ नारे लगाए।

इससे कुछ देर तक चौबे स्टेशन पर अफरातफरी का माहौल बन गया। वर्तमान और पूर्व विधायक के समर्थकों के बीच तीखी नोकझोक भी हुईं। ट्रेन खुलने के बाद माहौल सामान्य हुआ। उसके बाद रेल आंदोलन संघर्ष समिति के कार्यकर्ता शहीद जयदेव चौधरी के स्मारक स्थल पर पहुंचे जहां माल्यार्पण और सभा कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित किया।

सभा को सम्बोधित करते हुए भाजपा के पूर्व विधायक जानकी यादव ने कहा कि विधायक अमित यादव हमेशा झूठ फरेब ठगने की राजनीति कर रहे हैं। एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव का श्रेय सिर्फ़ और सिर्फ़ आंदोलनकारियों को है। हटिया पूर्णिया कोर्ट सुपर एक्सप्रेस के ठहराव के लिए जिस विधायक का कोई योगदान और भूंमिका नहीं हैं। उन्हें राजनीतिक ड्रामेबाजी करने का भी कोई अधिकार नहीं है। हरी झंडी दिखाकर विधायक तुच्छ राजनीति कर रहे हैं। रेल प्रशासन द्वारा सरकारी स्तर पर उद्घाटन कार्यक्रम तय होता तो नियमतः उदघाटन के लिए विधायक, सांसद महोदया को विधिवत रेल प्रबंधन द्वारा आमंत्रित किया जाता। बिना दावत के ही माननीय विधायक दुल्हे तरह सेहरा पहनने के लिए बेताब हैं।

माले नेता भुवनेश्वर केवट ने कहा कि जन प्रतिनिधि को अपनी राजनीतिक गरिमा और मर्यादा का खयाल करना चाहिए। जिनकी सरकार ने आंदोलनकारियों पर गोली चलाई आज उसी का झण्डा लेकर रेल को हरी झंडी दिखा रहे हैं। यह रेल आंदोलनकारी शहीदों और चौबे चलकुशा की जनता का अपमान है। रेल के मामले जनता के हितों की इतनी ही चिंता है तो एक एक्सप्रेस ट्रेन मुंबई और बैंगलोर के लिए भी शुरु करें ताकि मजदूरों और मरीजों को यात्रा करने में सहूलियत हो।

विधायक अपनी राजनीतिक गरिमा का खयाल रखें वरना ऐसा ही विरोध का सामना करना पड़ेगा। जिला परिषद सदस्य सबिता सिंह ने कहा कि चौबे रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर वर्ष 2001 से वामदलों के नेतृत्व में स्थानीय ग्रामीणों ने लम्बा संघर्ष किया है। आन्दोलन के दौरान मनोज चौधरी की पुलिस फायरिंग में मौत हो गई थी। दर्जनों लोग पुलिस गोलीकांड में गंभीर रुप से घायल हुए थे, जो आज भी विकलांगता के शिकार हैं। एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव का श्रेय आन्दोलन के शहीदो को हैं ना कि विधायक-सासंद को। वहीं भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने लाल झंडों और जोरदार नारों के साथ रेल रोको आन्दोलन के नेतृत्व कर्ता जयदेव चौधरी को माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।