ना हम कभी झूके हैं और न कभी झूकेंगे, हर मोर्चें पर संघर्ष करते रहे हैं और करेंगे, अपने वसूलों से समझौता न किया है और न करेंगे, अपने पूर्वजों से हमने यही सीखा है – हेमन्त सोरेन
देश की सुरक्षा की बात हो या जल-जंगल-जमीन और पर्यावरण को बचाने का। अन्याय और शोषण का विरोध हो या फिर अपने मान -सम्मान और हक-अधिकार की लड़ाई। झारखंड के आदिवासी- मूलवासी ना कभी झुके हैं और ना कभी रुके हैं। हर मोर्चे पर संघर्ष करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। इन्होंने कभी भी अपने वसूलों से समझौता नहीं किया। इतिहास गवाह है कि यहां के अनेकों वीरों ने समाज और देश की खातिर अपनी कुर्बानी दी है। हम सभी को अपने इन अमर शहीदों पर गर्व है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन आज पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया स्थित कुरुकोचा में शहीदों की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभा-सह- परिसंपत्ति वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड वीरों की धरती है। भगवान बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हू, तिलका मांझी और नीलांबर-पीतांबर जैसे अनेकों वीर शहीदों ने अंग्रजों और शोषण तथा अन्याय के खिलाफ संघर्ष का नेतृत्व करते-करते अपनी शहादत दे दी। आज भी कई ऐसे वीर शहीद हैं ,जो गुमनाम है, उनकी पहचान कर कर उन्हें सम्मान देने की दिशा में सरकार लगातार प्रयास कर रही है। शहीदों और उनके परिजनों को पूरा मान सम्मान देना हमारा संकल्प है । मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के अनेकों ऐसे चौक-चौराहे हैं, जहां शहीदों की प्रतिमा लगी है। इनकी प्रतिमाएं हमें इनके शहादत को याद कराती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से हमारी सरकार बनी है, कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। सरकार बनने के साथ कोरोना महामारी ने हमें घेर लिया। जब कोरोना से जंग में जीत हासिल हुई तो कम बारिश की वजह से सुखाड़ की परिस्थितियां पैदा हो गई। लेकिन, हमारी सरकार इन चुनौतियों से निपटते हुए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से राज्य और राज्यवासियों को मजबूती देने का काम कर रही है। हम इस बात के लिए प्रतिबद्ध हैं कि परिस्थितियों चाहे कैसी भी हो, राज्य के विकास को गति देने का काम निरंतर जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शिक्षा की बेहतरी के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। बच्चों को उच्च और गुणवत्तायुक्त शिक्षा मिले, इसके लिए विद्यालयों में सुविधा और इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत किया जा रहा है। स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस खोले गए हैं। यहां के शिक्षकों को आईआईएम अहमदाबाद में प्रशिक्षण दिलाया गया है ताकि वे आधुनिक तरीके से बच्चों को पढ़ सकें। इतना ही नहीं, बच्चों की स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक और प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी से लेकर विभिन्न कोर्सेज को करने के लिए सरकार आर्थिक मदद कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इस बाबत बनाई गई उद्योग नीति में उद्योग लगाने वालों को सरकार की ओर से कई सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि चाकुलिया, बहरागोड़ा और घाटशिला जैसा इलाकों में कभी कई राइस मिल थे, लेकिन आज हालात अच्छे नहीं है। हमारी सरकार ने राइस मिलों को बढ़ावा देने की दिशा कई निर्णय लिए हैं। एक दर्जन से ज्यादा राइस मिल खोलने की अनुमति दी गई है और जल्द ही ये सभी चालू हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि राइस मिल खोलने वालों को 40 प्रतिशत अनुदान सरकार दे रही है। मुख्यमंत्री ने नौजवानों से कहा कि वे राइस मिल समेत अन्य उद्योग लगाने के लिए सामने आएं। आपके लिए सरकार विशेष व्यवस्था करेगी। उन्होंने कहा कि इससे रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा और राज्य की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए कई निर्णायक कदम उठाए हैं।
पहली बार राज्य में खेल नीति बनाई गई है। इस नीति के तहत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में पदक हासिल करने वालों की सरकारी नौकरियों में सीधी नियुक्ति की जा रही है। शहीद पोटो हो योजना के तहत खेल मैदान विकसित किया जा रहे हैं। सिदो कान्हू क्लब के माध्यम से खिलाड़ियों के बीच खेल सामग्री वितरित करने के साथ आर्थिक मदद भी की जा रही है। हमारी कोशिश है कि खेलों के माध्यम से भी नौजवान आगे बढ़े और अपने परिवार राज्य और देश का नाम रोशन करें।
जनजातीय पारंपरिक शासन व्यवस्था के पदाधिकारी मानकी -मुंडा, माझी, जोग, गोड़ेत, परगनैत आदि को सरकार आवास देगी। मुख्यमंत्री ने आज कार्यक्रम स्थल से इसकी घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने उनके बीच मोटरसाइकिल का भी वितरण किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 11 लाख 14 हज़ार 756 लाभुकों के बीच 757 करोड़ 4 लाख 99 हज़ार 9 सौ रुपए की परिसंपत्तियों का वितरण किया। इन्हें मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, मुख्यमंत्री पशुधन योजना, मुख्यमंत्री श्रमिक योजना, सर्वजन पेंशन योजना, धोती साड़ी योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना और मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना जैसी कई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदान किया गया।
इस अवसर पर मंत्री चम्पाई सोरेन और बन्ना गुप्ता, विधायक रामदास सोरेन, सविता महतो, मंगल कालिंदी और समीर मोहंती, झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्ला खान, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, डीआईजी के अलावा पूर्वी सिंहभूम जिले के उपायुक्त एवं वरीय पुलिस अधीक्षक समेत जिला प्रशासन के कई अधिकारी मौजूद रहे।